Updated July 24th, 2021 at 11:02 IST
असम: पुलिस ने 42 बच्चों को तस्करी से बचाया, CM सरमा बोले- 'अपराधियों को दुनिया के किसी भी कोने से निकाल लेंगे'
असम पुलिस ने शुक्रवार को बच्चों की तस्करी करने वाले रैकेट का भंडाफोड़ करते हुए करीब 42 बच्चों को आजाद करवाया।
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असम पुलिस ने शुक्रवार को बच्चों की तस्करी करने वाले रैकेट का भंडाफोड़ करते हुए करीब 42 बच्चों को आजाद करवाया। पुलिस ने बच्चों की तस्करी करने वाले रैकेट के सिलसिले में 2 लोगों को गिरफ्तार भी किया है। इस मामले पर प्रतिक्रिया देते हुए, असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने राज्य में मानव तस्करी को हमेशा के लिए समाप्त करने की बात कही है।
असम और सिक्किम पुलिस के अधिकारियों द्वारा चलाए गए एक साझा अभियान में इन बच्चों को सिक्किम में तस्करी के रैकेट से छुड़ाया गया था। पुलिस ने बताया कि इन बच्चों के माता-पिता को लालच दिया गया था कि उनके बच्चों की देखभाल की जाएगी और उन्हें उचित शिक्षा दी जाएगी। बचाए गए बच्चे 9 साल से 18 साल की उम्र के हैं और उन्हें घरेलू कामों को करने के लिए मजबूर किया जा रहा था।
पूरे मामले पर मीडिया में बयान देते हुए राज्य के मुख्यमंत्री सीएम हिमंत बिस्वा सरमा ने कहा कि राज्य पुलिस ने न केवल नशीली दवाओं और पशु तस्करी के खिलाफ बल्कि मानव तस्करी के खिलाफ भी अभियान शुरू किया है। मुख्यमंत्री ने बताया कि पिछले 2 महीने में महिलाओं और बच्चों सहित 107 लोगों को इस तरह के रैकेट से छुड़ाया गया है। उन्होंने कहा कि वह तस्करी से छुड़ाए गए 42 बच्चों से व्यक्तिगत रूप से मिले और बातचीत की है।
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बच्चों को बचाने के लिए चिरांग जिला पुलिस के प्रयासों की सराहना करते हुए हिमंत बिस्वा सरमा ने ट्वीट किया, “40 बच्चों और 2 वयस्कों को बचाने में विशेष डीजीपी चिरांग, एसपी गौरव उपाध्याय के नेतृत्व में असम पुलिस की सराहना की जानी चाहिए। वे बधाई के पात्र हैं।
मुख्यमंत्री ने बताया कि असम सरकार ने बच्चों का बेहतर भविष्य सुनिश्चित करने के लिए बाल कल्याण समिति की सिफारिशों के अनुसार या तो बच्चों को उनके माता-पिता को सौंपने या आवासीय स्कूलों में भेजने का फैसला किया है। हिमंत बिस्व सरमा ने कहा, "मेरा कार्यालय इसकी बारीकी से निगरानी करेगा।"
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उन्होंने कहा, “असम सरकार महिलाओं और बच्चों की तस्करी के जघन्य कृत्य की अनुमति नहीं देने के अपने संकल्प में दृढ़ है। हम ऐसे अपराधों को अंजाम देने वालों पर सख्ती से निपटेंगे और दुनिया के जिस भी हिस्से में वे हैं, वहां से उन्हें ढूंढ़ निकालेंगे।”
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Published July 24th, 2021 at 11:02 IST
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