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Updated March 14th, 2019 at 10:11 IST

अयोध्या विवाद पर मध्यस्थता का दूसरा दिन आज, क्या 8 हफ्तों में मिलेगा सुलह का रास्ता?

ऐसे में अब सवाल उठता है कि क्या मध्यस्थता से राम मंदिर बन पाएगा। क्या मध्यस्थता पैनल का फैसला सब को मान्य होगा?

Reported by: Ayush Sinha
| Image:self
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अयोध्या राम जन्मभूमि विवाद में मध्यस्थतों की औपचारिक बैठक का आज दूसरा दिन है। कल सुप्रीम कोर्ट की तरफ से गठित कमिटी ने हिंदू और मुस्लिम पक्षकारों से विवाद सुलझाने की दिशा में पहली मुलाकात की। हालांकि 3 सदस्यीय मध्यस्थ पैनल में शामिल सदस्यों में से एक आध्यात्मिक गुरु श्रीश्री रविशंकर के नाम पर कुछ पक्षकारों की आपत्ति अब भी बरकरार है। 

यूपी के फैजाबाद में मौजूद अवध यूनिवर्सिटी की तरफ जा रही इस सड़क पर पुलिस की कड़ी सुरक्षा की वजह खास थी। यहां अयोध्या विवाद को बातचीत के जरिए सुलझाने की कवायद शुरू की गई। जिसका दारोमदार सुप्रीम कोर्ट की तरफ से गठित तीन सदस्यों वाली कमिटी पर है। 

जिनमें पैनल के अध्यक्ष सुप्रीम कोर्ट के रिटायर्ड जस्टिस कलीफुल्ला शामिल हैं जबकि सदस्यों के तौर पर आध्यात्मिक गुरु श्री श्री रविशंकर और वरिष्ठ वकील श्रीराम पंचू भी अयोध्या विवाद निपटाने में जुटे हैं। 

इस तीन सदस्यीय कमिटी के बुलावे पर बैठक में पहले दिन 25 लोग पहुंचे। जिनमें निर्मोही अखाड़े के महंत दिनेंद्र दास शामिल रहे। इसके अलावा तीन मुस्लिम पक्षकार भी बैठक के लिए पहुंचे। जिनमें बाबरी मस्जिद के मुद्दई मो. इकबाल अंसारी और पक्षकार हाजी महबूब भी शामिल रहे। सिर्फ यही नहीं, बल्कि यूपी शिया सेंट्रल वक्फ बोर्ड के अध्यक्ष वसीम रिजवी बैठक के लिए पहुंचे।

हालांकि इस बैठक के लिए पहुंचे कुछ संतों ने मध्यस्थता पैनल में सदस्य के तौर पर शामिल श्रीश्री रविशंकर पर इशारों में ऐतराज जता दिया। मध्यस्थता की मदद से कई सालों से अटके इस विवाद को निपटाने की कवायद पर अयोध्या के कुछ स्थानीय कुछ और संतों ने सवाल उठाया।

इससे पहले AIMIM के नेता ओवैसी ने भी मध्यस्था कमिटी के सदस्य श्रीश्री रविशंकर की निष्पक्षता पर सवाल उठाए थे। सदस्यों से मिलने और बातचीत का यह सिलसिला अगले तीन दिनों तक जारी रहेगा। 

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ऐसे में अब सवाल उठता है कि क्या मध्यस्थता से राम मंदिर बन पाएगा। क्या मध्यस्थता पैनल का फैसला सब को मान्य होगा। क्या मध्यस्थों पर सभी पक्षों को भरोसा नहीं? क्या श्रीश्री रविशंकर की वजह से ही मध्यस्थता पैनल पर सवाल उठने लगे हैं।

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Published March 14th, 2019 at 10:04 IST

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