Updated January 31st, 2019 at 14:29 IST
कुंभ पर दिए बेतुके बयान से सवालों के 'कटघरे' में शशि थरूर, पटना कोर्ट में दर्ज हुई शिकायत
धर्म और आस्था से जुड़े मसले पर बेतुकी बयानबाजी करने के बाद पूर्व केंद्रीय मंत्री और कांग्रेस पार्टी से सांसद शशि थरूर एक बाद फिर विवादों से घिर गए हैं।
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धर्म और आस्था से जुड़े मसले पर बेतुकी बयानबाजी करने के बाद पूर्व केंद्रीय मंत्री और कांग्रेस पार्टी से सांसद शशि थरूर एक बाद फिर विवादों से घिर गए हैं। इस बार मामले ने इतना तूल पकड़ लिया कि थरूर के खिलाफ बिहार की राजधानी पटना में शिकायत दर्ज हुई है।
पटना के चीफ ज्यूडिशियल मजिस्ट्रेट में कांग्रेस नेता शशि थरूर के खिलाफ शिकायत दर्ज हुई है। थरूर पर धार्मिक मसले पर अमर्यादित बयानबाजी को लेकर ये शिकायत दर्ज हुई है।
आगामी लोकसभा चुनाव से पहले बयानबाजी और घमासान का दौर लगातार जारी है। यूपी के प्रयागराज में चल रहे कुंभ यूं तो अपने धार्मिक मायनों के लिए विश्व भर में प्रसिद्ध है। धर्म और आस्था के महापर्व के रूप में कुंभ का अपना अलग ही महत्व है। हालांकि कांग्रेसी नेता शशि थरूर की अमर्यादित टिप्पणी कर दी जिससे सियासी संग्राम छिड़ चुका है।
बता दें, आगमी लोकसभा चुनाव से ठीक पहले कुंभ का ये धार्मिक आयोजन राजनीति आखड़े में तब्दील होता दिख रहा है। मंगलवार को यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और उनके मंत्रिमंडल ने गंगा स्नान किया तो इसकी चर्चा पूरे देशभर में हुई।
शशि थरूर ने योगी सरकार पर गंगा सफाई को लेकर निशाना साधा था। उन्होंने लोगों की आस्था को ताक पर रखकर कहा था कि इस संगम में सब नंगे हैं! जिसके बाद केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने थरूर, कांग्रेस पार्टी और राहुल गांधी को खूब खरी-खोटी सुनाई थी। कांग्रेस सांसद के इस बयान पर बीजेपी लगातार तीखी प्रतिक्रिया दे रही है। इस बीच पटना में शिकायत भी दर्ज हो गई है।
उन्होंने ट्वीट में कहा था..
शशि थरूर के ट्वीट के बाद विवाद का तूल पकड़ना लाज़मी है।
स्मृति ने क्यास कहा?
''बार-बार उनके कंठ से हिंदू धर्म विरोधी शब्द क्यों निकलते हैं। हिंदुओं की आस्था पर प्रहार क्यों किया जाता है। राजनीतिक कटाक्ष करते-करते आस्था का अपमान करना कहां तक लाज़मी है। इसका जवाब वो व्यक्ति दे, जो इस वक्त कांग्रेस का नेतृत्व कर रहा है और सिर्फ चुनाव के वक्त जनेऊ धारण करता है।''
स्मृति ईरानी ने कहा था कि राजनीति करते करते आस्था का अपमान करना कहा तक लाजमी है, राहुल गांधी जवाब दें।
फिलहाल आगे क्या होता है ये देखने वाली बात होगी लेकिन इस बात से मुह नहीं फेरा जा सकता है कि जहां एक तरफ 2019 में होने वाला सत्ता का महामुकाबला नजदीक है। वहीं कांग्रेस नेताओं की ऐसी बयानबाजी का खामियाजा उठाना पड़ सकता है।
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Published January 31st, 2019 at 14:22 IST
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