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Updated January 6th, 2019 at 17:47 IST

सिद्धू की पाक यात्रा पर बोले गौतम गंभीर, "देशहित की भावना के आगे निजी दोस्ती कुछ भी नहीं"

इससे पहले, गंभीर ने कहा था कि “हमारे साथी देशवासियों की भावनाओं के साथ नहीं खेलना चाहिए. सिद्धू का पाकिस्तान जाना एक बड़ी गलती थी. ” 

Reported by: Neeraj Chouhan
| Image:self
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क्रिकेटर से राजनेता बने नवजोत सिंह सिद्धू के पाकिस्तान दौरा और उससे जुड़ा विवाद किसे नहीं याद होगा. उनका अपने "खास दोस्त" इमरान खान की बतौर पाकिस्तान पीएम ताजपोशी कार्यक्रम में जाना और पाक सेना प्रमुख जनरल बजावा को गले लगाना, ये सब चीजें सिद्धू और कांग्रेस के लिए किरकिरी कराने का सबब बनी. लेकिन अब पूर्व क्रिकेटर गौतम गंभीर ने रिपब्लिक टीवी के एडिटर-इन-चीफ अर्नब गोस्वामी से विशेष रूप से बातचीत में नवजोत सिंह सिद्धू के पाकिस्तान दौरे की खोलकर आलोचना की. 

गंभीर ने कहा कि “हमारे साथियों को देशवासियों की भावनाओं के साथ नहीं खेलना चाहिए. सिद्धू का पाकिस्तान जाना एक बड़ी गलती थी.”  अपने बयान पर आगे बढ़ते हुए उन्होंने कहा कि मुझे लगता है कि देश की भावनाओं आपकी व्यक्तिगत मित्रता से कहीं बड़ी है और मैं इस बात के साथ हमेशा खड़ा हूं. ऐसी बातों पर ट्वीट करने में क्या गलत है?    

उन्होंने कहा, "मुझे लगता है कि आपके देश की भावनाएँ आपकी व्यक्तिगत मित्रता से कहीं अधिक बड़ी हैं. और मैं हमेशा इसके साथ खड़ा रहूंगा. इस तरह से कुछ ट्वीट करने में क्या गलत है? यही वह जगह है जहां मेरे विश्वास हैं. मुझे लगता है कि देश की भावनाएं. आपकी व्यक्तिगत मित्रता से बड़ा. ”

2007 और 2011 विश्वकप टीम का हिस्सा रहे गौतम गंभीर ने कहा कि उन्होंने इस मामले को ज्यादा तवज्जो नहीं दी. उन्होंने राजनीति में जाने की इच्छा जाहिर करते हुए कहा कि अगर देश के लोग चाहेंगे तो मैं जरूर राजनीति का हिस्सा बनूंगा.

जब उनसे राजनीतिक पारी की शुरुआत को लेकर सवाल किया गया तो उन्होंने जवाब में कहा कि यदि लोग सोचते हैं कि मैं राजनीति में उतारने के लायक हूं और यदि उन्हें लगता है कि मैं इस देश में बदलाव ला सकता हूं. यदि मैं यह पुख्ता तौर पर महसूस करता हूं कि मुझे में इतनी ताकत है कि मैं इस देश को अच्छा बनाने के लिए कुछ कर सकता हूं तो जरूर करुंगा. मैं ये सुनिश्चित करुंगा कि जो भी मेरे बस में हो वो मैं करुंगा. यदि आप सब (देश के लोग) ये विश्वास करते हैं कि मुझे इसमें जाना चाहिए तो जरुर इस पर विचार करुंगा. 

क्रिकेट के तीनों फॉर्मेट में अंतरराष्ट्रीय स्तर पर 10,000 से अधिक रन बनाने वाले इस 37 वर्षीय बल्लेबाज ने हाल ही में अपना आखिरी रणजी मैच खेल क्रिकेट से संन्यास लिया था. 

गंभीर ने 58 टेस्ट मैचों में 41.96 की औसत से 4154 रन बनाए जिसमें नौ शतकीय पारी शामिल है. उन्होंने 147 एकदिवसीय मैचों में 39.68 की औसत और 11 शतकीय पारियों की मदद से 5238 रन बनाए. गंभीर ने टी-20 अंतरराष्ट्रीय मैचों में भी अपनी शानदार छाप छोड़ी. उन्होंने 37 मैच में सात अर्धशतक की मदद से 932 रन बनाए. जिसमें उनका औसत 27.41 का था.

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Published January 5th, 2019 at 16:26 IST

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