Updated September 12th, 2018 at 19:54 IST
अरुण जेटली ने कहा तथ्यात्मक रूप से झूठ बोल रहे हैं विजय माल्या, उन्हें मुलाकात के लिए कोई अपॉइंटमेंट नहीं दिया..
2014 से अब तक मैंने माल्या को मुलाकात के लिए कोई अपॉइंटमेंट नहीं दिया है, ऐसे में मुझसे मिलने का सवाल ही नहीं उठता
Advertisement
भगोड़े शराब कारोबारी विजय माल्या के प्रत्यर्पण के मामले में चल रही सुनवाई के दौरान माल्या ने कहा कि वह भारत छोड़ने से पहले वित्तमंत्री से मिलकर आए थे. माल्या ने आगे कहा, 'वह सेटलमेंट को लेकर वित्त मंत्री से मिले थे, लेकिन बैंकों ने मेरे सेटलमेंट प्लान को लेकर सवाल खड़े किए.'
इस बयान पर बवाल मचाने के बाद वित्त मंत्री अरुण जेटली ने फेसबुक पोस्ट के जरिए इस बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि मैने कभी भी विजय माल्य को मिलने के लिए अपॉइंटमेंट नहीं दिया.
अरुण जेटली ने कहा, उनका बयान तथ्यात्मक रूप से झूठ हैं . 2014 से अब तक मैंने माल्या को मुलाकात के लिए कोई अपॉइंटमेंट नहीं दिया है, ऐसे में मुझसे मिलने का सवाल ही नहीं उठता.
हालांकि , वह एक राज्य सभा के सदस्य थे ऐसे में वह कभी- कभार सदन में आते थे. ऐसे में मैं सदन से आवस जाने के लिए निकल रहा था . वह अनौपचारिक तौर मेरे साथ चलने नकिला दौरान उन्होंने कहा था,'मैं सेटलमेंट के लिए एक ऑफर तैयार कर रहा हूं.' इस बातचीत को आगे बढ़ाने से पहले मैंने उन्हें उनके पहले के ऑफरों के बारे में भी बताया. मैंने माल्या से कहा, 'मेरे सामने ऑफर रखने का कोई मतलब ही नहीं है, उन्हें यह बात अपने बैंकों के सामने रखनी चाहिए.' यहां तक कि वह उस दौरान अपने हाथ में जो पेपर लिए हुए थे, मैंने उन्हें भी नहीं लिया.'
इसके अलावा उसने अपने राज्यसभा सदस्य के तौर पर अपने विशेषाधिकार का दुरुपयोग किया, ताकि बैंक देनदार के रूप में अपनी व्यावसायिक रुचि को आगे बढ़ाया जा सके.
बता दें बैकों का करीब 9 हजार करोड़ रुपए लेकर फरार शराब कारोबारी विजय माल्या के प्रत्यर्पण को लेकर आज लंदन की एक अदालत में सुनवाई हुई . इस दौरान माल्य ने कहा 'मैं मामला निपटाने को लेकर जेटली से मिला था. मैं बैंक का बकाया कर्ज चुकाने के लिए तैयार था. लेकिन बैंकों ने मेरे सेटलमेंट को लेकर सवाल खेड़ किए. माल्या ने कहा कि मुझे बलि का बकरा बनाया जा गया.
कोर्ट में सुनवाई के बाद पत्रकारों ने जब वित्त मंत्री से मुलाकात को लेकर माल्या से सवाल किया तो उसने कहा कि वह इस मीटिंग के बार में विस्तार से जानकारी नहीं दे सकते हैं. गौरतलब है कि जिस वक्त माल्य देश छोड़कर गए, उस समय अरुण जेटली वित्त मंत्री थे.
Advertisement
Published September 12th, 2018 at 19:37 IST
आपकी आवाज. अब डायरेक्ट.
अपने विचार हमें भेजें, हम उन्हें प्रकाशित करेंगे। यह खंड मॉडरेट किया गया है।