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Updated February 2nd, 2019 at 19:52 IST

अयोध्या EXCLUSIVE स्टिंग ऑपरेशन: BJP का सपा पर तीखा प्रहार- मुलायम सिंह सरकार ने राम भक्तों पर चलवाई थी गोली

संबित पात्रा ने आगे कहा कि मुलायम ने कहा था, 16 को मारा है जरुरत पडती तो 40 को मारते. अफजल गुरु को फांसी होती है तो उसको जलाया नहीं जाता

Reported by: Neeraj Chouhan
| Image:self
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रिपब्लिक भारत की SUPER EXCLUSIVE इनवेस्टिगेटिव रिपोर्ट में अयोध्या विवाद से जुड़ा सबसे बड़ा खुलासा के बाद से ही राजनीति में भूचाल आ गया है. बीजेपी ने तल्ख तेवरअख्तियार करते हुए समाजवादी पार्टी और पूर्व पार्टी प्रमुख पर निशाना साधा है.  

बीजेपी प्रवक्ता संबित पात्रा ने नई दिल्ली में प्रेस को संबोधित करते हुए कहा कि आज एक टीवी चैनल के माध्यम से खुलासा हुआ है कि किस प्रकार उत्तर प्रदेश में मुलायम सिंह सरकार द्वारा राम भक्तों पर गोली चलवाई गई थी और हिन्दू रीति-रिवाज के हिसाब से उनकी अंत्येष्टि नहीं की गई बल्कि उन्हें जमीन में दफना दिया गया.

संबित पात्रा ने आगे कहा कि मुलायम ने कहा था, 16 को मारा है जरुरत पडती तो 40 को मारते. अफजल गुरु को फांसी होती है तो उसको जलाया नहीं जाता, दफनाया जाता है. कुछ लोग रामभक्ति करने का ढोंग करते हैं. 
उन्होंने आगे मुलायम सिहं के बेटे और सपा प्रमुख अखिलेश यादव पर भी निशाना साधते हुए कहा कि उनको इसका जवाब देना चाहिए.

रिपब्लिक भारत ने किया था स्टिंग ऑपरेशन

दरअसल 30 अक्टूबर 1990 को लाखों कारसेवकों पर गोलियां चलवाकर उस वक्त मानवता का खून कर दिया गया था। तत्कालीन SHO वीबी सिंह ने कई चौंका देने वाली बात सामने रखी। रिपब्लिक भारत के इस खुलासे से हर किसी के पैरों तले जमीन खिसक गई। इस बीच उत्तर प्रदेश के उपमुख्यमंत्री दिनेश शर्मा ने जांच की बात कही।

बता दें, साल 1990 के दशक अयोध्या चलो के आह्वान पर अयोध्या पहुंचे लाखों कारसेवकों ने राम मंदिर निर्माण की मांग को लेकर अयोध्या पहुंचे थे। 30 अक्टूबर 1990 को लाखों कारसेवकों पर गोलियां चलवाकर उस वक्त मानवता का खून कर दिया गया था। 

गौरतलब है कि इससे पहले ही 25 सितंबर 1990 को बीजेपी के तत्कालीन अध्यक्ष लाल कृष्ण आडवाणी ने गुजरात के सोमनाथ से उत्तर प्रदेश के अयोध्या तक रथ यात्रा निकाली थी। गोलीकांड के बाद नवंबर 1990 को आडवाणी को बिहार के समस्तीपुर में गिरफ्तार कर लिया गया। जिसके बाद बीजेपी ने तत्कालीन प्रधानमंत्री वी.पी. सिंह की सरकार से समर्थन वापस ले लिया था।

कारसेवकों के नरसंहार पर रिपब्लिक भारत के सबसे बड़े खुलासे के बाद तत्कालीन मुख्यमंत्री मुलायम सिंह सवालों के कटघरे में हैं। इसे लेकर हर कोई लगातार अपनी-अपनी प्रतिक्रिया दे रहा है लेकिन कांग्रेस पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी ने अभी तक अपनी प्रतिक्रिया नहीं दी है।

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Published February 2nd, 2019 at 19:52 IST

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