Updated January 24th, 2019 at 20:00 IST
National Approval Ratings | राजस्थान में करारी हार के बाद भी BJP मजबूत, कांग्रेस को महज इतनी सीटें!
अगर वोट शेयर की बात करें तो UPA को राज्य में 44.0 प्रतिशत वोट शेयर मिल सकता है. NDA को लगभग 49.4 वोट प्रतिशत मिलने का अनुमान जताया गया है.
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दुनिया के सबसे बड़ा लोकतांत्रिक देश भारत एक बार फिर साल 2019 में सबसे बड़ा पर्व मनाएगा यानि आम चुनाव से गुजरेगा. जनता अपने मतदान की ताकत का प्रयोग करते हुए देश की सत्ता किसे सौपनी है? उसका फैसला करेगी.
ऐसे में राजनीतिक पार्टियां (चाहे वो सत्ता पक्ष हो या विपक्ष) भी इस मौके को भुनाने का कोई मौका नहीं छोड़ना चाहती. 2014 में विशाल बहुमत के साथ केंद्र में सरकार बनाने वाली भारतीय जनता पार्टी नीत राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन के सामने जहां सत्ता को बचाने की चुनौती है, तो वहीं मुख्य विपक्षी पार्टी कांग्रेस भी पिछले लोकसभा से शिकस्त को भूल दोबारा सत्ता में वापसी करने को बेकरार है. वहीं क्षेत्रिय पार्टियां भी देश के सामने खुद को तीसरा विकल्प के तौर पर स्थपित करने की कोशिश में हैं.
आज अगर लोकसभा चुनाव होने की स्थिति बन जाए तो क्षेत्रफल की दृष्टि से देश का सबसे बड़ा राज्य राजस्थान की 25 सीटों पर होने वाले लोकसभा चुनाव में एक बार फिर कयास के मुताबिक बीजेपी भारी पड़ती हुई दिखाई दे रही है. लेकिन उसे कुछ सीटों का नुकसान होता हुआ दिख रहा है. वहीं कांग्रेस 2014 के परिणाम को भूल कुछ सीटों पर वापसी कर सकती है.
कांग्रेस का कमबैक!
वहीं National Approval Ratings | PROJECTION: के मुताबिक आज चुनाव होने की स्थिति में बीजेपी के खाते में 18 सीटें जा सकती हैं वहीं कांग्रेस को 7 सीटों पर जीत मिल सकती है.
वोट शेयर में NDA आगे!
अगर वोट शेयर की बात करें तो UPA को राज्य में 44.0 प्रतिशत वोट शेयर मिल सकता है. NDA को लगभग 49.4 वोट प्रतिशत और वहीं अन्य को 6.7 फीसदी वोट मिलने का अनुमान जताया गया है.
सत्ता परिवर्तन का असर नहीं..
बता दें, राजस्थान में बीते साल 2018 में 7 दिसंबर को विधानसभा चुनाव के लिए वोट डाले गए थे जिसके बाद 11 दिसंबर को आए नतीजों में कांग्रेस के सिर जीत का सेहरा बंधा. जीत के बाद कांग्रेस पार्टी ने प्रदेश की कमान अशोक गहलोत के हाथों में सौंपी गई, जबकि सचिन पायलट को उपमुख्यमंत्री पद का दारोमदार सौंपा गया.
विधानसभा चुनाव में कांग्रेस ने बीजेपी को चौंका देने वाली शिकस्त दी थी. हालांकि अब आगामी लोकसभा चुनाव में कांग्रेस एक बार फिर पिछड़ती दिखाई दे रही है. हालांकि इस बार राज्य में कांग्रेस के खाते खुलते दिखाई दे रहे हैं. वरना पिछले लोकसभा चुनाव में तो कांग्रेस पूरी तरह से बेदखल हो गई थी.
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Published January 24th, 2019 at 20:00 IST
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