Updated November 21st, 2018 at 21:45 IST
जम्मू कश्मीर विधानसभा भंग, उमर अब्दुल्ला ने कहा - यह संयोग नहीं हो सकता है
राज्यपाल भवन के अधिकारी ने कहा कि राज्यपाल ने राज्य विधानसभा को जम्मू कश्मीर के संविधान के प्रासंगिक प्रावधानों के तहत भंग किया है.
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पीडीपी अध्यक्ष महबूबा मुफ्ती द्वारा सरकार बनाने का दावा पेश किए जाने के कुछ ही देर बाद, जम्मू कश्मीर के राज्यपाल सत्यपाल मलिक ने बुधवार की रात राज्य विधानसभा को भंग कर दी. इसके साथ ही कहा कि जम्मू कश्मीर के संविधान के प्रासंगिक प्रावधानों के तहत यह कार्रवाई की गयी है.
राज्यपाल भवन के अधिकारी ने कहा कि राज्यपाल ने राज्य विधानसभा को जम्मू कश्मीर के संविधान के प्रासंगिक प्रावधानों के तहत भंग किया है.
इसके बाद नेशनल कॉन्फ्रेंस के नेता उमर अबदुल्ला ने ट्वीट कर कहा कि नेशनल कॉन्फ्रेंस 5 महीने से जम्मू - कश्मीर असेंबली भंग करने के लिए दबाव डाल रही है. यह संयोग नहीं हो सकता है कि महबूबा मुफ्ती के सरकार बनाने का दावा पेश करने के कुछ मिनटों के भीतर ही विधानसभा को भंग करने आदेश जारी कर दिया गया .
विधानसभा भंग होने के बाद फारुख अबदुल्ला ने इसका स्वागत किया है वहीं महबूबा मुफ्ती और उमर अबदुल्ला ने विरोध किया है.
बता दें कि राज्यपाल सत्यपाल मलिक ने धारा 53 के तहत विधानसभा भंग करने का आदेश दिया. इससे पहले पीडीपी ने एनसी और कांग्रेस के साथ सरकार बनाने का दावा पेश किया था. इसके साथ ही पीडीपी में बगावत की खबरें भी सामने आई है. कुछ विधायकों ने गठबंधन सरकार बनाने का विरोध किया.
इससे कुछ ही समय जम्मू कश्मीर की पूर्व मुख्यमंत्री और पीडीपी अध्यक्ष महबूबा मुफ्ती ने कांग्रेस और नेशनल कान्फ्रेंस के समर्थन से जम्मू कश्मीर में सरकार बनाने का दावा पेश किया था.
महबूबा ने अपने पत्र में कहा, ‘‘चूंकि इस समय मैं श्रीनगर में हूं, इसलिए मेरा आपसे तत्काल मुलाकात करना संभव नहीं होगा और यह आपको इस बाबत सूचित करने के लिए है कि हम जल्द ही राज्य में सरकार बनाने का दावा पेश करने के लिए आपकी सुविधानुसार मिलना चाहेंगे .’’
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Published November 21st, 2018 at 21:45 IST
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