Updated June 8th, 2021 at 22:02 IST
पंजाब के बाद राजस्थान कांग्रेस में कलह: 10 जून को 18 विधायकों के साथ बैठक करेंगे सचिन पायलट, पार्टी को दिया एक महीने का अल्टीमेटम
दरअसल कांग्रेस नेता और पूर्व उप मुख्यमंत्री सचिन पायलट खुद ही कांग्रेस नेतृत्व पर निशाना साधा रहे हैं।
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पंजाब के बाद राजस्थान में भी कांग्रेस के लिए राजनीतिक तपिश बढ़ती दिख रही है। दिल्ली में बैठे कांग्रेस के बड़े नेता राजस्थान की सियासी आबोहवा में भी अजीब सी सियासी आंच महसूस कर रहे हैं। पंजाब में कैप्टन बनाम सिद्धू का मामला अभी सुलझा भी नहीं था कि राजस्थान कांग्रेस में फिर कलह दिखने लगी। सत्ता में हिस्सेदारी को लेकर अशोक गहलोत गुट और सचिन पायलट गुट एक बार फिर सामने आ खड़ा हुआ है। सचिन पायलट के समर्थक विधायकों ने अब कांग्रेस नेतृत्व को 10 महीने पुराने राजनीतिक वादे को याद करवाने का बीड़ा उठा लिया है। राज्य में कैबिनेट विस्तार और राजनीतिक नियुक्ति न होने पर उनके निशाने पर हाईकमान है।
दरअसल कांग्रेस नेता और पूर्व उप मुख्यमंत्री सचिन पायलट खुद ही कांग्रेस नेतृत्व पर निशाना साधा रहे हैं। कुछ दिन पहले ही उन्होंने कांग्रेस नेतृत्व की तरफ से बनाई गई कमेटी पर समस्या सुलझाने में विफल रहने का आरोप लगाया है, जिसके बाद उनके गुट के विधायक भी मुखर हो गए हैं।
सचिन समर्थक गुट ने साफ कहा कि जिसका जितना वोट उसकी उतनी हिस्सेदारी के आधार पर सत्ता का विकेंद्रीकरण हो। दरअसल राज्य में सुलह के फॉर्मूले को लेकर कांग्रेस नेतृत्व ने जो कमेटी बनाई थी, वो 10 महीने बाद भी किसी नतीजे पर पहुंच नहीं पाई है। यही वजह है कि सचिन गुट ने एक बार फिर मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के खिलाफ मोर्चा संभाल लिया है। कांग्रेस आलाकमान की तरफ से कोई रास्ता नहीं निकलने को वो अब आम कार्यकर्ताओं के सम्मान से जोड़ रहे हैं। यही वजह है कि सचिन पायलट ने दिल्ली में बैठे कांग्रेस के बड़े नेताओं को एक महीने का अल्टीमेटम दिया है। इस दौरान उन्होंने 10 जून को अपने 18 समर्थक विधायकों से मिलने का भी ऐलान किया है। पहले पंजाब और फिर राजस्थान कांग्रेस में बागी सुर ने BJP को भी राजनीतिक मौका थमा दिया।
दरअसल पिछले साल सचिन पायलट राजस्थान कांग्रेस के करीब डेढ़ दर्जन विधायकों के साथ गुरुग्राम के मानेसर चले गए थे। जिसके बाद सियासी हलचल तेज हो गई थी। हालांकि हाईकमान की दखल के बाद वो मान गए। बाद में कांग्रेस ने पायलट मामले को सुलझाने के लिए एक कमेटी बनाई थी, जिसके बहाने सचिन समर्थक विधायक अब कांग्रेस नेतृत्व पर ही निशाना साध रहे हैं।
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Published June 8th, 2021 at 21:59 IST
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