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Updated October 14th, 2018 at 09:27 IST

सुब्रमण्यम स्वामी बोले, 'एमजे अकबर पर लगे यौन शोषण के आरोपों पर PM मोदी दें जवाब'

#MeToo मुहिम को लेकर भारतीय जनता पार्टी के नेता सुब्रमण्यम स्वामी ने मीडिया से बात की है.

Reported by: Gaurav Kumar
| Image:self
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#MeToo मुहिम को लेकर भारतीय जनता पार्टी के नेता सुब्रमण्यम स्वामी ने मीडिया से बात की है. बता दें, विदेश राज्यमंत्री एमजे अकबर पर महिलाओं के द्वारा लगाए गए यौन शोषण के आरोप लगाए गए हैं. वहीं इस पूरे मामले पर सुब्रमण्यम स्वामी ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को इस मुद्दे पर जवाब देना चाहिए. 

सुब्रमण्यम स्वामी बोले, ''देखिए मैं तो इसमें व्यक्तिगत क्या बोल सकता हूं.. उनपर आरोप लगे हैं बल्कि एक से नहीं अनेक से .. वो मंत्री हैं और उन्हें मंत्री बनाया है प्रधानमंत्री ने..मैं इसमें क्या बोलूंगा..मैंने पहले ही बोल दिया है कि मैं #MeToo मूवमेंट का समर्थन करता हूं.. और मैं ये नहीं कहता कि बहुत दिन बाद आए.. मैं समझता हूं कि उस समय माहौल नहीं था.. ''

इसके साथ ही उन्होंने कहा, ''मैंने भी करीब 20 साल पहले किसी राजनेता के खिलाफ सवाल उठाया था. जहां उन्होंने महिलाओं के साथ दुर्व्यवहार किया था.. तब मुझे प्रेस ने कहा था कि तुम बहुत पर्सनल हो गए ..आज जमाना बदल गया है.. पर्सनल को टीवी लायक बना दिया है.. मैं समझता हूं इसमें मापदंड होने चाहिए.. जो भी शिकायत करते हैं .. वो कहते हैं पहले क्यों नहीं किया.. आ क्यों किया.. ये सवाल नहीं होना चाहिए..''

 ''महिलाओं की आर्थिक स्थिति थी सुधर गई है अब आखिर में मंत्री हैं.. हमारी पार्टी के कोई प्रवक्ता नहीं बोल रहा है.. प्रधानमंत्री को इसपर बोलना चाहिए..''

बता दें, स्वामी से पहले इस मामले पर केंद्रीय मंत्री रामदास अठावले ने मीडिया से बात करते हुए कहा था कि हमें उनका स्टेटमेंट सुनना चाहिए..फिलहाल वो देश से बाहर हैं.. जांच होगी और अगर वो इस मामले में दोषी पाए गए तो वो इस्तीफा देंगे. महिलाओं के द्वारा जो कंप्लेन किए गए हैं वो काफी संगीन हैं.. लेकिन मुझे लगता है कि एक बार एमजे अकबर का पक्ष भी हमें सुनना चाहिए. पुलिस इस पूरे मामले की जांच करेगी और अगर वो दोषी पाए गए तो उन्हें इस्तीफा देना होगा.

वहीं #MeToo मुहिम को बड़ा देखते हुए केंद्र सरकार में मंत्री मेनका गांधी ने मीडिया से बात की और कहा कि ''मी टू मामलों की जन सुनवाई के लिए सेवानिवृत्त न्यायाधीशों की चार सदस्यीय समिति गठित की जाएगी''

इसके साथ ही उन्होंने कहा कि वरिष्ठ न्यायाधीश, कानूनी विशेषज्ञों वाली प्रस्तावित समिति #MeToo से उत्पन्न सभी मुद्दों को देखेगी.. मैं प्रत्येक शिकायत की पीड़ा और सदमा समझ सकती हूं.''

 

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Published October 12th, 2018 at 17:48 IST

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