Updated October 16th, 2021 at 09:27 IST
उद्धव ठाकरे ने किया राज्यों के अधिकारों का समर्थन, आर्यन खान की गिरफ्तारी पर की BJP की आलोचना
शिव सैनिकों (Shiv Sainiks) को संबोधित करते हुए पार्टी प्रमुख उद्धव ठाकरे ने भाजपा, एनसीबी, केंद्र और दलबदलुओं को निशाने पर लिया। मुख्यमंत्री ठाकरे ने राज्यों के अधिकारों का समर्थन किया है।
Advertisement
शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे ने विजयादशमी के मौके पर शुक्रवार को शिव सैनिकों (Shiv Sainiks) को संबोधित किया। अपने संबोधन में ठाकरे ने कई मुद्दों पर भाजपा, एनसीबी, केंद्र सरकार और दलबदलुओं पर निशाना साधा। सीएम ने मुंबई पुलिस का समर्थन करते हुए राज्यों के अधिकारों का समर्थन किया। वहीं, हिंदुत्व और ममता बनर्जी के भाजपा के विरोध का भी समर्थन किया। महाराष्ट्र के सीएम ने अपने कैडर को तैयार रहने को कहा है। ठाकरे ने कहा है कि शिव सैनिक इसके लिए तैयार रहें कि 'हर हर महादेव' के साथ दिल्ली कैसा दिखता है।
COVID प्रतिबंधों के कारण शिवसेना ने शिवाजी पार्क के बजाय इस साल भी षणमुखानंद सभागार में अपनी वार्षिक दशहरा रैली का आयोजन किया था। इससे पहले पिछले साल भी शिवाजी पार्क में रैली का आयोजन नहीं किया गया था, जबकि शिवसेना की स्थापना के समय से शिवाजी पार्क में हर साल रैली का आयोजन होते रहा है।
एनसीबी की कार्रवाई पर बोले ठाकरे
मुंबई शिप क्रूज पार्टी केस (Mumbai ship cruise party) में एनसीबी की कार्रवाई (NCB crackdown) के बीच ठाकरे ने मुंद्रा बंदरगाह से जब्त किए गए 21,000 करोड़ रुपये के ड्रग्स के बजाय इसपर ध्यान केंद्रित करने के लिए एजेंसी को फटकार लगाई। आर्यन खान के साथ स्वतंत्र गवाह केपी गोसावी की तस्वीर पर तंज कसते हुए उन्होंने कहा कि केंद्रीय एजेंसियां केवल एक सेलिब्रिटी को पकड़ने में लिप्त थी। उन्होंने कहा कि बीजेपी महाराष्ट्र को 'ड्रग हब' बताकर उसे बदनाम कर रही है।
उन्होंने कहा, "ड्रग्स का कारोबार केवल महाराष्ट्र में फलफूल रहा है, ऐसा नहीं है। अदालत ने अधिकारियों को मुंद्रा बंदरगाह की जांच करने का निर्देश दिया है, जहां करोड़ों रुपये की ड्रग्स मिली है। यहां आपको बस एक चुटकी गांजा मिलता है, जबकि मेरी पुलिस 150 करोड़ रुपये के ड्रग्स का भंडाफोड़ करती है। आप किसी सेलेब्रिटी को पकड़ लेते हैं और उसके ऊपर ढोल पीटते हैं।"
राज्य के अधिकारों पर भी बोले ठाकरे
राज्य के अधिकारों का समर्थन करते हुए उन्होंने याद दिलाया कि यह महाराष्ट्र, पंजाब और बंगाल के लाल-बाल-पाल थे, जिन्होंने सामंती अंग्रेजों को बाहर निकाला था। बंगाल में भाजपा को हराने के लिए ममता बनर्जी की सराहना करते हुए उन्होंने कहा कि राज्य के अधिकारों में केंद्र के हस्तक्षेप का विरोध किया जाना चाहिए। शिवसेना प्रमुख ने कहा कि आपातकाल, विदेशी मामले और विदेशी शक्तियों द्वारा आक्रमण ही ऐसे क्षेत्र हैं जिनमें केंद्र घुसपैठ कर सकता है।
