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Updated February 25th, 2019 at 15:24 IST

पोस्टर से बढ़ी हलचल.. ''रॉबर्ट वाड्रा का मुरादाबाद से लोकसभा चुनाव लड़ने के लिए स्वागत है''

इस बीच ये पोस्टर सामने आ गया जिसमें रॉबर्ट वाड्रा को मुरादाबाद से चुनाव लड़ने के लिए स्वागत किया जा रहा है।

Reported by: Ayush Sinha
| Image:self
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कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी के जीजा और पार्टी महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा के पति रॉबर्ट वाड्रा का एक और चौंकाने वाला पोस्टर सामने आया है। यूपी के मुरादाबाद में रॉबर्ट वाड्रा के पोस्टर लगाए हैं। पोस्टर में वाड्रा से लोकसभा चुनाव लड़ने की अपील की गई है। पोस्टर में लिखा है कि मुरादाबाद से लोकसभा से चुनाव लड़ने के लिए आपका स्वागत है। आपको बता दे कि कल रॉबर्ट वाड्रा ने राजनीति में आने के संकेत दिए थे। 

उन्होंने फेसबुक पोस्ट पर लिखा था कि एक बार जैसे ही उन पर लगे सभी आरोप गलत साबित हो जाएंगे, उसके बाद वो बड़े स्तर पर लोगों के लिए काम करना चाहेंगे। राजनीति में आने की खबरो के बीच रॉबर्ट वाड्रा ने सफाई दी है कि मुझे राजनीति में आने की जल्दी नहीं है। मैं सही समय पर राजनीति में आऊंगा।

रॉबर्ट वाड्रा के पोस्टर को लेकर ये कोई पहली दफा हचलच नहीं है। इससे पहले हाल ही में प्रियंका गांधी वाड्रा के कांग्रेस महासचिव पद संभालने को लेकर दिल्ली में कांग्रेस पार्टी के कार्यालय के बाहर एक पोस्टर लगाए गए थे। इसमें भी वाड्रा की फोटो देखी गई, जिसके बाद सियासी गलियारे में घमासान का दौर शुरू हो गया था।

इस बीच ये पोस्टर सामने आ गया जिसमें रॉबर्ट वाड्रा को मुरादाबाद से चुनाव लड़ने के लिए स्वागत किया जा रहा है। इस पोस्टर में कहा गया है कि रॉबर्ट वाड्रा का मुरादाबाद लोकसभा से चुनाव लड़ने के लिए स्वागत है।

फेसबुक पोस्ट में क्या था...

  1. देश के वास्तविक मुद्दों पर से ध्यान हटाने के लिए एक दशक से अधिक विभिन्न सरकारों ने मुझे बदनाम करने की कोशिश की।

  2. देश के लोगों ने धीरे-धीरे महसूस किया कि इन आरोपों में कोई भी सच्चाई नहीं है। लोग इस झूठ से बाहर निकले और मुझपर विश्वास जताया, एक बेहतर भविष्य की शुभकामनाओं के लिए आप सभी का दिल से धन्यवाद।

  3. मैं जिन बच्चों के बीच में जाता था वहां से लेकर नेत्रहीन विद्यालय तक, मदर टेरेसा के विचारों से, विभिन्न धर्मों के पूजा स्थलों पर जाकर, अनाथालयों में जाकर सेवा करने से, अस्पतालों, मंदिरों के बाहर भूखे और गरीब लोगों को खाना खिलाने से तक बहुत कुछ सीखा और खुद को मजबूत बना कर रखा।

  4. केरल, नेपाल और अन्य स्थानों पर बाढ़ आपदा के दौरान मदद भेजना भी एक संतोषजनक अहसास था और सीखने का अनुभव था।

  5. अब दिल्ली और राजस्थान में प्रवर्तन निदेशालय के सामने जाना, कई दिनों तक लगभग 8 घंटे तक पूछताछ होना, जबकि मैंने हर नियमों का पालन किया है और निश्चित रूप से ना मैं और ना कोई और कानून से ऊपर नहीं है। इसलिए मैं हर इस चीज से बहुत कुछ सीखता रहा और खुद को मजबूत बनाता रहा।

  6. देश के विभिन्न हिस्सों में काम करते हुए, बहुत दिन रहते हुए मुझे उन लोगों के लिए और अधिक करने की अनुभूति हुई, खास कर यूपी में, जहां मेरी छोटी सी कोशिश बहुत से परिवर्तन कर सकती है। मैंने इन जगहों पर सच्चा प्यार, स्नेह और सम्मान प्राप्त किया जो बहुत वी विनम्रता पूर्वक मुझे मिला।

  7. इन सभी वर्षों के अनुभव और सीख को बर्बाद नहीं किया जा सकता है और इसे बेहतर उपयोग के लिए रखा जाना चाहिए। एक बार मुझ पर लगे इन सभी आरोपों के खत्म हो जाने के बाद, मुझे लगता है कि मुझे लोगों की सेवा करने में एक बड़ी भूमिका समर्पित करनी चाहिए।

ऐसे में पोस्टर सामने आने के बाद सवाल उठना तो लाज़मी है। लेकिन ये वाकया उस वक्त सामने आया है जब UPA अध्यक्षा के दामाद कई मनी लॉन्ड्रिंग मामले में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) के रडार पर हैं।

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Published February 25th, 2019 at 15:12 IST

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