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Updated December 3rd, 2018 at 16:24 IST

'CM कैप्टन' पर विवाद में फंसे सिद्धू ने चलाया 'शब्द बाण', कहा- वो पितातुल्य हैं और मैं उन्हें प्यार करता हूं'

सिद्धू के बयान पर मचे भीतरी कलह के बाद सफाई देते हुए उन्होंने मीठे-मीठे शब्दों के जाल से अपने साथियों का गुस्सा शांत कराने की कोशिश की है.

Reported by: Ayush Sinha
| Image:self
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पंजाब के मंत्री नवजोत सिंह सिद्धू के पाकिस्तान दौरे के बाद कांग्रेस के खेमे में ही अंदरूनी विवाद बढ़ता जा रहा है. दरअसल सिद्धू के कैप्टन अमरिंदर सिंह वाले बयान के बाद पंजाब सरकार के ही कई साथी मंत्रियों ने नवजोत सिंह के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है. दरअसल हाल ही में सिद्धू ने बोला था कि मेरे कैप्टन राहुल गांधी हैं. मुझे उन्होंने पाकिस्तान भेजा. बातों ही बातों में सिद्धू ने ये भी बोल दिया था कि राहुल गांधी 'कैप्टन' (अमरिंदर) के भी कैप्टन हैं.' उनके इस बयान के बाद मामले ने तूल पकड़ लिया और देखते ही देखते नवजोत सिंह सिद्धू के खिलाफ उनके अपने साथियों ने ही विरोध के सुर अपना लिए. 

सिद्धू के बयान पर मचे भीतरी कलह के बाद सफाई देते हुए उन्होंने मीठे-मीठे शब्दों के जाल से अपने साथियों का गुस्सा शांत कराने की कोशिश की है. इस दौरान सिद्धू ने कहा कि आप गंदगी को सार्वजनिक रूप से नहीं धोते है. वो (पंजाब के सीएम कैप्टन अमरिंदर सिंह) पितातुल्य हैं. मैं उन्हें प्यार करता हूं और उनका सम्मान करता हूं. मैं इस मामले को खुद निपटा लूंगा.

गौरतलब है कि इससे पहले मुख्यमंत्री पर तंज कसने के बाद नवजोत सिंह सिद्दधू अपने ही साथी मंत्रियों के निशान पर आ गए थे. बीते दिनों ग्रामीण विकास एवं पंचायत मंत्री तृप्त राजिंदर सिंह बाजवा, राजस्व एवं पुनर्वास मंत्री सुखविंदर सिंह सरकारिया और खेल मंत्री राणा गुरमीत सिंह सोढ़ी ने नवजोत का इस्तीफा मांगा था. अब लुधियाना से कांग्रेस सांसद रवनीत सिंह बिट्टू ने नवजोत से माफी मांगने के लिए कहा है.

मीडिया से बात करते हुए तृप्त राजिंदर सिंह बाजवा ने कहा था..

"मैं सिद्धू से नाराज नहीं हूं. राहुल गांधी हम सभी के कैप्टन हैं लेकिन पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह भी 'कैप्टन' हैं. सिद्धू लक्ष्मण रेखा को पार कर रहे हैं. उन्हें कैबिनेट छोड़ देना चाहिए. मैं उन्हें अपनी भाषा को नियंत्रित करने के लिए नसीहत दे रहा हूं. साथ ही मैं उनसे ये अनुराध करता हूं कि वो इस्तीफा दे दें. मैंने अमरिंदर जी से बात नहीं की है और ये मेरा व्यक्तिगत विचार है. गोपाल चावला छोटे मुद्दा नहीं है. सिद्धू जी को उनके नैतिक कर्तव्य पर माफी मांगनी चाहिए या इस्तीफा दे देना चाहिए."

इसके अलावा रविवार को राज्य की महिला एवं बाल विकास मंत्री अरुणा चौधरी ने कहा था कि सिद्धू की टिप्पणी दुर्भाग्यपूर्ण और अवांछित थी. उन्होंने कहा था, नवजोत सिंह सिद्धू ने कैप्टन अमरिंदर सिंह के बारे में जो कुछ कहा, वो दुर्भाग्यपूर्ण है. उन्हें ऐसी चीजें नहीं कहनी चाहिए थी. अमरिंदर सिंह थलसेना में थे और 1965 के भारत-पाक युद्ध के दौरान उन्होंने कैप्टन के तौर पर सेवाएं दी थीं.

वहीं वन मंत्री साधु सिंह धरमसोत ने भी रविवार को मांग की थी कि सिद्धू मुख्यमंत्री से माफी मांगें. उन्होंने सिद्धू को याद दिलाया था कि वो कोई कॉमेडी शो नहीं चला रहे हैं. धरमसोत ने कहा, ऐसा लगता है कि सिद्धू साहिब भूल गए हैं कि वो मंत्री हैं. उन्हें समझना चाहिए कि वो यहां कोई कॉमेडी शो नहीं कर रहे. उन्हें बड़ों का सम्मान करना सीखना चाहिए और मुख्यमंत्री से माफी मांगनी चाहिए.

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Published December 3rd, 2018 at 16:13 IST

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