Advertisement

Updated September 20th, 2018 at 17:28 IST

इमरान खान की चिट्ठी का भारत ने दिया जवाब, कहा- हमारे विदेश मंत्री और पाक विदेश मंत्री के बीच न्यूयॉर्क में होगी मीटिंग..

विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रवीश कुमार ने प्रेस कॉन्फ्रेंस करते हुए कहा है कि भारत पाकिस्तान के साथ बात करने के लिए तैयार है..

Reported by: Gaurav Kumar
| Image:self
Advertisement

पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान के द्वारा पीएम मोदी को बातचीत के लिए लिखी गई चिट्ठी के बाद अब इस पूरे मामले पर भारत की तरफ से विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रवीश कुमार ने प्रेस कॉन्फ्रेंस करते हुए कहा है कि भारत पाकिस्तान के साथ बात करने के लिए तैयार है. रवीश कुमार ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि, आप सबको पता है कि हमारे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान को चिट्ठी लिखकर उन्हें प्रधानमंत्री बनने पर बधाई दी थी. ये चिट्ठी उसी के जवाब में पाकिस्तान के द्वारा लिखी गई है. 

इसके साथ ही उन्होंने कहा, ''इस समय मैं कन्फर्म कर सकता हूं की हमारे विदेश मंत्री और पाकिस्तान के विदेश मंत्री के बीच न्यूयॉर्क में मीटिंग होगी.'' वहीं जब रवीश कुमार से पूछा गया कि उनका एजेंडा क्या है? इसके जवाब में उन्होंने कहा, 'हम सिर्फ मीटिंग के लिए तैयार हुए हैं.' इस मुलाकात को हम बस मुलाकात की तरह देखें.. उन्होंने मीटिंग के लिए रिक्वेस्ट की है जिसे हमने स्वीकार किया है.'' 

वहीं करतारपुर साहिब के मुद्दे को लेकर रवीश कुमार ने कहा, ''करतारपुर साहिब को लेकर कई रिपोर्ट हैं. कई बार भारत ने इस मामले को पाकिस्तान के साथ उठाया है. विदेश मंत्री सुषमा स्वराज पाकिस्तान के समक्ष करतारपुर साहिब के मुद्दे को उठाएंगी. पाकिस्तान में धार्मिक जगहों पर यात्रा करने के लिए 1974 का प्रोटोकॉल है. जिसमें 15 स्थल आते हैं. जिसमें करतारपुर शामिल नहीं है.''

गौैरतलब है कि भारत लगातार कहता रहा है कि बातचीत और आतंकवाद साथ-साथ नहीं चल सकता है. इससे पहले भारत-पाकिस्तान के बीच साल 2015 में इस्लामाबाद में बात हुई थी. उस दौरान भारत की विदेश मंत्री सुषमा स्वाराज पाकिस्तान गई थीं जहां पर उन्होंने भारत का पक्ष रखा था.

इसे भी पढ़ें: पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने PM मोदी को चिट्ठी लिखकर की ये अपील ..

इससे पहले क्रिकेटर से राजनीति में आए पाकिस्तान के PM इमरान खान ने अपनी चिट्ठी में कई मुद्दों को उठाया था. इमरान खान ने अपनी चिट्ठी में आतंकवाद के मुद्दे पर बातचीत करने की बात कही थी. इसके साथ ही उन्होंने भारत पाकिस्तान के बीच दोनों देशों के विदेश मंत्रीयों के मुलाकात की बात कही थी जिसे अब भारत ने स्वीकार कर लिया है.  

गौरतलब है कि इमरान खान जब से पाकिस्तान के प्रधानमंत्री बने हैं तब से ही दोनों देशों के बीच शांति की वकालत करते कर रहे हैं. लेकिन इमरान खान के ''शांति'' वाले दावे की पोल तब खुल जाती है जब पाकिस्तान के द्वारा सीमापार से भारतीय सुरक्षाबलों को निशाना बनाया जाता है. खैर अब सबकी निगाहें भारत-पाक के बीच न्यूयॉर्क में होने वाली मीटिंग से क्या निकलता है उस पर टिकी हुई है.

Advertisement

Published September 20th, 2018 at 17:28 IST

आपकी आवाज. अब डायरेक्ट.

अपने विचार हमें भेजें, हम उन्हें प्रकाशित करेंगे। यह खंड मॉडरेट किया गया है।

Advertisement

न्यूज़रूम से लेटेस्ट

Advertisement
Advertisement
Advertisement
Whatsapp logo