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Updated November 6th, 2018 at 22:53 IST

पुणे: अज्ञात शख्स ने लगाया #NoMandirNoVote का पोस्टर

पुणे सेशन कोर्ट के बाहर एक पोस्टर चिपकाया गया है. इस पोस्टर में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से अपील की गई है. 

Reported by: Ayush Sinha
| Image:self
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अयोध्या में राम मंदिर के निर्माण को लेकर विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा है. सुप्रीम कोर्ट ने जनवरी 2019 तक के लिए इस मामले की सुनवाई टाल दी तो सियासी गलियारों में हड़कंप मच गया. इसी बीच पुणे सेशन कोर्ट के बाहर एक पोस्टर चिपकाया गया है. इस पोस्टर में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से अपील की गई है. 

पोस्टर में कहा गया है कि अगर मंदिर नहीं बनेगा तो वोट नहीं मिलेगा. पोस्टर में कानून बनाकर 2019 से पहले मंदिर का निर्माण कराने की मांग उठाई गई है.

#NoMandirNoVote के साथ इस पोस्टर से बताने की कोशिश की गई है कि अगर मंदिर नहीं बनेगा तो वोट नहीं मिलेगा. हालांकि सेशन कोर्ट के बाहर इस पोस्टर को किसने चिपकाया है इसका पता अभी तक नहीं लग सका है. बता दें, राम मंदिर को लेकर कई नेता आए दिन बयानबाजी करते रहते हैं. सियासी महकमें का भूचाल अभी थमा ही नहीं था कि पुणे में इस तरह की घटना सामने आई है.

बता दें, सोमवार को ही कांग्रेस ने आरोप लगाया था कि नरेंद्र मोदी सरकार आगामी चुनावों में फायदा उठाने के मकसद से अयोध्या में राम मंदिर निर्माण के मुद्दे को हवा दे रही है. कांग्रेस ने कहा था कि, 'ऐसा क्यों है कि मोदी सरकार को भगवान राम और अयोध्या में उनके मंदिर के निर्माण का मुद्दा पिछले साढ़े चार साल तक याद नहीं आया'

इसके अलावा कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह ने राम मंदिर को लेकर बीजेपी पर आरोप लगाते हुए कहा था कि 'चुनाव नजदीक है, इसलिए बीजेपी अब राम मंदिर के बारे में सोच रही है. हम मंदिर बनाने का विरोध नहीं कर रहे हैं लेकिन वो विवादित जमीन पर मंदिर क्यों बनाना चाहते हैं? अगर उन्हें विवादित भूमि पर मंदिर बनाना ही है तो सुप्रीम कोर्ट के फैसले का इंतजार करना चाहिए''.

रविवार को केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने भी सुप्रीम कोर्ट की सुनवाई प्रक्रिया पर सवाल खड़े करते हुए तड़कता भड़कता बयान दिया था. उन्होंने कहा था कि 'देश में कई ऐसे मुद्दे आए जिसके लिए आधी रात को कोर्ट का दरवाजा खटखटा कर मामले को सुलझा दिया गया. लोगों के सब्र का बांध टूट रहा है और दुनिया की कोई भी ताकत राम मंदिर को बनने से नहीं रोक सकती है'

गौरतलब है कि 29 अक्टूबर को सुप्रीम कोर्ट ने अयोध्या मामले की सुनवाई को जनवरी 2019 तक के लिए टाल दिया था. जिसके बाद से ही देश में राम मंदिर को लेकर राजनीति काफी तेज हो गई है. 

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Published November 6th, 2018 at 21:56 IST

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