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Updated October 9th, 2019 at 13:56 IST

सलमान खुर्शीद का बड़ा कबूलनामा: मुश्किल दौर में है कांग्रेस, राहुल गांधी ज़िम्मेदारियों से भागे

सलमान खुर्शीद ने खुलेआम माना कि कांग्रेस को अपनी इस दुर्गति की समीक्षा करनी होगी और बदलाव करने होंगे।

Reported by: Amit Bajpayee
| Image:self
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कांग्रेस के सीनियर नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री सलमान खुर्शीद ने पार्टी के भविष्य और उसके नेतृत्व को लेकर चिंता जताई है। सलमान खुर्शीद के कहा कि पार्टी की हालत देखकर दुख और चिंता होती है। लोकसभा चुनाव में हार की वजह से नेताओं के जिम्मेदारी से खुद को अलग करने पर चिंतन की जरूरत है। उन्होंने राहुल गांधी के कांग्रेस अध्यक्ष पद से इस्तीफे पर कहा कि ''हमारी सबसे बड़ी समस्या यह है कि हमारे नेता ने हमें छोड़ दिया। ''

सलमान खुर्शीद ने खुलेआम माना कि कांग्रेस को अपनी इस दुर्गति की समीक्षा करनी होगी और बदलाव करने होंगे। सलमान खुर्शीद के मुताबिक सोनिया गांधी ही कांग्रेस के लिए बेहतर अध्यक्ष हैं। गौरतलब है कि लोकसभा चुनाव में करारी हार के बाद राहुल गांधी कांग्रेस अध्यक्ष की जिम्मेदारी छोड़कर पीछे हट गए थे। लोकसभा चुनाव में हार के बाद 25 मई को इस्तीफा सौंप दिया था। कांग्रेस 542 में से 52 सीटों पर ही जीत पाई थी। जबकि भाजपा को 303 सीटें मिली थी। 

कांग्रेस ने आखिरकार सार्वजनिक तौर पर ये कुबूल कर लिया कि उनके नेता राहुल गांधी रणछोड़ हैं। राहुल ने मुसीबत में कांग्रेस का साथ छोड़ दिया और भाग गए कांग्रेस की डूबती नैया को छोड़कर। खुर्शीद ने कहा कि '' लोकसभा में मिली हार के बाद राहुल ने आवेश में आकर इस्तीफा दे दिया। इसके बाद उनकी मां को पार्टी की कमान संभालनी पड़ी।  हो सकता है कि अक्टूबर में चुनाव के बाद पार्टी को नया अध्यक्ष मिल पाए।'' ऐसे में अब कांग्रेसी ही राहुल के नेतृत्व छोड़कर भागने पर सवाल उठा रहे हैं।

सलमान खुर्शीद के बायन पर बीजेपी प्रवक्ता संबित पात्रा ने ट्वीट कर लिखा कि खुर्शीद मानते हैं कि राहुल गांधी 'छोड़ गए' और सोनिया गांधी सिर्फ 'फौरी इंतजाम' देख रही हैं। इसका मतलब है कि कांग्रेस में कोई नेता, नीति और नीयत बची नहीं है।

वहीं बीजेपी के उपाध्यक्ष विनय सहस्रबुद्धे ने कहा कि 'कांग्रेस का यह अंदरुनी मामला है लेकिन मुझे लगता है कि सलमान खुर्शीद ने ठीक कहा है कि रणछोड़ दास। पार्टी को बीच में छोड़कर चले गए, पार्टी में कोई क्यों रहे। पार्टी के अस्तित्व का प्रश्न उजागर हो रहा है। ऐसे में यह तय है कि बीजेपी-शिवसेना की भारी जीत होगी।

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Published October 9th, 2019 at 13:56 IST

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