Updated November 25th, 2020 at 10:19 IST
इंटरनेट पर ट्रेंड कर रहा है ट्विटर का 'स्वदेशी' संस्करण Tooter, पढ़िए क्या है खासियत
इंटरनेट पर मंगलवार को एक 'स्वदेशी' सोशल मीडिया प्लेटफ़ॉर्म- टूटर (Tooter) की एंट्री ने धूम मचा दी जिसे कई लोग ‘ट्विटर को भारत का जवाब’ बता रहे हैं।
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इंटरनेट पर मंगलवार को एक 'स्वदेशी' सोशल मीडिया प्लेटफ़ॉर्म- टूटर (Tooter) की एंट्री ने धूम मचा दी जिसे कई लोग ‘ट्विटर को भारत का जवाब’ बता रहे हैं। टूटर मास्टोडॉन परियोजना से लिया गया है - एक फ्री और ओपन-सोर्स सेल्फ-होस्टेड सोशल नेटवर्किंग सेवा। 'मेड इन इंडिया' सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म की भी अमेरिकी माइक्रोब्लॉगिंग साइट ट्विटर की जैसी ही कलर थीम है और उसका लोगो ‘शंख’ है।
टूटर ‘हमारा स्वदेशी आंदोलन 2.0' है
टूटर की आधिकारिक वेबसाइट पर लिखा है- “हम मानते हैं कि भारत में एक स्वदेशी सोशल नेटवर्क होना चाहिए। इसके बिना, हम बस अमेरिकी ट्विटर इंडिया कंपनी की एक डिजिटल कॉलोनी हैं, बिल्कुल वैसे ही जैसे हम ब्रिटिश ईस्ट इंडिया कंपनी के अधीन थे। टूटर हमारा स्वदेशी आंदोलन 2.0 है। इस आंदोलन में हमसे जुड़ें।”
जैसे यूजर्स ट्विटर पर ट्वीट पोस्ट कर सकते हैं, वैसे ही वे टूटर पर ‘टूट्स’ पोस्ट करते हैं।
टूटर में एक वेब एप्लिकेशन के साथ-साथ गूगल प्ले स्टोर पर एक एंड्रॉइड ऐप है, लेकिन अब तक iOS उपकरणों के लिए ऐप स्टोर से गायब है। रीडआउट्स के अनुसार, टूटर इस साल जून में बनाया गया है और ऐप कई प्रमुख यूजर्स होने का भी दावा करता है। यह प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी, गृह मंत्री अमित शाह, अभिनेता अभिषेक बच्चन और भारतीय क्रिकेट टीम के कप्तान विराट कोहली जैसे लोगों का ‘वेरीफाइड हैंडल' दिखाता है, हालांकि मोबाइल साइट पर यह अकाउंट्स को 'बॉट्स' के रूप में सीमांकित करता है और उन ट्वीट्स को रि-पोस्ट करता है जो संबंधित अकाउंट्स ट्विटर पर साझा करते हैं।
हैंडल ‘वेरीफाइड’ होते हैं या 'बॉट्स'?
कुछ रिपोर्टों से पता चला कि जैसे ही कोई यूजर अपना अकाउंट बनाता है, तो वे अपने आप ही वेबसाइट की क्रिएटर नंदा का हैंडल @nanda फॉलो करने लगता है। साथ ही, टूटर यूजर्स को केवल जीमेल और याहू अकाउंट के साथ साइन अप करने की अनुमति देता है। ऐप का इस्तेमाल करने वाले यूजर्स Tooter Pro में अपग्रेड भी कर सकते हैं। हालांकि, यह अभी तक स्पष्ट नहीं है कि प्रो संस्करण में क्या क्या है।
इस बीच, भारत ने मंगलवार को चीन के साथ अपने सीमा गतिरोध के बीच और भी ऐप्स बैन कर दिए हैं। अलीबाबा ग्रुप होल्डिंग के ई-कॉमर्स ऐप AliExpress सहित 43 और चीनी मोबाइल ऐप को बैन कर दिया। एक आधिकारिक बयान में कहा गया कि प्रतिबंधित एप्लिकेशन, जिसमें कुछ डेटिंग ऐप शामिल हैं, वे ‘भारत की संप्रभुता और अखंडता के लिए खतरा’ थी।
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Published November 25th, 2020 at 10:15 IST
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