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Updated December 3rd, 2021 at 10:04 IST

ममता बनर्जी के UPA वाले बयान पर बोले सुशील कुमार मोदी- ‘गलत क्या कहा, राहुल गांधी तो संसद में...'

बीजेपी ने ममता बनर्जी (Mamata Banerjee) की 'कोई यूपीए नहीं है' वाली टिप्पणी पर प्रतिक्रिया दी है।

Reported by: Sakshi Bansal
| Image:self
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बीजेपी ने ममता बनर्जी (Mamata Banerjee) की 'कोई यूपीए नहीं है' वाली टिप्पणी पर प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने कहा कि टीएमसी नेता ने 'इतना भी कुछ गलत नहीं कहा था'। बीजेपी सांसद सुशील कुमार मोदी (Sushil Kumar Modi) ने ट्विटर के जरिए कहा कि गठबंधन का नेतृत्व राहुल गांधी (Rahul Gandhi) जैसे राजनेता ने किया है जो 'संसद सत्र के दौरान विदेश यात्राओं पर जाने के लिए जाने जाते हैं।'

राज्यसभा सांसद ने आगे कहा, "जो व्यक्ति सदन में आंख मारने जैसी हरकत करता हो और राष्ट्रपति के अभिभाषण के समय स्मार्ट फोन पर लगा हो, उससे उम्मीद बांध कर केवल कांग्रेस खुद को अनिश्चित काल तक धोखे में रख सकती है, देश नहीं।"

'पता नहीं ममता बनर्जी वैकल्पिक मोर्चा बनाने में कितनी कामयाब होंगी'

इसके अलावा, सुशील कुमार मोदी ने ममता बनर्जी द्वारा एक वैकल्पिक मोर्चा बनाने की कोशिशों पर भी अपनी राय रखी है। उन्होंने कहा- "नतीजा कुछ भी हो, यह बीजेपी की लोकप्रियता और चुनावी नतीजों को प्रभावित नहीं करेगा जो हमेशा सभी दलों को एक साथ लेकर चलती है।"

उन्होंने अपनी बात को साबित करने के लिए पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव (West Bengal assembly elections) का भी हवाला दिया, जिसमें ममता बनर्जी की टीएमसी ने अन्य दलों के साथ गठबंधन में लड़ाई लड़ी थी। सुशील ने कहा, "तीन निर्वाचन क्षेत्रों से, हमारे नियंत्रण में अब पश्चिम बंगाल के 77 निर्वाचन क्षेत्र आ गए हैं।"

गौरतलब है कि जब से तृणमूल कांग्रेस (Trinamool Congress) ने घोषणा की है कि वह राष्ट्रीय हो रही है, उसकी प्रमुख ममता बनर्जी सत्तारूढ़ बीजेपी को हराने के लिए विपक्षी दलों को एकजुट करने में लगी हुई हैं। उन्होंने पिछले कुछ महीनों में, कई अंतरराज्यीय दौरे किए हैं और कांग्रेस की प्रमुख सोनिया गांधी, आम आदमी पार्टी सुप्रीमो अरविंद केजरीवाल जैसे नेताओं से मुलाकात की है। शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे से मिलने में असमर्थ ममता ने संजय राउत और आदित्य ठाकरे से भी मुलाकात की। साथ ही अब वह एनसीपी सुप्रीमो शरद पवार से भी मिल चुकी हैं।

हालांकि ममता बनर्जी अक्सर इस वैकल्पिक ताकत के लीडर के सवालों से बचती रही हैं, लेकिन यह बिल्कुल साफ है कि वह चेहरा बनना चाहती हैं। टीएमसी के बंगाली मुखपत्र "जागो बांग्ला" ने भी इस शीर्षक के साथ एक कवर स्टोरी चलाई थी कि "राहुल गांधी विफल रहे, ममता वैकल्पिक चेहरा हैं"।

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Published December 3rd, 2021 at 09:08 IST

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