Advertisement

Updated July 10th, 2020 at 16:04 IST

विकास दुबे मुठभेड़ केस पर राहुल ने तोड़ी चुप्पी, कहा- कई जवाबों से अच्छी है ख़ामोशी उसकी

मुख्य आरोपी विकास दुबे शुक्रवार सुबह कानपुर के भौती इलाके में कथित पुलिस मुठभेड़ मे मारा गया।

Reported by: Neeraj Chouhan
| Image:self
Advertisement

विकास दुबे एनकाउंटर के बाद कांग्रेस ने उत्तर प्रदेश सरकार पर एनकाउंटर की प्रकृति पर संदेह जताते हुए निशाना साधा है। कांग्रेस नेताओं के बीच नवीनतम पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने गैंगस्टर की सुबह की मुठभेड़ पर अपनी प्रतिक्रिया दी।

उन्होंने अपने अधिकारिक ट्वीटर हैंडल से ट्वीट करते हुए लिखा कि कई जवाबों से अच्छी है ख़ामोशी उसकी, न जाने कितने सवालों की आबरू रख ली।

बता दें, कुख्यात अपराधी एवं कानपुर के बिकरू गांव में आठ पुलिसकर्मियों की हत्या के मामले का मुख्य आरोपी विकास दुबे शुक्रवार सुबह कानपुर के भौती इलाके में कथित पुलिस मुठभेड़ मे मारा गया। पुलिस के अनुसार उज्जैन से कानपुर लाते समय हुए सड़क हादसे में एक पुलिस वाहन के पलटने के बाद दुबे ने भागने का प्रयास किया।

गौरतलब है कि दो तीन जुलाई की दरमियानी रात कानपुर के चौबेपुर इलाके के बिकरू गांव में विकास दुबे को गिरफ्तार करने गए पुलिस दल पर दुबे और उसके साथियों ने गोलियां बरसाई थीं, जिसमें एक पुलिस उपाधीक्षक समेत आठ पुलिसकर्मी मारे गए थे।
दुबे की कथित मुठभेड़ में मारे जाने के बाद कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने शुक्रवार को सवाल किया कि अपराधी का अंत हो गया, लेकिन अपराध और उसको सरंक्षण देने वाले लोगों का क्या होगा।

उन्होंने ट्वीट किया, ‘‘अपराधी का अंत हो गया, अपराध और उसको सरंक्षण देने वाले लोगों का क्या?’’ इस बीच घटनाक्रम पर कांग्रेस ने सवाल किया कि दुबे के पास ऐसे क्या राज थे जो शासन से गठजोड़ को उजागर करते।

पार्टी के मुख्य प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने यह दावा किया कि कई लोगों ने ऐसी आशंका जताई थी कि दुबे मुठभेड़ में मारा जाएगा।

उन्होंने ट्वीट किया, ‘‘ विकास दुबे मुठभेड़ में मारा गया। कई लोगों ने पहले ही ये आशंका जताई थी। लेकिन अनेकों सवाल छूट गए।’’

सुरजेवाला ने सवाल किया, ‘‘अगर उसे भागना ही था, तो उसने उज्जैन में आत्मसमर्पण ही क्यों किया? उस अपराधी के पास क्या राज थे जो सत्ता-शासन से गठजोड़ को उजागर करते? पिछले 10 दिनों की कॉल डिटेल जारी क्यों नहीं की जाए?’’

गौरतलब है कि बिकरू कांड के बाद से उत्तर प्रदेश पुलिस के साथ हुई अलग-अलग मुठभेड़ों में दुबे के गिरोह के पांच सदस्य मारे गये हैं। तीन जुलाई की सुबह ही बिकरू गांव में हुई मुठभेड़ में प्रेम प्रकाश पांडेय और अतुल दुबे मारे गये थे । आठ जुलाई को हमीरपुर के मौदहा में पुलिस ने 50 हजार रुपये के इनामी बदमाश और विकास के खास अमर दुबे को मार गिराया था।

Advertisement

Published July 10th, 2020 at 15:53 IST

आपकी आवाज. अब डायरेक्ट.

अपने विचार हमें भेजें, हम उन्हें प्रकाशित करेंगे। यह खंड मॉडरेट किया गया है।

Advertisement

न्यूज़रूम से लेटेस्ट

1 दिन पहलेे
1 दिन पहलेे
2 दिन पहलेे
4 दिन पहलेे
4 दिन पहलेे
Advertisement
Advertisement
Advertisement
Whatsapp logo