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Updated December 31st, 2018 at 15:18 IST

1984 सिख विरोधी दंगा: कुछ ही देर में हत्या के दोषी सज्जन कुमार करेंगे सरेंडर

1984 सिख विरोधी दंगों से संबंधित एक मामले में उम्र कैद की सजा पाने वाले कांग्रेस के पूर्व नेता सज्जन कुमार सोमवार को दोपहर दो बजे के आस-पास दिल्ली के कोर्ट में सरेंडर करेंगे.

Reported by: Ayush Sinha
| Image:self
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दोपहर 2:15 बजे - कांग्रेस के पूर्व नेता सज्जन कुमार सरेंडर करने पहुंचे दिल्ली के कड़कड़डूमा कोर्ट

1984 सिख विरोधी दंगों से संबंधित एक मामले में उम्र कैद की सजा पाने वाले कांग्रेस के पूर्व नेता सज्जन कुमार सोमवार को दोपहर दो बजे के आस-पास दिल्ली के कड़कड़डूमा कोर्ट में सरेंडर करेंगे. दिल्ली हाईकोर्ट ने सज्जन कुमार को बीते 17 दिसंबर को दिल्ली कैंट इलाके में पांच सिखों की हत्या के लिए दोषी ठहराया था.

सज्जन कुमार के सरेंडर को लेकर अदालत के बाहर काफी तादाद में पीड़ित मौजूद हैं और सज्जन कुमार का इंतजार कर रहे हैं. इन लोगों के अलावा दिल्ली से अकाली दल विधायक मनजिंदर सिंह सिरसा भी मौजूद हैं. ये लोग कोर्ट के बाहर बैठ हुए हैं.

पीड़ितों ने रिपब्लिक से हुई बातचीत में बताया कि वो अपराधी सज्जन कुमार को देखने के लिए उसका इंतजार कर रहे हैं. इस दौरान वहां मौजूद महिलाओं ने अपना आक्रोश बयां करते हुए कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी को भी खूब खरी-खोटी सुनाई. पीड़ितों ने गुस्से में कहा, ''राहुल गांधी कहते थे कि कांग्रेस का हाथ नहीं है. वो अब देखें... उन्होंने कहा था कि कांग्रेस का इससे नाता नहीं है तो उनका इतना बड़ा नेता कहा से दोषी पाया गया, कैसे हत्यारा निकला?''

रिपब्लिक टीवी से बातचीत के दौरान पीड़ितों के दर्द छलक गए. उन्होंने उस वक्त की आप बीती बताई जो उन्होंने अपनी नज़रों के सामने देखा था. जब उनसे कमलनाथ और अन्य नेताओं को लेकर हमने सवाल किया हो उनका कड़ा रुख देखने को मिला, आक्रोशित अंदाज़ में उन्होंने कहा कि वो भी जाएंगे... 34 साल बाद इंसाफ मिला है. इन लोगों को भी सज़ा मिलेगी. ऊपरवाला सब देख रहा है.

गौरतलब है कि दिल्ली हाईकोर्ट ने सज्जन कुमार को बीते 17 दिसंबर को दिल्ली कैंट इलाके में पांच सिखों की हत्या के लिए दोषी ठहराया था. और उन्हें उम्रकैद की सजा सुनाई थी. जिसके बाद सज्जन कुमार ने अदालत से सरेंडर करने के लिए और समय मांगा था. दिल्ली उच्च न्यायालय ने ये समय सीमा बढ़ाने का उनका अनुरोध अस्वीकार कर दिया है.

इस मामले में फैसला सुनाते हुए हाईकोर्ट ने सज्जन कुमार को आत्मसमर्पण करने के लिए 31 दिसंबर तक का समय दिया था. इसके मद्देनजर ख़बर मिल रही है कि सज्जन कुमार के दोपहर दो बजे तक आत्मसर्पण कर सकते हैं.

मामले में 1-2 नवंबर 1984 को दिल्ली कैंट इलाके में भीड़ ने सिख समुदाय के केहर सिंह, गुरप्रीत सिंह, रघुवेन्द्र सिंह, नरेन्द्र पाल सिंह और कुलदीप सिंह को जिंदा जलाया था. साल 1985 में तीन शिकायतकर्ताओं ने इस बारे में मामला दर्ज कराया था.

अदालत ने अपने फैसले में कहा था कि 1984 के दंगों में दिल्ली में 2700 से अधिक सिख मारे गये थे जो निश्चित ही ‘अकल्पनीय पैमाने का नरसंहार’था.

सज्जन कुमार की संलिप्तता वाला सिख विरोधी दंगों का यह मामला दक्षिण पश्चिम दिल्ली की पालम कालोनी के राज नगर पार्ट-I में 1-2 नवंबर, 1984 को पांच सिखों की हत्या और एक गुरूद्वारे को जलाने की घटना के संबंध में है.

इसे भी पढ़ें - 1984 दंगे के दोषी सज्जन कुमार को एक और झटका, सरेंडर के लिए नहीं मिला वक्त.. अपील खारिज

तत्कालीन प्रधानमंत्री इन्दिरा गांधी की 31 अक्टूबर, 1984 को उनकी सुरक्षा में तैनात दो सिख अंगरक्षकों द्वारा गोली मार हत्या करने की घटना के बाद दिल्ली और देश के कुछ अन्य राज्यों में सिख विरोधी दंगे भड़क गये थे.

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Published December 31st, 2018 at 12:53 IST

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