उन्होंने कहा, ‘’स्वतंत्रता संग्राम के दौरान - लाल-बाल-पाल सबसे आगे थे यानी महाराष्ट्र, पंजाब और बंगाल। ममता दीदी और बंगाल के लोगों ने अपना साहस दिखाया है जिसकी मैं प्रशंसा करता हूं। उन्होंने जो अटूट भावना दिखाई, वह हमारे खून में है, जो हमारे पास है तैयार रहने के लिए। यदि आवश्यक हो, तो हमें दिखाना होगा कि 'हर हर महादेव' का दिल्ली के लिए क्या मतलब है।’’
ठाकरे ने कहा, "केंद्र और राज्यों के अधिकार क्या हैं? बाबासाहेब अम्बेडकर ने दृढ़ता से कहा था कि केंद्र की तरह राज्यों को भी संप्रभु अधिकार हैं और उन्हें केंद्र के सामने नहीं झुकना होगा। आपातकाल, विदेशी मामले और विदेशी शक्तियों द्वारा आक्रमण में केंद्र के पास राज्य के मामलों में हस्तक्षेप करने की शक्ति है। केंद्र का दैनिक हस्तक्षेप नहीं होना चाहिए और इसे बर्दाश्त नहीं किया जा सकता है। अब समय आ गया है कि देश के सभी राज्यों को इस पर फैसला लेना चाहिए।"
बीजेपी पर बरसे ठाकरे
अपने पूर्व सहयोगी भाजपा पर निशाना साधते हुए उन्होंने कहा, "खेल जारी है। अगले महीने महाराष्ट्र सरकार के दो साल पूरे होंगे। इसे गिराने के लिए कई प्रयास किए गए। लेकिन आज मैं आपको बता रहा हूं, हिम्मत हो तो उतार दो।"
इसे भी पढ़ें: जशपुर की घटना पर बीजेपी ने भूपेश बघेल सरकार को घेरा, रमन सिंह बोले- 'छत्तीसगढ़ में नशा माफियाओं के हौसले बुलंद'
भाजपा में जाने पर पूर्व विधायक हर्षवर्धन पाटिल पर तंज कसते हुए उन्होंने कहा, "जो लोग भाजपा में शामिल होते हैं, उन्हें पार्टी का ब्रांड एंबेसडर बनना पड़ता है। उनका दावा है कि उन्हें पहले नींद नहीं आई थी, लेकिन अब वे कुंभकरण की तरह सोते हैं, क्योंकि वे भाजपा में शामिल हो गए हैं। अगर आप में हिम्मत है तो हमसे सीधे लड़ें, ईडी, सीबीआई, आईटी के माध्यम से नहीं। चुनौती देना और पुलिस के पीछे छिपना बचकाना है।’’
इसे भी पढ़ें: वैश्विक भूख सूचकांक में भारत की स्थिति पर विपक्ष ने केंद्र सरकार पर बोला हमला
अपनी पार्टी के हिंदुत्व पर उन्होंने कहा, "अब इन अवचेतन, नव-हिंदुओं से हिंदुत्व को खतरा है। जब हिंदुत्व वास्तव में खतरे में था, केवल एक आदमी, बालासाहेब ठाकरे हिंदुत्व के दुश्मनों के सामने खड़े थे। 1993 में जब बाबरी गिरा तो ये लोग छुपे हुए थे, सिर्फ बालासाहेब ने कहा, 'गर्व से कहो, मैं हिंदू हूं'। उस समय मुंबई को पुलिस और सेना की वजह से नहीं, बल्कि मेरे मर्दाना शिवसैनिकों ने बचाया था।"
इसे भी पढ़ें: भाजपा ने दिल्ली के नगर निगम चुनाव से पहले झुग्गी सम्मान यात्रा शुरू की
Advertisement
Published October 16th, 2021 at 09:26 IST
आपकी आवाज. अब डायरेक्ट.
अपने विचार हमें भेजें, हम उन्हें प्रकाशित करेंगे। यह खंड मॉडरेट किया गया है।