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Updated November 24th, 2021 at 16:50 IST

कांग्रेस ने SFJ नेता के भाई का Genco प्रमुख के रूप में चयन का किया समर्थन, बताया उन्हें 'पार्टी का वफादार'

पंजाब सरकार ने हाल ही में प्रतिबंधित समूह SFJ नेता के भाई बलविंदर सिंह की सरकारी ऊर्जा कंपनी  में अध्यक्ष के पद पर नियुक्त किया है।

Reported by: Ritesh Mishra
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पंजाब सरकार ने हाल ही में प्रतिबंधित समूह SFJ नेता के भाई बलविंदर सिंह की सरकारी ऊर्जा कंपनी (Genco) में अध्यक्ष के पद पर नियुक्त किया है। हालांकि अब कांग्रेस को लेकर इस पद पर एसएफजे नेता के भाई की नियुक्ति को लेकर आलाचनाओं का सामना करना पड़ा रहा है। वहीं इस बीच पार्टी नेता ने सरकार के इस फैसले का बचाव किया है। 

पंजाब के मंत्री त्रिपत राजिंदर सिंह बाजवा के हवाले से एक रिपोर्ट में कहा गया कि बलविंदर सिंह कांग्रेस के वफादार हैं और पार्टी को नहीं पता कि उनका भाई क्या कर रहा है। बलविंदर सिंह प्रतिबंधित खालिस्तानी संगठन- सिख फॉर जस्टिस (एसएफजे) के नेता के भाई हैं। बता दें कि बलविंदर सिंह को पंजाब जेनको लिमिटेड का अध्यक्ष बनाया गया है।

पंजाब सरकार के इस फैसले पर भाजपा और अकाली दल दोनों ने सीएम चरणजीत सिंह चन्नी की आलोचना की है। इसके साथ ही इस नियुक्ति पर कांग्रेस सरकार से स्पष्टीकरण मांगा है। 

अकाली दल प्रमुख सुखबीर सिंह बादल ने कहा कि 'पंजाब सरकार ने सिख फॉर जस्टिस के पदाधिकारी के भाई (बलविंदर सिंह कोटलाबामा) को चेयरमैन (पंजाब जेनको लिमिटेड का) नियुक्त किया है। सीएम (चरणजीत सिंह) चन्नी इस पर लोगों को जवाब दें।'

बलविंदर सिंह की नियुक्ति पर नेताओं ने उठाए सवाल

इस मुद्दे पर जम्मू-कश्मीर के पूर्व उप मुख्यमंत्री कवींद्र सिंह ने कहा कि पंजाब सरकार और कांग्रेस पार्टी ने हमेशा ऐसे तत्वों के साथ साजिश की है और ऐसी नियुक्तियों को बर्दाश्त नहीं किया जाना चाहिए। 

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पंजाब के पूर्व मंत्री, तीक्षन सूद ने नियुक्ति को 'बेहद दुर्भाग्यपूर्ण' बताया और कहा कि वो ऐसे व्यक्ति के भाई हैं जो अलगाववादी आंदोलन के लिए लड़ रहे हैं।

क्या है एसएफजे?

बता दें कि सिख फॉर जस्टिस (SFJ) खालिस्तान के निर्माण का समर्थन करने वाला एक अलगाववादी संगठन है। ये संगठन भारत में कई हिंसाओं के लिए भी जिम्मेदारी है। समूह का नेतृत्व गुरपतवंत सिंह पन्नून, हरदीप सिंह निज्जर और परमजीत सिंह कर रहे हैं, जिनमें से परमजीत को गैरकानूनी गतिविधि (रोकथाम) अधिनियम के तहत एनआईए द्वारा आतंकवादी के रूप में नामित किया गया है। गुरपतवंत और हरदीप अलगाववादी हैं। 

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Published November 24th, 2021 at 16:50 IST

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