Advertisement

Updated October 1st, 2018 at 18:03 IST

बोधगया बम प्लांट मामले में NIA ने तीन के खिलाफ दायर की चार्जशीट, निशाने पर थे दलाई लामा

बिहार के बोधगया में बम प्लांट मामले में राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA)ने बड़ी कार्रवाई की है .

Reported by: Amit Bajpayee
| Image:self
Advertisement

बिहार के बोधगया में बम प्लांट मामले में राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA)ने बड़ी कार्रवाई की है. जानकारी के अनुसार, एनआईए ने चार्जशीट में बताया कि नूर आलम, मो पैगम्बर शेख और मो अली उर्फ कल्लू ने तिब्बती धर्मगुरु दलाई लामा के दौरे के दौरान बोधगया के महाबोधि को मंदिर को निशाना बताते हुए बम प्लांट किए गए थे . 

एनआईए ने तीन आतंकियों के खिलाफ चार्जशीट दायर की है. एनआईए के अनुसार उनकी मंशा म्यामां सरकार के साथ संघर्ष कर रहे रोहिंग्या मुस्लिमों के साथ एकजुटता दर्शाने के लिए बौद्ध आस्था के प्रतीक स्थल पर विस्फोट करने  के साथ भारत सरकार के खिलाफ जंग छेड़ने के लिए जान माल को नुकसान पहुंचाने की थी.

बता दें आतंकियों ने तिब्बती धर्मगुरु दलाई लामा के गया दौरे के खिलाफ साजिश रचा था. आतंकियों ने इसी साल 19 जनवरी को बोधगया के प्रसिद्ध महाबोधि मंदिर के कालचक्र मैदान और उसके आसपास आतंकी संगठन द्वारा शक्तिशाली बम प्लांट किया गया था लेकिन वह अपने मंसूबों में कामयाब नहीं हो पाया था.

बोधगया और महाबोधि मंदिर काफी समय से आतंकियों के निशाने पर बना हुआ है. ​​​​​​​उसके बाद बाद आतंकियों द्वार कालचक्र मैदान के पास स्थित शौचालय से जिंदा बम मिला था जिसके बाद एसएसपी राजीव कुमार मिश्रा ने बताया कि एनआईए की टीम के द्वारा पूर्व में गिरफ्तार किए गए आंतकी के निशानदेही पर ये बम बरामद हुआ है. 

 

एजेंसी ने इस मामले में अभी तक सात लोगों को गिरफ्तार किया है जिनमें जमात-उल-मुजाहिदीन का शीर्ष ओहदेदार मोहम्मद जाहिदुल इस्लाम तथा आदिल शेख शामिल हैं। वहीं असम का आरिफ हुसैन उर्फ अनस अब भी फरार है.

एनआईए ने बांग्लादेश के जमालपुर निवासी जाहिदुल इस्लाम और पश्चिम बंगाल के मुर्शिदाबाद निवासी आदिल शेख उर्फ असदुल्ला को इस साल क्रमश: छह तथा सात अगस्त को बेंगलूरू के पास रामनगर से गिरफ्तार किया था. 

विज्ञप्ति के अनुसार इस्लाम ने अन्य सह-आरोपियों की मदद से कथित तौर पर तीन आईईडी और दो हथगोले बनाये थे वहीं आदिल शेख, दिलवर हुसैन और आरिफ हुसैन ने कथित तौर पर 19 जनवरी को मंदिर परिसर में बम रखे थे.

इसमें बताया गया कि एजेंसी ने बोधगया में विशेष एनआईए अदालत में इस मामले में आरोपपत्र दाखिल किया था.

वहीं धर्म गुरु दलाई लामा के खिलाफ साजिश मामले में रिपब्लिक भारत ने तिब्बत सरकार के प्रधानमंत्री लोव सांग सांग्य  से एक्सक्लूसिव बातचीत की. 

प्रधानमंत्री लोव सांग सांग्य ने कहा कि भारत सरकार दलाई लामा की सुरक्षा को लेकर नियमित रूप से समीक्षा करती है. हमें पुरा विश्वास है कि वे उनका ख्याल रेखेंगे. मेरे पास एनआईए द्वारा दाखिल चार्जशीट की कॉपी नहीं है , इसलिए मैं इस पर कोई टिप्पणी नहीं कर सकता. 

उन्होंने आगे कहा कि देश में तमाम तीर्थ स्थलो पर सुरक्षा के पुख़्ता इंतजाम हैं. कुछ जगहों पर सुरक्षा में सुधार किया जा सकता है. 

बता दें कि तिब्बती सर्वोच्च धर्मगुरु दलाईलामा ने कुछ दिनों पहले यूरोप दौरे से लौट कर वापस धर्मशाला आए. इसके बाद उन्होंने कहा कि '' शरीर थकावट महसूस कर रहा है. अब मुझे लगता है कि समय आ गया है , बूढ़े व्यक्ति को और आराम की जरूरत है. ''

दलाई लामा 83 वर्ष के हो चुके हैं और उनका शरीर भी उन्हें अपने स्वास्थ्य की प्रति सावधान रहने को कह रहा है.

 

Advertisement

Published October 1st, 2018 at 14:04 IST

आपकी आवाज. अब डायरेक्ट.

अपने विचार हमें भेजें, हम उन्हें प्रकाशित करेंगे। यह खंड मॉडरेट किया गया है।

Advertisement

न्यूज़रूम से लेटेस्ट

9 दिन पहलेे
10 दिन पहलेे
14 दिन पहलेे
Advertisement
Advertisement
Advertisement
Whatsapp logo