Updated June 9th, 2023 at 09:46 IST
नेपाल में साजिश, 20 लाख की सुपारी और 'मास्टरमाइंड' अशरफ; Jeeva Murder Case में सनसनीखेज खुलासा
संजीव माहेश्वरी (Sanjeev Maheshwari) उर्फ जीवा की हत्या के बाद SIT मामले की जांच कर रही है। इस बीच जीवा हत्याकांड में नेपाल (Nepal) कनेक्शन सामने आया है।
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पश्चिमी उत्तर प्रदेश में किसी समय आतंक का नाम संजीव माहेश्वरी (Sanjeev Maheshwari) उर्फ जीवा हुआ करता था, जो अब खुद जीवित नहीं है। गैंगस्टर जीवा की हाल ही में लखनऊ (Lucknow) में पुलिस की आंखों से सामने ही हत्या कर दी गई थी। वकील की वेशभूषा में आए हमलावर ने अमेरिकन अल्फा रिवॉल्वर से धड़ाधड़ गोलियां दागते हुए जीवा (Gangster Jeeva) को पलभर में मौत की नींद सुला दिया। अतीक अहमद और उसके भाई अशरफ हत्याकांड (Atiq-Ashraf Murder Case) जैसे पैटर्न पर ही गैंगस्टर जीवा का मर्डर हुआ। इसके बाद पुलिस सवालों के घेरे में हैं। हालांकि जीवा हत्याकांड में अब नेपाल (Nepal) कनेक्शन सामने आया है।
सूत्रों ने खुलासा किया है कि जीवा की हत्या के तार नेपाल से जुड़े हैं। नेपाल में हत्या की साजिश रची गई थी। सूत्रों ने बताया कि नेपाल के माफिया का जीवा हत्याकांड के साथ कनेक्शन है। हमलावर ने जीवा की हत्या करने से पहले उससे मुलाकात की थी। हमलावर को जीवा को मारने के लिए सुपारी के रूप में बड़ी रकम दी गई थी। सूत्रों ने बताया है कि जीवा के कातिल विजय यादव ने पुलिस की पूछताछ में खुद इसका खुलासा किया है।
बदला लेने के लिए जीवा की सुपारी- रिपोर्ट
सूत्रों के मुताबिक, पूछताछ में शूटर विजय यादव ने खुलासा किया है कि उसे अशरफ नाम के शख्स ने जीवा की हत्या के लिए 20 लाख की सुपारी दी। शूटर विजय यादव ने ये भी बताया है कि संजीव जीवा ने अशरफ के भाई की लखनऊ जेल में बेइज्जती की थी। अपमान का बदला लेने के लिए अशरफ ने संजीव जीवा की हत्या करवाई है।
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शूटर विजय यादव 14 दिन की न्यायिक हिरासत में
कुख्यात गैंगस्टर संजीव माहेश्वरी की हत्या करने वाला शूटर विजय यादव फिलहाल पुलिस की कस्टडी में है। अदालत ने उसे 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेजा है। बताते चलें कि जीवा की हत्या बुधवार को लखनऊ सिविल कोर्ट परिसर में की गई थी। उसे करीब 8 गोलियां मारी गई थीं। जीवा की पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट के मुताबिक, 16 गोलियां के शरीर में घुसने और बाहर निकलने से पता चलता है कि 8 गोलियां चलाई गई थीं। 6 गोलियां उनके सीने में और 2 उसके हाथ में लगीं।
मुफ्तार अंसारी का करीबी था गैंगस्टर जीवा
जीवा पर आरोप था कि वह कई गिरोहों में शामिल था और उसने लगभग तीन दशकों तक कई आपराधिक गतिविधियों को अंजाम दिया। उसके बारे में यह भी कहा जाता है कि वह गैंगस्टर से नेता बने मुख्तार अंसारी का प्रमुख सहयोगी था। आरोप है कि जीवा ने IS-1 नाम के 36 सक्रिय सदस्यों के साथ एक गैंग बना रखा था। उसका गिरोह पश्चिमी यूपी के अधिकांश इलाकों में सक्रिय था और हत्या, लूट, रंगदारी, डकैती, धोखाधड़ी और अपहरण के मामलों में शामिल था।
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Published June 9th, 2023 at 09:35 IST
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