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Updated September 23rd, 2021 at 15:17 IST

मुंद्रा पोर्ट ड्रग पर्दाफाश: DRI ने 8 संदिग्धों को किया गिरफ्तार; ईडी ने दर्ज किया मनी लॉन्ड्रिंग का मामला

बाजार में 21,000 करोड़ रुपये की ड्रग्‍स की खेप अफगानिस्तान मूल की बताई जाती है और ईरान के बंदर अब्बास पोर्ट से मुंद्रा पोर्ट के लिए भेजा गया था

Reported by: Ankur Shrivastava
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गुजरात के मुंद्रा बंदरगाह पर बीते 13 सितंबर को दो कंटेनरों से लगभग 2988.21 किलोग्राम हेरोइन की जब्ती (Mundra port drug bust ) के मामले में प्रवर्तन निदेशालय (Enforcement Directorate) ने मनी लॉन्ड्रिंग का केस ( Money Laundering Case) दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। जब्‍त किए गए हेरोइन की अंतरराष्ट्रीय बाजार में कीमत लगभग 21,000 करोड़ रुपए बतायी जा रही है। जो जानकारी मिली है उसके मुताबिक हेरोइन की ये खेप अफगानिस्तान मूल की बताई जा रही है और इसे  ईरान के बंदर अब्बास पोर्ट से मुंद्रा पोर्ट के लिए भेजा गया था।

बाजार में 21,000 करोड़ रुपये की ड्रग्‍स की खेप अफगानिस्तान मूल की बताई जाती है और ईरान के बंदर अब्बास पोर्ट से मुंद्रा पोर्ट के लिए भेजा गया था। हेरोइन के इस खेप को कथित तौर आंध्र प्रदेश के विजयवाड़ा में पंजीकृत एक कंपनी ने आयात किया था और दस्तावेजों में इसे सेमी-प्रॉसेस्ड टैल्क पत्थर बताया था। इसे दो कंटेनर में रखा गया था। एक कंटेनर से 1999.57 किलोग्राम और दूसरे कंटेनर से 988.64 किलोग्राम हीरोइन थी। सूत्रों ने पीटीआई को बताया कि ईडी ने पहले डीआरआई से जब्ती के बारे में ब्योरा मांगा था। अब केंद्रीय एजेंसी इस हेरोइन तस्करी के पीछे लोगों या सिंडिकेट की जांच करेगी। 

डीआरआई ने जांच के तहत 8 लोगों को किया गिरफ्तार

डीआरआई ने अब तक कुल 8 लोगों को गिरफ्तार किया है जिनमें 4 अफगान, एक उज्बेक नागरिक और आयातक-निर्यातक कोड धारक समेत तीन भारतीय शामिल हैं। बुधवार को, एक प्रेस विज्ञप्ति में कहा गया, "नई दिल्ली, नोएडा (उत्तर प्रदेश), चेन्नई, कोयंबटूर, अहमदाबाद, मांडवी, गांधीधाम और विजयवाड़ा में तत्काल अनुवर्ती कार्रवाई की गई। इससे 16.1 किलोग्राम हेरोइन बरामद हुई। वहीं कांग्रेस प्रवक्ता पवन खेड़ा ने प्रेस कांफ्रेंस को संबोधित करते हुए नशीली दवाओं की बरामदगी को भारत के लिए एक गंभीर घटना बताया। उन्होंने टिप्पणी की, "यह हमारे युवाओं को नशे की लत में डालने की साजिश है। भारत में इन दवाओं की बिक्री के माध्यम से अर्जित धन का उपयोग हमारे देश के खिलाफ आतंकवाद को बढ़ावा देने के लिए किया जाता है। यह मुद्दा गंभीर है और बहुत सारे प्रश्न उठाता है"।

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Published September 23rd, 2021 at 15:17 IST

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