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Updated January 16th, 2019 at 12:37 IST

शीला दीक्षित को दिल्ली कांग्रेस की कमान, समारोह में पहुंचे ''1984 सिख दंगे'' के आरोपी रहे जगदीश टाइटलर

कांग्रेस पार्टी के इस समारोह में ''1984 सिख विरोधी दंगे'' के आरोपी रहे जगदीश टाइटलर भी पहुंचे. जिससे सवालों का अंबार खड़ा होना आम बात है.

Reported by: Ayush Sinha
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आगामी 2019 के लोकसभा चुनाव से ठीक पहले देश की सियासत में उबाल मारना आम बात है. शायद यही वजह है कि चुनाव के मद्देनज़र सरगर्मी काफी तेज होती जा रही है और सभी सियासतदान अपनी एड़ी-चोटी का जोर लगाने में जुट गए हैं. इस बीच कांग्रेस पार्टी के दिल्ली खेमे में बड़ा बदलाव देखा जा रहा है. अजय माकन के इस्तीफे के बाद, काफी दिनों से राजनीति से दूर शीला दीक्षित ने एक बार फिर वापसी कर ली है. 

कांग्रेस पार्टी ने दिल्ली कांग्रेस की कमान शीला दीक्षित के हाथ में सौंपने का मूड बना लिया है. जानकारी के मुताबिक शीला दीक्षित बुधवार को दिल्ली कांग्रेस अध्यक्ष के तौर पर अपना कार्यभार संभाला. पदभार ग्रहण करने से पहले पूर्व मुख्यमंत्री शीला दीक्षित ने भारतीय जनता पार्टी (BJP) और आम आदमी पार्टी (AAP) को चुनौती के रूप में स्वीकार किया है.

शीला दीक्षित के सुर को देखते हुए कांग्रेस और आम आदमी पार्टी के बीच समझौता हो पाने के कयास को खारिज किया जा रहा है. हालांकि दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल ने पहले भी कांग्रेस पार्टी पर जोरदार हमला कर के समझौता जैसी ख़बरों का अपने बयान के जरिए खंडन कर दिया था.

इस समारोह में जो सबसे भौचक्का कर देने वाली बात थी वो ये रही कि कांग्रेस पार्टी के इस समारोह में ''1984 सिख विरोधी दंगे'' के आरोपी रहे जगदीश टाइटलर भी पहुंचे. जिससे सवालों का अंबार खड़ा होना आम बात है.

दिल्ली कांग्रेस के अध्यक्ष के रूप में कार्यभार संभालने से पहले शीला दीक्षित ने कहा, ''राजनीति चुनौतियों से भरी है, हम उसके अनुसार रणनीति बनाएंगे. भाजपा और AAP दोनों एक चुनौती हैं. हम मिलकर चुनौतियों का सामना करेंगे. AAP के साथ गठबंधन पर अभी तक कुछ नहीं हुआ है.''

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कांग्रेस पार्टी की दिल्ली इकाई में लोकसभा चुनाव से ठीक पहले काफी उठापटक देखने को मिल रही है. दिल्ली कांग्रेस के अध्यक्ष पद से अजय माकन के इस्तीफे के बाद राजधानी के सियासी महकमे में हलचल काफी तेज हो गई थी. इस बीच दिल्ली में पार्टी की कमान संभालने वाले का चेहरा साफ हो गया. 

बता दें, राजधानी की पूर्व मुख्यमंत्री शीला दीक्षित को दिल्ली कांग्रेस की कमान संभालने की ख़बर से दिल्ली के पूर्व प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अजय माकन ने ही सोशल मीडिया पर पर्दा उठा दिया था. माकन ने इसके लिए पूर्व सीएम को बधाई भी दी थी.

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बता दें, 2015 में हुए दिल्ली विधानसभा के चुनाव में कांग्रेस पार्टी को मिली करारी हार के बाद करीब 4 साल पहले अजय माकन के हाथों में दिल्ली प्रदेश कांग्रेस कमेटी की बागडोर सौंपी गई थी. लेकिन इस दौरान प्रदेश कांग्रेस में काफी अंदरूनी कलह देखने को मिला. बीते 4 जनवरी को माकन ने अपने इस्तीफे की घोषणा की थी अजय माकन के ट्वीट करते हुए राहुल गांधी का आभार जताया था. 

वहीं अगर पूर्व मुख्यमंत्री शीला दीक्षित की बात करें तो शीला दीक्षित साल 1998 से 2013 तक दिल्ली की मुख्यमंत्री रह चुकी हैं. वो 2014 में केरल की राज्यपाल भी बनी थीं हालांकि उनका कार्यकाल पूरा नहीं हुआ. शीला दीक्षित देश की पहली ऐसी महिला मुख्यमंत्री हैं, जिन्होंने लगातार तीन बार मुख्यमंत्री पद संभाला है.

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Published January 16th, 2019 at 12:10 IST

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