Updated January 12th, 2019 at 14:29 IST
MASSIVE: मायावती-अखिलेश ने राहुल गांधी को नकारा, कांग्रेस को बताया भ्रष्टाचारी
अखिलेश और मायावती की दोस्ती के बीच सबसे खास बात ये निकलकर आ रही है कि इन दोनों ने ही कांग्रेस पार्टी और राहुल गांधी को सिरे से नकार दिया है.
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साल 2019 में होने वाले लोकसभा चुनाव के मद्देनज़र देश की सियासी हलचल काफी तेज हो गई है. उत्तर-प्रदेश की राजनीति में धुर विरोधी माने जाने वाले अखिलेश यादव और मायावती ने एक-दूसरे के साथ हाथ मिला लिया है. इसे देखते हुए सियासत में उबाल उठना मानों आम बात है.
अखिलेश और मायावती की दोस्ती के बीच सबसे खास बात ये निकलकर आ रही है कि इन दोनों ने ही कांग्रेस पार्टी और राहुल गांधी को सिरे से नकार दिया है. मायावती ने कांग्रेस पार्टी पर तीखा हमला बोलते हुए उसे भ्रष्टाचारी करार दिया है. हालांकि इस मसले पर मीडिया ने जब अखिलेश से सवाल पूछा तो अखिलेश इस सवाल से बचते दिखाई दिए और मायावती के बयान पर ही इशारा किया.
गौरतलब है कि उत्तर प्रदेश में बीते विधानसभा चुनाव में राहुल गांधी और अखिलेश यादव ने साथ-साथ चुनावी दांव आजमाया था लेकिन दोनों के गठबंधन को मुह की खानी पड़ी थी और बीजेपी ने प्रचंड बहुमत के साथ सत्ता हासिल किया था.
गठबंधन में कांग्रेस की भूमिका शामिल नहीं करने को लेकर मायावती ने कड़ी प्रतिक्रिया दी और कांग्रेस पार्टी को भ्रष्टाचार की पार्टी के नाम से नवाज दिया. बोफोर्स घोटाले का हवाला देते हुए उन्होंने बीजेपी पर भी जुबानी प्रहार किया. मायवती ने कहा -कांग्रेस को बोफोर्स ने हराया था और बीजेपी को राफेल हराएगी.
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उन्होंने कहा, ''कांग्रेस के दौर में देश में इमरजेंसी लागू कर दी गई थी, बीजेपी के दौर में देश में अघोषित इमरजेंसी है. कांग्रेस के साथ हमारा पिछला अनुभव ठीक नहीं रहा है, इसका फायदा हमें वोटों में नहीं मिला था. ऐसे में कांग्रेस को हमसे फायदा मिलता है लेकिन हमें नहीं मिलता. हमारा वोट प्रतिशत भी घट जाता है. पिछले विधानसभा चुनाव में सपा की हार कांग्रेस से गठबंधन की वजह से हुई थी.''
लखनऊ के गोमती नगर स्तिथ होटल ताज में दोनों ही नेताओं ने संयुक्त प्रेस वार्ता कर संबोधित किया. मायवती ने दोनों दलों के गठबंधन का ऐलान करते हुए कहा कि दोनों पार्टियां 38-38 सीटों पर चुनाव लडेंगी. मायावती ने कहा कि वे कांग्रेस के साथ गठबंधन नहीं करेंगे लेकिन अमेठी और रायबरेली कांग्रेस के लिए छोड़ रहे हैं.
इस दौरान माया ने ये भी कहा कि आजादी के बाद से कांग्रेस ने केवल लंबे समय तक शासन किया है. किसानों और समाज के विभिन्न वर्गों को नुकसान उठाना पड़ा है. भ्रष्टाचार एक उच्च स्तर पर था. कांग्रेस सत्ता में आती रही है और भाजपा सत्ता में आती रही है. दोनों पार्टियां रक्षा घोटालों में उलझी हुई है. हम इसलिए कांग्रेस को अपने गठबंधन में शामिल नहीं कर रहे हैं.
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Published January 12th, 2019 at 14:26 IST
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