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Updated April 2nd, 2020 at 13:56 IST

वेस्टर्न नेवल कमांड डॉकयार्ड मुंबई ने डिजाइन की टेम्परेचर सेंसर गन

इसी के चलते नौसेना डॉकयार्ड, मुंबई ने यार्ड के प्रवेश द्वारों पर सुरक्षा के लिहाज़ से खड़े सुरक्षा गार्डों के लिए शरीर के तापमान को नापने के लिए एक टेम्प्रेचर सेंसर गन तैयार की है

Reported by: Amit Bhardwaj
| Image:self
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कोविड-19 की चल रही महामारी ने हाल के दिनों में सबसे बड़ी मैडिकल इमेरजेंसी की स्थिति देश और दुनिया में उत्पन्न कर दी है। कोरोना संक्रमण के चलते ही देश में भी संक्रमित रोगियों की संख्या में भारी वृद्धि हुई है जिसने राष्ट्र के स्वास्थ्य चिकित्सा सेवा के बुनियादी ढांचे को भी इम्तेहान में ला खड़ा कर दिया है और एक बड़ी चुनौती देश के स्वास्थ्य विभाग के लिए पैदा हो गयी है जिससे झूझने के अथक प्रयास किए जा रहे है।  

इसी के चलते नौसेना डॉकयार्ड, मुंबई ने यार्ड के प्रवेश द्वारों पर सुरक्षा के लिहाज़ से खड़े सुरक्षा गार्डों के लिए शरीर के तापमान को नापने के लिए एक टेम्प्रेचर सेंसर गन तैयार की है जो कि नौसेना डॉकयार्ड मुम्बई ने खुद डिजाइन और विकसित की है। इससे यार्ड के प्रवेश द्वार पर तैनात सुरक्षा कर्मी बड़ी संख्या में डाकयार्ड पर काम करने वाले और वहां हज़ारों की तादाद में आने वाले कर्मियों की स्क्रीनिंग कर सकेंगे। गार्ड स्वंय आईआर आधारित तापमान संवेदक इस गन से पता लगा पाएंगे कि डाकयार्ड पर आने वाले व्यक्ति के शरीर का सही तापमान क्या है और अगर व्यक्ति के तापमान को सेंसर गन ने ज़्यादा बताया तो उनको अंदर आने की अनुमति न देकर तुरंत मैडिकल इमरजेंसी के लिए डॉक्टरों की टीम को सूचित किया जाएगा। यह गन इन-हाउस संसाधनों के माध्यम से मात्र 1000 रुपये से कम में निर्मित की गई है जो कि बाजार में उपलब्ध तापमान सेंसर गनों की कीमतों से काफी कम है। 
 285 वर्षीय पुराने वेस्टर्न नेवल कमांड (डब्ल्यूएनसी) के इस डॉकयार्ड में हर दिन लगभग 20,000 के करीब कर्मी आते है इसीलिए कोविड-19 के खतरे को देखते हुए डॉकयार्ड में आने वाले सभी कर्मियों की प्राथमिक जांच होना ज़रूरी है तांकि नौसेना के डॉकयार्ड पर कोरोना वायरस के संक्रमण को फैलने से रोका जा सके। इसीलिए कर्मियों की डॉकयार्ड में प्रवेश करने से पहले प्रारंभिक जांच ज़रूरी है क्योंकि कोरोना के एक संभावित रोगी की स्क्रीनिंग करने के लिए सबसे प्रारंभिक तरीका गैर-संपर्क साधनों द्वारा शरीर के तापमान की जांच करना है। डॉकयार्ड के भीतर कोविड-19 को फैलने से रोकने के लिए यह कदम आवश्यक है। इसीलिए इस इंडिजिन्स गन को काफी कम कीमत में तैयार किया गया है।  

कोरोना प्रकोप के बाद से, गैर-संपर्क थर्मामीटर या तापमान बंदूकें बाजार में दुर्लभ हो गई हैं या फिर बहुत अधिक कीमत पर बेची जा रही हैं। बड़ी संख्या में इस टेम्परेचर सेंसर गन की कमी को दूर करने के लिए, एनडी (मुंबई) ने 0.02 डिग्री सेल्सियस की सटीकता के साथ खुद से ही आईआर आधारित तापमान संवेदक को डिजाइन और विकसित किया है।  गैर-संपर्क थर्मामीटर में एक इन्फ्रारेड सेंसर और एक एलईडी डिस्प्ले है जो एक माइक्रोकंट्रोलर के साथ एकीकृत है और इसमें 9 वोल्ट की बैटरी डलती है।  इस पहल ने यार्ड के प्रवेश द्वारों पर बड़ी संख्या में कर्मियों की स्क्रीनिंग के लिए एक उपकरण प्रदान किया है जिससे गेट पर सुरक्षा कर्मी को कोविड-19 से संकम्रित लोगों को प्रवेश करने से रोकने में काफी मदद मिलेगी और यार्ड के अंदर लोग सुरक्षित रहेंगे। 
 

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Published April 2nd, 2020 at 13:56 IST

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