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Updated November 3rd, 2018 at 16:23 IST

कांग्रेस में टिकट बंटवारे को लेकर ज्योतिरादित्य सिंधिया और दिग्विजय में कलह

मध्यप्रदेश चुनाव में कांग्रेस को एक के बाद एक झटका लगता जा रहा है. सीट के बंटवारे पर घमासान का मामला अभी थमा ही नहीं था कि कांग्रेस के पूर्व सांसद प्रेमचंद गुड्डू ने बीजेपी का दामन थाम लिया.

Reported by: Ayush Sinha
| Image:self
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मध्यप्रदेश में विधानसभा चुनाव में सीटों के बंटवारे को लेकर कांग्रेस में छिड़ी अंदरूनी जंग खत्म होने का नाम नहीं ले रही है. हाल ही में चुनाव समिति की बैठक के दौरान पार्टी अध्यक्ष राहुल गांधी के सामने ही कांग्रेस नेता ज्योतिरादित्य सिंधिया और दिग्विजय सिंह के बीच जमकर बहस हुई. उम्मीदवारों के नाम को लेकर सिंधिया और दिग्विजय के बीच हालात गरम हो गए थे.

बैठक के बाद मीडिया से रूबरू होकर कांग्रेस नेता अशोक गहलोत ने तकरार की ख़बर को खारिज कर दिया था. लेकिन इसी बीच कमलनाथ की सफाई के बाद कांग्रेस एक बार फिर सवालों के घेरे में आ गई है. 

वहीं सीटों के बंटवारे को लेकर कांग्रेस में मचे भीतरी घमासान पर कांग्रेस नेता कमलनाथ ने सफाई दी है.

मीडिया से बात करते  हुए कमलनाथ ने कहा- ''ऐसी कोई बात नहीं है, ऐसी बातें होती रहती है, कोई तनाव की स्थिति नहीं है''.

 

तकरार पर बीजेपी ने ली कांग्रेस की चुटकी

कांग्रेस की आपसी कलह के बीच भारतीय जनता पार्टी लगातार चुटकी ले रही है. बीजेपी का कहा कि राहुल जी के सामने ही पार्टी के कार्यकर्ता लड़ते रहे और और वो हाथ पर हाथ धरे देखते रहें. इस दौरान बीजेपी ने राहुल गांधी की नेतृत्व क्षमता पर भी सवाल खड़े कर दिए.

इस बीच, हैरान कर देने वाली ख़बर ये भी आ रही है कि सांसद ज्योतिरादित्य सिंधिया और कमलनाथ को भी कांग्रेस चुनाव मैदान में उतार सकती है. जाहिर है कि कांग्रेस मध्यप्रदेश की सत्ता हासिल करने के लिए कोई भी कसर नहीं छोड़ना चाहती है. 


कांग्रेस को एक और झटका

विधानसभा चुनाव से पहले कांग्रेस को तगड़ा झटका लगा है. कांग्रेस के पूर्व सांसद प्रेमचंद गुड्डू ने दिल्ली बीजेपी कार्यालय में नेता कैलाश विजयवर्गीय की उपस्थिति में बीजेपी का दामन थाम लिया. बता दें, कि प्रेमचंद गुड्डू 2009 से 2014 तक उज्जैन लोकसभा सीट से सांसद भी रह चुके हैं. इस बीच, इस पूरे मामले में देखने वाली बात ये होगी कि क्या बीजेपी प्रेमचंद गुड्डू को भी चुनावी मैदान में उतारती है. लेकिन कांग्रेस को लग रहे एक के बाद एक झटके से ये सवाल उठ रहे हैं कि क्या कांग्रेस पार्टी राहुल गांधी के कंट्रोल से फिसल रही है?

 

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Published November 2nd, 2018 at 20:23 IST

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