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Updated October 8th, 2018 at 21:52 IST

संवेदनशील ब्रह्मोस यूनिट में PAK घुसपैठ का हुआ 'खुलासा', ATS के हत्थे चढ़ा संदिग्ध ISI एजेंट....

इसके अलावा, सूत्रों के अनुसार, आईएसआई के संदिग्ध की गिरफ्तारी के बाद उत्तर प्रदेश से दो वैज्ञानिकों को भी उत्तर प्रदेश एटीएस ने गिरफ्तार किया है

Reported by: Neeraj Chouhan
| Image:self
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देश की संवेदनशील माने जाने वाली ब्रह्मोस यूनिट में बड़ी सुरक्षा चूक का खुलासा हुआ है. उत्तर प्रदेश और महाराष्ट्र एटीएस ने सोमवार को नागपुर की ब्रह्मोस यूनिट से एक संदिग्ध ISI एजेंट को गिरफ्तार किया है. संदिग्ध डिफेंस रिसर्च और डेवलपमेंट संस्थान में काम करता था और कथित तौर पर पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी इंटर सर्विस इंटेलीजेंस (आईएसआई) को संवेदनशील सूचानाएं देता था. सुरक्षा एजेंसी द्वारा हिरासत में लिए गए युवक की पहचान निशांत अग्रवाल के रूप में हुई है और उन्हें ब्रह्मोस​​​​​​​ मिसाइल से जुड़ी गुप्त सूचनाएं देने के आरोप में गिरफ्तार किया गया है . 

इसके अलावा, सूत्रों के अनुसार, आईएसआई के संदिग्ध की गिरफ्तारी के बाद उत्तर प्रदेश से दो वैज्ञानिकों को भी उत्तर प्रदेश एटीएस ने गिरफ्तार किया है. बताया जा रहा है कि ये दोनों वैज्ञानिक डीएमएसआरडीई लैब में काम करते थे. बता दें,  रक्षा सामग्री और स्टोर अनुसंधान और विकास प्रतिष्ठान (डीएमएसआरडीई) भारतीय रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन (डीआरडीओ) की एक प्रयोगशाला है. 

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उत्तर प्रदेश पुलिस सूत्रों ने रिपब्लिक को बताया है कि नागपुर में छापे चल रहे हैं और वर्तमान में गिरफ्तार किए गए व्यक्ति पर सवाल पूछे जा रह हैं.

पुलिस के सूत्र ने कहा, "हम कुछ तथ्यों का पता लगा रहे हैं. जहां तक अन्य हिरासतों का सवाल है, अभी भी टिप्पणी नहीं कर सकते क्योंकि छापे अभी भी चल रहे हैं . 

दुनिया की सबसे तेज मिसाइल ब्रह्मोस को भारत औ रूस द्वारा विकसित किया गया है. यह एक मीडियम श्रेणी की रैमजेट सुपरसोनिक क्रूज मिसाइल है जिसे पनडुब्बी, जहाजों, विमान या भूमि से लॉन्च किया जा सकता है.  रूस की एनपीओ मशीनोस्ट्रोयेनिया ( NPO Mashinostroeyenia ) तथा भारत के रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन ने संयुक्त रूप से इसका विकास किया है. यह रूस की पी-800 ओंकिस क्रूज मिसाइल की प्रौद्योगिकी पर आधारित है .

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Published October 8th, 2018 at 17:15 IST

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