Updated November 2nd, 2018 at 09:57 IST
अयोध्या विवाद: अखिलेश यादव बोले, 'सुप्रीम कोर्ट जो फैसला करेगा हम उसे मानेंगे'
सोमवार को सुप्रीम कोर्ट ने अयोध्या मामले की सुनवाई को जनवरी 2019 तक के लिए टाल दिया है.
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सोमवार को सुप्रीम कोर्ट ने अयोध्या मामले की सुनवाई को जनवरी 2019 तक के लिए टाल दिया है. जिसके बाद से ही देश की राजनीति काफी तेज हो गई है. कोई राम मंदिर पर अध्यादेश लाने की बात कर रहा है तो कोई सुप्रीम कोर्ट को ही अंतिम फैसला लेने की बात. राम मंदिर को लेकर उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और समाजवादी पार्टी के नेता अखिलेश यादव ने मीडिया से बात करते हुए कहा है कि 'सुप्रीम कोर्ट जो भी फैसला सुनाएंगे हम उसे मानेंगे'
अखिलेश यादव ने कहा, 'ये काफी पुराना मामला है... और ये देश के लिए नया नहीं है.. हम इस देश के संसद और लोकतंत्र में विश्वास करते हैं. सुप्रीम कोर्ट जो कुछ इस पूरे मामले में कहेगा हमें उसपर विश्वास रखना चाहिए.. मेरा साफ मानना है कि जो कुछ सुप्रीम कोर्ट कहेगा मैं उसपर विश्वास करूंगा.'
जहां एक तरफ अखिलेश यादव सुप्रीम कोर्ट के फैसले का इंतजार कर रहे हैं. वहीं दूसरी तरफ उनकी रिश्तेदार अपर्णा यादव ने अयोध्या में राम मंदिर बनाने की वकालत कर रही हैं. उन्होंने अपने ताजा बयान में कहा था कि ''मुझे सुप्रीम कोर्ट में पूरा विश्वास है..मेरा मानना है कि अयोध्या में राम मंदिर का निर्माण होना चाहिए.''
बता दें, राम मंदिर निर्माण को लेकर RSS अध्यादेश लाने की मांग कर रही है. RSS की तरफ से बीते एक महीने में कई बार अध्यादेश लाने की बात की जा चुकी है.
वहीं राम मंदिर के अलावा जब अखिलेश यादव से महागठबंधन को लेकर सवाल पूछा गया तो उन्होंने कहा कि महागठबंधन अच्छी बात है.. अभी तक बात चल रही है. वहीं प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार पर उन्होंने कहा कि ''मैं बस लोगों और किसानों के लिए काम करना चाहता हूं.. जिनको प्रधानमंत्री बनना है वो उत्तर प्रदेश आ जाईए.. उत्तर प्रदेश ने बहुत प्रधानमंत्री दिए हैं.''
इससे पहले उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा था कि 'न्याय में देरी से लोगों को निराशा होती है लेकिन कोई ना कोई रास्ता अवश्य निकलेगा. देश की न्यायपालिका के प्रति सबका सम्मान है और हम भी उन संवैधानिक बाध्यताओं से बंधे हैं. स्वाभाविक रूप से अगर न्याय में देरी होती है तो लोगों को निराशा होती है.’’ उन्होंने कहा था, ‘‘इस समस्या के समाधान के लिए हम लोग व्यापक विचार विमर्श कर रहे हैं और कोई ना कोई रास्ता अवश्य निकलेगा. मेरा ये विश्वास है.’’
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Published November 2nd, 2018 at 09:57 IST
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