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Updated December 24th, 2018 at 19:29 IST

National Approval Ratings | पश्चिम बंगाल में भाजपा को फायदा, ममता बनर्जी को मिल सकती हैं 32 सीटें

पिछले दो महीनों से पश्चिम बंगाल में रथ यात्रा निकालने को लेकर भाजपा कोर्ट कचहरी के चक्कर काट रही है.

Reported by: Amit Bajpayee
| Image:self
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ममता बनर्जी के गढ़ पश्चिम बंगाल में भगवा रंग धीरे - धीरे गाढ़ा होने लगा है. हालांकि भाजपा यहां रथ यात्रा निकालने को लेकर कोर्ट कचहरी के चक्कर लगा रही है. रिपब्लिक टीवी के लिए सी वोटर ने लोकसभा चुनाव से पहले  42 सीटों वाले पश्चिम बंगाल का ताजा मूड जानने की कोशिश की है. जिसके आंकड़ो से इसकी पुष्टि होती है. भाजपा को बंगाल के सूदूर इलाकों में जबरदस्त फायदा मिलने का अनुमान जताया गया है. 

पश्चिम बंगाल में रिपब्लिक टीवी और सी वोटर के National Aproval Rating के मुताबिक बीजेपी को तृणमूल कांग्रेस के बीच कांटे की टक्कर होने वाली है. लेकिन वर्षों से सूबे में राजनीतिक जमीन तलाश रही बीजेपी को तगड़ा फायदा होने का अनुमान जताया जा रहा है. 


National Aproval Rating के अनुसार भाजपा के दूसरी बड़ी राजनीतिक ताकत बनकर सामने आने की उम्मीद है. 2019 के लोकसभा चुनाव में भाजपा राज्य की 42 में से 9 सीटें जीत सकती हैं .

पश्चिम बंगाल में रिपब्लिक टीवी और सी वोटर के National Aproval Rating के मुताबिक ममता बनर्जी पहली पसंद है. सूबे में नरेंद्र मोदी को 30.2 फीसदी जनता और ममता बनर्जी को 40 फीसदी तो राहुल गांधी को 8. 3 फीसदी जनता पीएम उम्मीदवारी के लिए पसंद करती है. 


बता दें कि 2014 में मोदी लहर में भी पश्चिम बंगाल में भाजपा को केवल दो लोकसभा की सीटें मिली थीं. ऐसे में अगर National Aproval Rating का दावा सही साबित होता है तो निश्चित तौर पर इसे भाजपा की बड़ी सफलता कही जाएगी. इसमें बात का उल्लेख किया गया है कि राज्य की सत्तारूढ़ पार्टी तृणमूल कांग्रेस को 32 सीटें ही मिल पाएंगी. 2014 में तृणमूल को 33 सीटों पर जीत मिली थी. इस बार 1 सीट कम हो जाएंगी. 

तृणमूल के अलावा माकपा को एक भी सीट नहीं मिलने का दावा किया गया है. रैंटिंग में जिक्र किया गया है कि 34 सालों तक बंगाल की सत्ता पर काबिज रहने वाली वामपंथी पार्टियों को लोकसभा चुनाव में एक भी सीट नहीं मिलेगी.

हालांकि कांग्रेस को कम से कम एक सीट मिलने की उम्मीद है. बता दें 2014 के लोकसभा चुनाव के बाद भारतीय जनता पार्टी बड़े पैमाने पर पश्चिम बंगाल में अपनी संगठन क्षमता को मजबूत करने में सफल हुई है. हाल ही में संपन्ना हुए पंचायत चुनाव में इसके प्रमाण भी मिले हैं. वहीं ग्रामीण बंगाल के अधिकतर क्षेत्रों में मतदान के दौरान व्यापक हिंसा और छापेमारी के बावजूद तृणमूल कांग्रेस के प्रत्याशियों को मात देकर भाजपा बोर्ड गठन कर चुकी है.

पिछले दो महीनों से पश्चिम बंगाल में रथ यात्रा निकालने जाने को लेकर जहां भाजपा कोर्ट कचहरी के चक्कर काट रही है वहीं अमित शाह के इरादे से यहां राजनीतिक समीकरण बदल रहा है. अमित शाह ने ऐलान किया कि लोकसभा चुनाव में भाजपा 40 में से 23 सीटें जीतेंगी और वहीं टीएमसी दावा किया कि भाजपा पश्चिम बंगाल से एक भी सीट नहीं जीत पाएगी.

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Published December 24th, 2018 at 18:54 IST

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