Updated March 12th, 2021 at 14:19 IST
कांग्रेस विधायक रमेश मीणा का बड़ा बयान, 'SC/ST विधायकों की सरकार में हो रही है अनदेखी'
राजस्थान के पूर्व मंत्री की नाराजगी एससी और एसटी से जुड़े विधायकों को कथित तौर पर विधानसभा में बोलने नहीं देने के बाद हुई।
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राजस्थान कांग्रेस के विधायक रमेश मीणा ने पार्टी पर बड़ा आरोप लगाते हुए कहा कि यहां अनुसूचित जाति (एससी) के सदस्यों के साथ भेदभाव होता है और मामले में कार्रवाई नहीं होने पर पार्टी से इस्तीफा देने की धमकी दी। राजस्थान के पूर्व मंत्री की नाराजगी एससी और एसटी से जुड़े विधायकों को कथित तौर पर विधानसभा में बोलने नहीं देने के बाद हुई।
अशोक गहलोत की अगुवाई वाली सरकार पर एससी और एसटी की आवाज दबाने का आरोप लगाते हुए रमेश मीणा ने आरोप लगाया कि “सदन में बैठने की व्यवस्था में SC-ST और माइनॉरिटी से जुड़े विधायकों के साथ भेदभाव हो रहा है इन सभी को जानबूझकर बिना माइक वाली सीटें दी गई हैं। हमारी आवाज को दबाया जा रहा है। जनता ने हमे यहां एक बड़ी जिम्मेदारी के साथ भेजा है और सदन में जनता की आवाज और उनकी समस्याओं को उठाना हमारा धर्म कर्तव्य और अधिकार है।”
उन्होंने आगे कहा कि “क्यों विशेष विधायकों को ही बार बार बोलने का मौका दिया जाता है। नियम सब पर लागू होने चाहिए। SC-ST और माइनॉरिटी कांग्रेस की रीढ़ की हड्डी है। आवाज को दबाया नही जा सकता। सरकार इसे समझे, इन वर्गों के प्रतिनिधियों के साथ भेदभाव करके क्या मैसेज जाएगा।”
इसके अलावा, कांग्रेस के रमेश मीणा ने कहा कि उन्होंने मुख्य सचेतक महेश जोशी से इस मुद्दे पर चर्चा की और टिप्पणी की कि एससी, एसटी और अल्पसंख्यक समुदायों के सदस्य कांग्रेस की रीढ़ थे।
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Published March 12th, 2021 at 14:12 IST
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