Updated January 22nd, 2023 at 10:41 IST
"भगवान राम हर दोपहर शराब पीते थे"... लेखक केएस भगवान की आपत्तिजनक टिप्पणी
रामचरितमानस और भगवान राम पर आपत्तिजनक टिप्पणी करने वालों की फेहरिस्त दिन-ब-दिन लंबी हो रही है। इस लिस्ट में अब एक और नाम जुड़ गया है।
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रामचरितमानस (Ramcharitmanas) और भगवान राम पर आपत्तिजनक टिप्पणी करने वालों की फेहरिस्त दिन-ब-दिन लंबी हो रही है। इस लिस्ट में अब एक और नाम जुड़ गया है। जिनके नाम में खुद 'भगवान' शब्द है, वो मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान राम (Lord Ram) पर सवाल उठा रहे हैं। कर्नाटक के रहने वाले लेखक और 'बुद्धिजीवी' केएस भगवान (KS Bhagwan) ने भगवान राम और सीता को लेकर आपत्तिजनक टिप्पणी की है। केएस भगवान ने दावा किया कि 'वाल्मीकि रामायण' में कहा गया है कि भगवान राम हर दोपहर अपनी पत्नी सीता के साथ बैठकर शराब पीते थे।
लेखक और 'बुद्धिजीवी' केएस भगवान ने शुक्रवार को कर्नाटक के मांड्या जिले में एक कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे। इस दौरान उन्होंने रामचरितमानस का जिक्र किया और कहा, 'दोपहर में राम की मुख्य गतिविधि सीता के साथ बैठकर शराब पीना था। मैं यह नहीं कह रहा हूं। दस्तावेज और वाल्मीकि रामायण ये कहते हैं।'
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केएस भगवान की टिप्पणी पर शुरू हुई विवाद
फिलहाल भगवान राम पर लेखक केएस भगवान की टिप्पणी ने विवाद को जन्म दे दिया है। कर्नाटक में हिंदुत्ववादी संगठनों ने भगवान राम और सीता के खिलाफ आपत्तिजनक टिप्पणी के लिए कर्नाटक के लेखक की निंदा की है। विश्व हिंदू परिषद ने भी केएस भगवान की मानसिकता पर सवाल खड़े किए हैं। रिपब्लिक से बात करते हुए विश्व हिंदू परिषद के नेता विनोद बंसल ने कहा,
यह उनकी (केएस भगवान) मानसिकता को दर्शाता है। जो लोग गलत काम करते हैं, उनका मानना है कि हिंदू देवता भी ऐसा ही करते हैं। मुझे लगता है कि ऐसे लोगों को तवज्जो नहीं दी जानी चाहिए। ये बुद्धिजीवी नहीं, बल्कि बुद्धिजीवियों के दुश्मन हैं। समाज धीरे-धीरे इनका बहिष्कार कर रहा है और जल्द ही ये लोग पुराने हो जाएंगे।
बीजेपी ने कार्रवाई की मांग की
इस बीच, कर्नाटक भाजपा नेता विवेक रेड्डी ने सरकार से कन्नड़ लेखक के खिलाफ 'कड़ी कार्रवाई' करने का अनुरोध किया। उन्होंने कहा, 'यह केएस भगवान की घटिया मानसिकता को दर्शाता है। उनके खिलाफ एक सामाजिक बहिष्कार होना चाहिए। यदि यह किसी अन्य देश में हुआ होता, तो उन्हें जो सामना करना पड़ता वह बहुत अलग होता। भारत बहुत सहिष्णु देश है, लेकिन हम अपने देवताओं का अपमान बर्दाश्त नहीं कर सकते। मैं सरकार से अनुरोध करता हूं कि उसके खिलाफ गंभीर कार्रवाई करे और उसे सलाखों के पीछे डाले।'
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पहले भी विवादित बयान दे चुके हैं केएस भगवान
उल्लेखनीय है कि लेखक केएस भगवान ने पहली बार भगवान राम पर आपत्तिजनक टिप्पणी नहीं की है। इससे पहले 2018 में कन्नड़ लेखक ने राम मंदिर पर पुस्तक जारी की थी, जिसमें उन्होंने लिखा था कि भगवान राम 'नशीला पदार्थ' लेते थे और सीता को भी उनका सेवन कराते थे। कन्नड़ लेखक ने कहा था कि उन्होंने अपना बयान 'वाल्मीकि रामायण' के आधार पर दिया।
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Published January 22nd, 2023 at 10:41 IST
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