Updated November 5th, 2018 at 15:57 IST
राज बब्बर के बयान पर बरसे अमित शाह, कहा- माओवादियों को लेकर राहुल गांधी साफ करें अपना रूख
भारतीय जनता पार्टी के अध्यक्ष अमित शाह ने हाल ही में कांग्रेस नेता राज बब्बर के द्वारा माओवादियों को लेकर दिए गए बयान पर कांग्रेस पार्टी पर हमला बोला है.
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भारतीय जनता पार्टी के अध्यक्ष अमित शाह ने हाल ही में कांग्रेस नेता राज बब्बर के द्वारा माओवादियों को लेकर दिए गए बयान पर कांग्रेस पार्टी पर हमला बोला है. बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह ने राज बब्बर के बयान पर कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी से जवाब मांगा है. छत्तीसगढ़ में एक रैली को संबोधित करते हुए अमित शाह ने कहा, 'कांग्रेस पार्टी के एक नेता ने कल कहा कि माओवादी क्रांति के कार्य में शामिल हैं. ये कोई क्रांति नहीं है..पूरी दुनिया को पता है कि नक्सलवाद इंसानियत का दुश्मन है लेकिन कांग्रेस को नक्सलवाद में क्रांति दिखती है.'
राहुल गांधी से मांगा जवाब-
इसके साथ ही उन्होंने कहा, ''मैं कांग्रेस को बताना चाहता हूं कि बम के धमाकों और गोलियों से क्रांति नहीं होती बल्कि साफ नियत से गरीबों के घर में गैस, बिजली और स्वास्थ्य सुविधाएं पहुंचने से क्रांति होती है. मैं कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी से कहना चाहता हूं कि वो माओवादियों को लेकर अपना स्टैंड साफ करें.. आपके नेता ने इसे क्रांति करार दिया है.. इसपर आपका क्या स्टैंड है.''
अमित शाह बोले, 'राहुल गांधी मेड इन छत्तीसगढ़ की बात करते हैं पर उनको नहीं पता कि आज छत्तीसगढ़ में निर्मित बिजली को अन्य प्रदेशों में सप्लाई किया जा रहा है. छत्तीसगढ़ का सीमेंट, सरिया, एल्युमीनियम देश के विकास में योगदान दे रहा है.
कांग्रेस पर बरसे अमित शाह-
''कांग्रेस ने हमेशा ही छत्तीसगढ़ के साथ अन्याय किया है, आज राहुल गांधी किस मुंह से छत्तीसगढ़ की जनता से वोट मांग रहे हैं? कांग्रेस की सरकारें हमेशा छत्तीसगढ़ बनाने का विरोध करती थी. ये हमारे अटल बिहारी वाजपेयी जी की सरकार थी जिसने इस महान राज्य का निर्माण किया.''
क्या बोले थे राज बब्बर?
बता दें, राज बब्बर ने माओवादियों को लेकर दिए अपने बयान में कहा था कि, ''गोलियों से फैसले हल नहीं होते.. उनके सवाल को एड्रेस करना पड़ेगा.. और उनको डरा कर .. उनको बहका कर या लालच देकर क्रांति के जो लोग निकले हुए हैं उन्हें रोक नहीं सकते हैं.''
इसके साथ ही राज बब्बर ने कहा था, 'न इधर की बंदूक से हल निकलेगा न उधर की बातचीत से हल निकलेगा.. हल, केवल उनके अधिकारों को एड्रेस करने से निकलेगा.. मैं मानता हूं कि ये आतंकवादी हरकतें ऐसी शुरुआत से होती है.. नक्सल आंदोलन जो शुरू हुआ है ये अधिकारों को लेकर शुरू हुआ है.. इनके अधिकारों के लेकर हमें एक साथ बैठना पड़ेगा.. जो लोग कही न कही आज अपने रास्ते से भटक गए हैं. उन भटके हुए लोगों को खींच कर लाना पड़ेगा..'
गौरतलब है कि चुनाव आयोग ने छत्तीसगढ़ में विधानसभा चुनाव की तारीकों का ऐलान कर दिया है. राज्य में पहले चरण में 18 विधानसभा सीटों पर 12 नवंबर को मतदान होगा, जबकि दूसरे चरण में 72 सीटों पर 20 नवंबर को मतदान होगा.
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Published November 5th, 2018 at 15:57 IST
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