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Updated January 3rd, 2019 at 11:39 IST

राहुल गांधी पर अरुण जेटली का करारा वार, कहा - 'आपातकाल की तानाशान' का पोता ने दिखाया अपना असली DNA

वित्त मंत्री ने एक बार फिर राहुल गांधी को आड़े हाथों लेते हुए अपने अधिकारिक ट्वीटर हैंडल पर लिखा 'आपातकाल की तानाशान' के पोते ने अपना असली डीएनए दिखा दिया.

Reported by: Amit Bajpayee
| Image:self
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लोकसभा में कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी के आरोपों के तीखे जवाब देने के बाद केंद्रीय वित्त मंत्री अरुण जेटली पीछे नहीं हटे हैं और संसद के बाहर भी राहुल गांधी पर ट्विटर के जरिए तीखे हमले कर रहे हैं. आज गुरुवार को वित्त मंत्री ने एक बार फिर राहुल गांधी को आड़े हाथों लेते हुए अपने अधिकारिक ट्वीटर हैंडल पर लिखा 'आपातकाल की तानाशान' के पोते ने अपना असली डीएनए दिखा दिया.

दरअसल , बुधवार को राहुल गांधी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के इंटरव्यू पर निशाना साधा था और कहा था इंटरव्यू में सवाल पूछने वाली पत्रकार ही खुद सवालों के जवाब दे रहीं थी. बता दें समाचार एजेंसी एएनआई की संपादक स्मिता प्रकाश ने पहली जनवरी के दिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का इंटरव्यू किया था . राहुल गांधी ने इंटरव्यू को पहले से फिक्स बताया था.

राहुल ने बुधवार को लोकसभा में अपने भाषण में कहा था कि पीएम मोदी ने ‘पूर्वनियोजित साक्षात्कार' दिया. इसका बाद राहुल ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में फिर से इसका मजाक बनाया था. उन्होंने कहा था, ‘क्या आपने प्रधानमंत्री का मंगलवार का साक्षात्कार देखा? वह हंस रहे थे. अनुकूल पत्रकार (साक्षात्कार ले रही थी). वह सवाल पूछ रही थीं और प्रधानमंत्री के जवाब भी दे रही थीं.'

राहुल गांधी के इन आरोपों पर वित्त मंत्री अरुण जेटली ने अपने ट्विटर हेडल पर लिखा कि, ''आपातकाल की तानाशाह का पोता एक स्वतंत्र पत्रकार को डरा रहा है और उनपर हमला कर रहा हैं. ऐसा करके वे अपना डीएनए दर्शा रहे हैं. वित्त मंत्री ने राहुल गांधी के आरोपों पर एडिटर्स गिल्ड से भी जवाब मांगा है.'' 


वहीं भाजपा ने बुधवार को पीएम मोदी के इंटरव्यू को 'पूर्वनियोजित' कहने पर कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी से माफी मांगने को कहा था. भाजपा मीडिया प्रमुख अनिल बलूनी ने देर रात दिए गए अपने बयान में मोदी का इंटरव्यू लेने वाली पत्रकार का बचाव करते हुए कहा कि गांधी द्वारा मीडियाकर्मी पर निशाना साधना पत्रकारों के बारे में कांग्रेस की मानसिकता दर्शाता है. 

उन्होंने कहा , यह स्वतंत्र पत्रकारिता के बारे में कांग्रेस की मानसिकता रही है , राहुल गांधी के डीएनए आपातकाल का है. उनकी पार्टी का पत्रकारिता को कुचलने का इतिहास रहा है. उन्हें अपनी ओछी टिप्पणियों के लिए देश के पत्रकारों से माफी मांगनी चाहिए.


 

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Published January 3rd, 2019 at 11:39 IST

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