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Updated February 22nd, 2019 at 09:16 IST

भारत की बड़ी जीत: UNSC ने पुलवामा हमले की कड़ी निंदा की, जैश-ए-मोहम्मद के नाम पर चीन का भी सरेंडर

सुरक्षा परिषद के सदस्य 14 फरवरी 2019 को जम्मू-कश्मीर में हुए उस आतंकी हमले की कड़ी निंदा करते हैं, जिसकी जिम्मेदारी जैश-ए-मोहम्मद ने ली है

Reported by: Ayush Sinha
| Image:self
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पाकिस्तान के खिलाफ संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (UNSC) में भारत की बड़ी कूटनीतिक जीत हुई है। संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद ने पुलवामा आतंकी हमले की कड़े शब्दों में निंदा की है। जम्मू कश्मीर के पुलवामा में हुए फिदायीन आतंकी हमले को UNSC ने कायराना हरकत करार दिया है। अमेरिका की पहल पर संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद ने एक बयान जारी किया।

इस बयान में पाकिस्तान में पल रहे आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद का नाम लेते हुए कहा गया कि आतंकवाद के साजिशकर्ताओं, आयोजकों और फंड देने वालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई होनी चाहिए। बड़ी बात ये है कि UNSC में भारत की कूटनीति के सामने चीन को भी सरेंडर करना पड़ा।

पुलवामा हमले के लिए जैश-ए-मोहम्मद को जिम्मेदार ठहराने पर चीन को सहमति जतानी पड़ी है। UNSC में इस संबंध में भारत को बड़ी जीत मिली है, रूस फ्रांस अमेरिका के साथ अब चीन ने भी भारत का समर्थन किया है। वहीं भारत ने फाइनेंशियल एक्शन टास्क फोर्स को पाकिस्तान के खिलाफ नए सबूत दिए हैं।

पुलवामा हमले पर UNSC का बयान

  • सुरक्षा परिषद के सदस्य 14 फरवरी 2019 को जम्मू-कश्मीर में हुए उस आतंकी हमले की कड़ी निंदा करते हैं, जिसकी जिम्मेदारी जैश-ए-मोहम्मद ने ली है
  • इस हमले में भारतीय पैरामिलिट्री फोर्सेस के 40 जवान शहीद हो गए और कई घायल हुए
  • सुरक्षा परिषद के सदस्यों को हमले के पीड़ितों के परिवार वालों, भारत के नागरिकों और भारत सरकार से पूरी सहानुभूति है
  • सुरक्षा परिषद के सदस्य इस बात को दोहराते हैं कि आतंकवाद अपने सभी रूपों में विश्व शांति और सुरक्षा के लिए खतरा है
  • सुरक्षा परिषद के सदस्य मांग करते हैं कि इस हमले के साजिशकर्ताओं, संगठनों, फाइनेंसर्स और स्पॉनसर्स को सज़ा मिले
  • सदस्य दोहराना चाहते हैं कि आतंकवाद एक आपराधिक कृत्य है जिसे किसी भी सूरत में सही नहीं ठहराया जा सकता

बता दें, इन सबूतों की बिनाह पर FATF पाकिस्तान को ब्लैक लिस्ट कर सकता है। पाकिस्तान को बैन करने की रिपब्लिक भारत की मांग का असर भी दिखने लगा है। भारत ने पाकिस्तान की तरफ जाने वाले नदियों के पानी को भी रोकने का ऐलान कर दिया है। पाकिस्तान के साथ क्रिकेट रिश्ते भी खत्म होने की कगार पर है, क्योंकि पाकिस्तान को क्रिकेट वर्ल्ड कप से बाहर करने की मांग ज़ोर पकड़ने लगी है।

पुलवामा हमले के बाद पाकिस्तान पर भारत ने सख्त रूख अपनाया है, जिसका असर भी अब साफ दिखने लग गया है। पाकिस्तान चारों खाने चित हो गया है, ऐसा लग रहा है कि भारत की कूटनीति के जल्द ही पाकिस्तान घुटने टेक देगा। अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पाकिस्तान को चारो खाने चित करने के लिए भारत ने तैयारी कर ली है।

दरअसल UNSC में चीन के रवैये को लेकर लगातार संशय की स्थिती बनी हुई थी, लेकिन हकीकत ये है कि भारत लगातार चीन के साथ भी इस मसले पर बातचीत कर रहा था। और कहा जा रहा है कि राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजित डोवाल खुद इस मसले पर चीन के साथ लगातार संपर्क में है।

भारत की कूटनीतिक मेहनत रंग लाई और अमेरिका की पहल के बाद चीन को अपने सबसे पसंदीदा देश पाकिस्तान की सरज़मीन पर पल रहे आतंकी संगठन की ना सिर्फ निंदा करनी पड़ी बल्कि गुनहगारों को सज़ा देने की मांग भी रखनी पड़ी।

चंद रोज़ पहले ही अमेरिका के राष्ट्रपति डोनल्ड ट्रंप ने साफ कर दिया था कि उनकी नज़र में ये एक भयावह हमला है और सही वक्त आने पर अमेरिका इस पर प्रतिक्रिया देगा। यानी आतंक के मसले पर दुनिया भारत के साथ है और पाकिस्तान के खिलाफ, लिहाज़ा पाकिस्तान की ये कूटनीतिक घेराबंदी उसे ज्यादा दिनों तक सुकून से रहने नहीं देगी।

आतंकवाद पर UNSC का ये कड़ा रुख दरअसल भारत की एक बड़ी कूटनूतिक जीत है। UNSC ने ना सिर्फ पुलवामा हमले की निंदा की है बल्कि ये भी कहा है कि सुरक्षा परिषद भारत के लोगों और सरकार के साथ खड़ी है। 

UNSC ने अपने बयान में आतंक फैलाने वाले देशों को कड़ा संदेश देते हुए कहा है कि आतंक का कोई रूप नहीं होता और आतंक हर शक्ल, हर रूप में खतरनाक है। 

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Published February 22nd, 2019 at 09:00 IST

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