Updated October 30th, 2018 at 14:02 IST
केजरीवाल के आरोपों पर बोले गौरव भाटिया, 'विवेक तिवारी को मारने वाला मुस्लिम होता, तो मौनव्रत धारण कर लेते'
एपल कंपनी के एरिया सेल्स मैनेजर विवेक तिवारी का अंतिम संस्कार आज लखनऊ के बैकुंठ धाम (भैसा कुंड) में किया गया.
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उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ के वीआईपी इलाके में शुक्रवार रात पुलिस कांस्टेबल ने ऐपल के एरिया मैनेजर विवेक तिवारी की गोली मारकर हत्या किए जाने वाले मामले में सियासत तेज हो गई है. विवेक तिवारी हत्याकांड में दिल्ली के मुख्यमंत्री और आम आदमी पार्टी के संयोजक अरविंद केजरीवाल के आरोपों पर अब भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रिय प्रवक्ता गौरव भटिया ने तीखी प्रतिक्रिया देते हुए अपराध को धर्म का नजरिए से ना देखने की सलाह दी है.
गौरव भटिया ने रविवार को अपने अधिकारिक ट्विटर हैंडल से ट्वीट करते हुए लिखा, " अभी अगर पता चल जाये कि अपराधी मुस्लिम हैं तो ट्वीट डिलीट करके मौनव्रत धारण कर लोगे ममता बनर्जी के जंगल राज में त्रिलोचन महतो & दुलाल कुमार मारे गए तो मुहँ में दही जम गई थी. आप देश और समाज के लिए खतरा हो बलात्कार मर्डर करने वाले अपराधियों का कोई धर्म नहीं है वो केवल अपराधी हैं.
बता दें. विवेक तिवारी हत्याकांड पर प्रतिक्रिया देते हुए केजरीवाल ने कहा था कि विवेक तिवारी तो हिंदू था? फिर उसको इन्होंने क्यों मारा? भाजपा के नेता पूरे देश में हिंदू लड़कियों का रेप करते घूमते हैं? केजरीवाल ने आगे कहा कि अपनी आँखों से पर्दा हटाइए. भाजपा हिंदुओं की हितैषी नहीं है. सत्ता पाने के लिए अगर इन्हें सारे हिंदुओं का क़त्ल करना पड़े तो ये दो मिनट नहीं सोचेंगे.
शुक्रवार की रात को क्या हुआ था?
राजधानी लखनऊ के पॉश इलाके गोमतीनगर विस्तार में शुक्रवार देर रात गश्त कर रहे सिपहियों ने कार सवार एपल कंपनी के एरिया विवेक तिवारी को गोली मार दी. गंभीर रुप में घायल विवेक तिवारी की अस्पताल ले जाते वक्त मौत हो गई. एपल कंपनी के एरिया सेल्स मैनेजर विवेक तिवारी का अंतिम संस्कार आज लखनऊ के बैकुंठ धाम (भैसा कुंड) में किया गया.
चश्मदीद गवाह ने सुनाई आपबीती
बता दें, इस मामले में अब नए पहलू निकलकर सामने आ रहे हैं. इस मामले में चश्मदीद गवाह सना खान ने इस खौफनाक वारदात की आपबीती सुनाई है.
घटना के वक्त विवेक के साथ कार में मौजूद चश्मदीद लड़की सना खान ने कहा, शुक्रवार रात वह अपने कलीग विवेक तिवारी के साथ घर लौट रही थी, इसी बीच सामने से पुलिस वाले आए और उनकी कार को जबर्दस्ती रोकने लगे. विवेक तिवारी सर ने कार नहीं रोकी. उन्होंने सोचा कि पता नहीं कौन है जो इतना रात को रोक रहा है और हम अकेले है. इसके बाद पुलिस वालोंन ने सामने से अपनी बाइल लगा दी और रोकने लगे. इसी बीच बाइक से उतर कर एक पुलिस वाला मेरी और डंडे से वार करता है.
सना ने कहा विवेक सर ने गाड़ी नहीं रोगी और वह साइड से अपनी गाड़ी निकालने लगे. इस बीच उनकी गाड़ी पुलिसवालों की बाइक पर थोड़ी से चढ़ गई. आगे बैठे सिपाही ने सीधा सर को गोली मार दी. गोली विवेक के गले पर आकर लगी. कुछ दूर चलने के बाद असमर्थ विवेक सर कार चलाते रही और आगे जाकर जब वह नहीं चला पाए तो एक पिलर से टकरा जाते ह. इसके बाद दोनों पुलिस वाले वहां से फरार हो जाते है. जिसके बाद सना उतर के मदद के लिए गुहार लगाती है कि कोई अपना फोन दे दो लेकिन किसी ने मदद नहीं की , थोड़ी देर बाद पुलिस वहां पुलिस आई.
पत्नी ने उठाए पुलिस कार्रवाई पर सवाल...
इस घटना को लेकर विवेक तिवारी की पत्नी कल्पना तिवारी ने कहा, '' पुलिस कह रही है कि मेरे पति को संदग्धित अवस्था में देखा गया था. तो वह उसके नंबर आरटीओ ऑफ़िस से निकाल लेते. उन्हें गोली मारने की क्या ज़रुरत थी. मैं अपने छोटे - छोटे बच्चों को क्या जवाब दूंगी.
वहीं पत्नी कल्पना ने कहा,," विवेक ने फोन पर बताया था कि वो सना को छोड़ने के बाद घर पहुंचेंगे. मैंने बाद में फोन किया तो एक आदमी ने उठाया जिसने कहा कि एक्सीडेंट हो गया है, लोहिया पहुंचें आप. मैं लोहिया गई तो गोली की बात नहीं बताई गई, कहा गया कि छोटा सा एक्सीडेंट था. बाद में डॉक्टर ने कहा कि उनके सिर पर चोट लगी थी जिसके बाद ब्लीडिंग बहुत हुई और उन्हें बचाया नहीं जा सका."
आरोपी कॉन्स्टेबल ने किया बचाव
इस मामले में आरोपी कान्स्टेबल प्रशांत चौधरी का कहना है कि रात 2 बजे मुझे एक संदिग्ध कार दिखी जिसकी लाइट बंद थी, जब मैंने कार की तलाशी लेनी चाही तो विवेक ने तीन बार मुझे गाड़ी से मारने की कोशिश की, जिसके बाद अपने बचाव में मुझे फायरिंग करनी पड़ी.
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Published September 30th, 2018 at 13:02 IST
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