Updated September 20th, 2021 at 11:36 IST
नई पंजाब सरकार में ब्रह्म मोहिंद्रा और सुखजिंदर सिंह रंधावा होंगे डिप्टी सीएम
ब्रह्म मोहिंद्रा और सुखजिंदर सिंह रंधावा पंजाब में उपमुख्यमंत्री होंगे। सूत्रों ने कांग्रेस पार्टी के भीतर चर्चा के बीच खुलासा किया है।
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ब्रह्म मोहिंद्रा (Brahm Mohindra ) और सुखजिंदर सिंह रंधावा (Sukhjinder Singh Randhawa पंजाब में उपमुख्यमंत्री होंगे। सूत्रों ने कांग्रेस पार्टी के भीतर चर्चा के बीच खुलासा किया है। एआईसीसी के पंजाब के प्रभारी महासचिव हरीश रावत ने संकेत दिया था कि कांग्रेस एक जाट सिख और एक हिंदू को डिप्टी सीएम पद के लिए चुन सकती है। मोहिंद्रा वर्तमान में सबसे वरिष्ठ विधायकों में से एक हैं। मोहिंद्रा दो मौकों पर चुनाव हारे थे वहीं 6 बार राज्य विधानसभा के लिए चुने गए हैं। दिलचस्प बात यह है कि पटियाला ग्रामीण से विधायक ब्रह्म मोहिंद्रा को पंजाब के पूर्व सीएम अमरिंदर सिंह का करीबी माना जाता है।
दूसरी ओर, सुखजिंदर सिंह रंधावा 2012 से डेरा बाबा नानक निर्वाचन क्षेत्र से जीत रहे हैं। जब सुखजिंदर रंधावा निवर्तमान सरकार में जेल और सहकारिता मंत्रालयों के प्रभारी थे, तब मोहिंद्रा ने स्थानीय सरकार और संसदीय मामलों जैसे विभागों को संभाला था। एक हिंदू चेहरा मोहिंद्रा और एक जाट सिख रंधावा की संभावित नियुक्ति को पंजाब में जाति संयोजन को संतुलित करने के प्रयास के रूप में माना जा रहा है। वहीं अब चरणजीत सिंह चन्नी पहले दलित सिख सीएम बने हैं। एआईसीसी कोषाध्यक्ष और पूर्व केंद्रीय मंत्री पवन कुमार बंसल ने पहले ही डिप्टी सीएम के चयन की पुष्टि कर दी है।
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अमरिंदर सिंह ने दिया इस्तीफा
अमरिंदर सिंह और नवजोत सिंह सिद्धू के बीच तनातनी के बीच 18 सितंबर को शाम 5 बजे कैप्टन अमरिन्द्र सिंह ने इस्तीफा दे दिया था। कैप्टन अमरिंदर सिंह पद छोड़ने के बद अटकलों के बीच उन्होंने उसी दिन शाम करीब साढ़े चार बजे पंजाब के राज्यपाल बनवारीलाल पुरोहित को अपना इस्तीफा सौंप दिया था।
रिपब्लिक मीडिया नेटवर्क के प्रधान संपादक अर्नब गोस्वामी से खास बात चीत में वरिष्ठ कांग्रेस नेता अमरिंदर सिंह ने जोर देकर कहा कि उन्होंने पार्टी अध्यक्ष सोनिया गांधी को उनके "अपमान" के मद्देनजर अपने फैसले के बारे में सूचित किया था। उन्होंने कहा कि, "मैं कभी भी किसी चीज से नहीं जुड़ा हूं, मैं निराश और विश्वासघात और अपमानित महसूस करता हूं। मैं उन लोगों में से नहीं हूं जो अपमान सह सकते हैं। लेकिन इसका मतलब यह नहीं है कि मैं राजनीति से बाहर हूं, मैं अभी राजनीति में हूं।'
इस बीच, कांग्रेस विधायक दल ने दो प्रस्ताव पारित किए- एक निवर्तमान मुख्यमंत्री के प्रदर्शन की सराहना करते हुए और दूसरा सोनिया गांधी को नए सीएम का फैसला करने के लिए अधिकृत किया। इससे पहले राज्यसभा सांसद अंबिका सोनी को सीएम पद की पेशकश की गई थी, उन्होंने यह कहते हुए अवसर को ठुकरा दिया कि मुख्यमंत्री कोई सिख समुदाय से संबंधित होना चाहिए।
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Published September 20th, 2021 at 11:27 IST
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