Advertisement

Updated May 30th, 2020 at 17:35 IST

मोदी सरकार 2.0 : भारत-चीन विवाद पर बोले रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, 'हमारी सरकार भारत के स्वाभिमान पर चोट पहुंचने नहीं देगी'

रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह (Defense Minister Rajnath Singh) ने मोदी सरकार 2.0 के एक साल पूरे होने पर रिपब्लिक भारत से बात की।

Reported by: Gaurav Kumar
| Image:self
Advertisement

मोदी सरकार 2.0 (Modi Government 2.0) के एक साल पूरे हो गए हैं। केंद्र सरकार लोगों के बीच अपनी उपलब्धियां गिना रही है। वही देश के रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह (Defense Minister Rajnath Singh) ने भी सरकार के एक साल पूरे होने पर रिपब्लिक भारत से बात की। इस दौरान राजनाथ सिंह ने कहा कि 'पिछले एक वर्ष में ही नहीं बल्कि उसके पहले के पांच वर्षों में भी हमारी सरकार ने मोदी जी के नेतृत्व में स्पष्ट कर दिया है कि हम जो कहते हैं वो करते हैं। हमने अपने चुनावी घोषणा पत्र में जो वादे किए थे उन्हें पूरा किया है।'

वही CDS के पद को रक्षा मंत्री ने बेहद अहम बताया है। उन्होंने कहा कि इससे तीनों सेना के बीच में तालमेल बढ़ा है। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि 'कोरोना को लेकर हमारी सरकार लगातार काम कर रही है। ये संकट बड़ा है इससे आर्थिक चुनौती भी पैदा होगी लेकिन हम हर चुनौती का मुकाबला करेंगे।' 

चीन को लेकर क्या बोले रक्षा मंत्री?

वही चीन और भारत के बीच चल रहे तनातनी को लेकर रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा, 'हमारी सरकार किसी भी सूरत में भारत के स्वाभिमान पर चोट पहुंचने नहीं देगी। हमें जो करना चाहिए वो हम कर रहे हैं। भारत और चीन के बीच इसके पहले भी बराबर फेसऑफ हो रहा है और पहले भी कई घटनाएं हुई हैं।'

इसके साथ ही उन्होंने साल 2017 में भारत चीन के बीच डोकलाम विवाद का जिक्र किया। उन्होंने कहा कि, 'मैं आपको याद दिलाना चाहता हूं 2017 के डोकलाम की, दोनों देशों के बीच ऐसा मैकेनिज्म है एक ऐसा तंत्र है जिसका उपयोग करके हम अपनी समस्या का समाधान करते हैं। इस समय जो हालात पैदा हुए हैं उसमें मिलट्री लेवल पर भी बात का सिलसिला चल रहा है और डिप्लोमेटिक लेवल पर भी बातचीत हो रही है।'

इसके साथ ही राजनाथ सिंह ने कहा कि 'चीन के राष्ट्रपति ने भी कहा है कि इस समस्या का समाधान बातचीत के जरिए होना चाहिए। बातचीत का सिलसिला चल रहा है और जल्द समाधान निकलेगा। मैं यही कहना चाहूंगा कि हमारी सरकार भारत के स्वाभिमान पर किसी भी सूरत में आंच नहीं आने देगी।'

अमेरिका के मध्यस्थता वाले बयान पर क्या बोले राजनाथ?

राजनाथ सिंह ने कहा कि 'मैंने अमेरिका के अपने काउंटरपार्ट से बात करके स्पष्ट कर दिया है कि भारत और चीन के बीच जब कभी इस तरह के विवाद खड़े हुए हैं तो उनका समाधान निकालने का एक अपना मैकेनिज्म है। उस मैकेनिज्म का इस्तेमाल करके ही हमारी ये कोशिश है कि समस्या का समाधान हो जाए। मैंने उनको ये भी कहा है कि चीन के राष्ट्रपति ने भी ये इच्छा व्यक्त की है। इसलिए मध्यस्थता का कोई प्रश्न ही नहीं है। क्योंकि बातचीत चल रही है।'

इसके साथ ही राजनाथ सिंह ने विपक्षी पार्टियों के द्वारा उठाए जा रहे सवाल पर कहा कि 'इस दौरान राजनीति नहीं करनी चाहिए सबको कंधे से कंधा मिलाकर काम करना चाहिए। इंदिरा गांधी के समय जब पाकिस्तान के साथ युद्ध हुआ था जब बांग्लादेश बना था तब अटल बिहारी वाजपेयी ने इंदिरा गांधी वाली सरकार की प्रशंसा की थी।'

वही नेपाल के साथ भारत के विवाद पर राजनाथ सिंह ने बोले, 'नेपाल को हम अपना पड़ोसी ही नहीं बल्कि परिवार मानते हैं, अपने भाई की तरह उन्हें मानते हैं। अगर नेपाल के साथ कोई मतभेद पैदा होंगे तो हम मिल बैठकर उसे सुलझा लेंगे।'
 

Advertisement

Published May 30th, 2020 at 17:35 IST

आपकी आवाज. अब डायरेक्ट.

अपने विचार हमें भेजें, हम उन्हें प्रकाशित करेंगे। यह खंड मॉडरेट किया गया है।

Advertisement

न्यूज़रूम से लेटेस्ट

Advertisement
Advertisement
Advertisement
Whatsapp logo