Advertisement

Updated October 8th, 2018 at 10:09 IST

ओम प्रकाश चौटाला बोले, 'विपक्षी दलों को इकठ्ठा करके हम बहन मायावती को प्रधानमंत्री बनाएंगे'

इंडियन नेशनल लोक दल के नेता और हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री ओम प्रकाश चौटाला ने 2019 चुनाव को लेकर महत्वपूर्ण बयान दिया है.

Reported by: Gaurav Kumar
| Image:self
Advertisement

इंडियन नेशनल लोक दल के नेता और हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री ओम प्रकाश चौटाला ने 2019 चुनाव को लेकर महत्वपूर्ण बयान दिया है. ओम प्रकाश चौटाला ने एक सभा को संबोधित करते हुए मायावती को प्रधानमंत्री बनाने की बात कही है. ओम प्रकाश चौटाला ने कहा, 'सभी विपक्षी दलों को इकठ्ठा करके हम बहन मायावती जी को इस देश के प्रधानमंत्री पद पर बैठाने का काम करेंगे.' ओम प्रकाश चौटाला ने गोहाना में INLD के सीनियर नेता देवीलाल की 105वीं जयंती के दौरान ये बात कही.

बता दें, ओम प्रकाश चौटाला को हरियाणा में हुए टीचर भर्ती घोटाले में दोषी ठहराया गया है. उन्हें 10 साल की सजा भी सुनाई गई है. फिलहाल वो पैरोल पर हैं. ओम प्रकाश चौटाला ने कहा, ''मैं लोगों से मिलूंगा और तीसरा मोर्चा बने इसकी कोशिश करूंगा. एक बार INLD-BSP का गठबंधन सत्ता में आ जाए उसके बाद में वृद्ध लोगों की पेंशन 3000 रुपए प्रति महीने कर दूंगा.''

इसके साथ ही हरियाणा में विपक्ष के नेता अभय चौटाला ने लोगों से अपील करते हुए कहा कि वो INLD-BSP गठबंधन को अपना समर्थन दें ताकि वो सत्ता में आ सके. 

ओम प्रकाश चौटाला का ये बयान ऐसे समय में आया है जब बहुजन समाज पार्टी की अध्यक्ष मायावती ने कांग्रेस के साथ गठबंधन नहीं करने का फैसला किया है. बता दें, देश के पांच राज्यों में नवंबर-दिसंबर में चुनाव होने वाले हैं. मायावती ने कुछ दिन पहले ही राजस्थान और मध्यप्रदेश में कांग्रेस के साथ गठबंधन नहीं करने का फैसला किया है. वहीं छत्तीसगढ़ चुनाव के लिए मायावती की पार्टी ने पूर्व मुख्यमंत्री अजीत जोगी के साथ पहले से ही गठबंधन कर लिया है. 

जहां एक तरफ ओम प्रकाश चौटाला विपक्ष को एक करने की बात कर रहे हैं वहीं दूसरी तरफ विपक्ष बिखरा हुआ है. गौरतलब है कि कांग्रेस पार्टी महागठबंधन के पक्ष में हैं लेकिन अलग-अलग राज्यों के नेता कांग्रेस पर आरोप लगा रहे हैं कि कांग्रेस क्षेत्रिय दलों के साथ बातचीत नहीं कर रही है यहीं वजह है कि क्षेत्रीय दल कांग्रेस से अलग होने का फैसला कर रहे हैं. 

हाल ही में समाजवादी पार्टी के नेता अखिलेश यादव ने भी मध्यप्रदेश विधानसभा चुनाव अलग लड़ने का फैसला किया है. उन्होंने कांग्रेस पर्टी पर आरोप लगाया है कि उन्हें गठबंधन को लेकर कांग्रेस से सकारात्मक संकेत नहीं मिल रहे थे. इसलिए उन्होंने ये फैसला किया है. 

हाल ही में कर्नाटक में भारतीय जनता पार्टी को सत्ता से दूर रखने के लिए कांग्रेस पार्टी ने JDS से गठबंधन कर लिया था. तब ये समझा जा रहा था कि कांग्रेस अलग-अलग राज्यों के दलों के साथ गठबंधन करके बीजेपी को टक्कर दे सकती है लेकिन अब कांग्रेस से ही कई दल दूर जाते हुए दिखाई दे रहे हैं. 

Advertisement

Published October 8th, 2018 at 10:09 IST

आपकी आवाज. अब डायरेक्ट.

अपने विचार हमें भेजें, हम उन्हें प्रकाशित करेंगे। यह खंड मॉडरेट किया गया है।

Advertisement

न्यूज़रूम से लेटेस्ट

Advertisement
Advertisement
Advertisement
Whatsapp logo