Updated March 4th, 2019 at 10:14 IST
महाशिवरात्रि के महापर्व के अवसर पर मंदिरों में बम-बम भोले की गूंज... यहां देखें LIVE
शिवमंदिरों में भक्तों का तांता लगा हुआ है, भक्त भगवान भोलेनाथ को प्रस्नन करने के लिए सुबह से ही मंदिरों में जुटे हुए हैं।
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आज महाशिवरात्रि है, हरि कि नगरी हरिद्वार के साथ देश के कोने कोने में शिवभक्त भगवान भोले के दर्शन के लिए मंदिर पहुंच रहे हैं। वाराणसी, उज्जैन और देवघर के मंदिरों में बम-बम भोलेनाथ के जयकारे की गूंज सुनाई दे रही है।
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UPDATE सुबह 10:11 बजे..
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देशभर में महाशिवरात्रि की धूम, चप्पे-चप्पे से रिपब्लिक भारत की महापर्व के अवसर पर महाकवरेज यहां देखें LIVE
आज पूरे देश में महाशिवरात्रि धूमधाम से मनाई जा रही है। शिवमंदिरों में भक्तों का तांता लगा हुआ है, भक्त भगवान भोलेनाथ को प्रस्नन करने के लिए सुबह से ही मंदिरों में जुटे हुए हैं। महाशिवरात्रि यानि भोलेबाबा को भाने वाला एक खास दिन.. आज शिवमंदिरों में शिवभक्तों की भारी भीड़ उमड़ पड़ी है।
भगवान शंकर का जलाभिषेक करने के लिए मंदिरों में सुबह से ही लंबी कतार लगी हुई है। भगवान भोलेनाथ का दूध दही वेलपत्र और गंगाजल से अभिषेक किया जा रहा है वैसे तो साल में कई शिवरात्रि होती हैं लेकिन फाल्गुन की महाशिवरात्रि का खास महत्व है। महाशिवरात्रि का महत्व इसलिए भी है क्योंकि ये शिव और शक्ति का मिलन है।
धार्मिक मान्यताओं के मुताबिक महाशिवरात्रि मनाने को लेकर अलग अलग मान्यताएं हैं। पौराणिक कथाओं के मुताबिक..
महाशिवरात्रि का पर्व और इसकी महिमा
- शिवरात्रि, हिन्दू परंपरा का एक बहुत बड़ा पर्व है
- फाल्गुन महीने की चतुर्दशी तिथि को मनाया जाता है
- माना जाता है इस दिन शिव जी का प्राकट्य हुआ था
माना जाता है कि शिव आज के दिन 64 जगह पर प्रकट हुए थे, जिसमें 12 जगहों का पता है जिसे ज्योतिर्लिंग के रूप में जाना जाता है। मान्यता है कि महाशिवरात्रि के दिन शिव और शक्ति का मिलन हुआ था। शिवरात्रि के दिन शिवभक्त रातभर अपने अराध्य का जागरण करते हैं। इस दिन शिवजी और मां पार्वती की शादी का उत्सव मनाया जाता है। इस दिन शिवजी ने वैराग्य जीवन छोड़कर गृहस्थ जीवन में प्रवेश किया था।
इस दिन महादेव की उपासना से व्यक्ति को जीवन में सम्पूर्ण सुख प्राप्त होता है। इस दिन व्रत, उपवास, मंत्रजाप और रात्रि जागरण का विशेष महत्व है।
कौन रख सकता है व्रत..
महाशिवरात्रि के व्रत को सभी नर-नारी रख सकते हैं। कहा जाता है कि भगवान भोलेनाथ जैसे वर की चाह में कुंवारी कन्याएं व्रत रखती हैं। वहीं सुहागिन महिलाएं अपने पति की लंबी उम्र और अच्छे स्वास्थ्य के लिए व्रत रखती हैं। सुहागिम महिलाएं पुत्र प्राप्ति के लिए भी व्रत रखकर शिव की पूजा करती हैं।
मान्यता ये भी है कि महाशिवरात्रि का व्रत रखने से नरक से मुक्ति मिलती है। शिवरात्रि का व्रत रखने से सभी पापों से मुक्ति मिलती है और आत्मा की शुद्धि होती है। मान्यता है कि इस दिन जहां जहां शिवलिंग हैं वहां भगवान भोलेनाथ का स्वयं आगमन होता है। इसीलिए शिव की पूजा के साथ शिवलिंग की विशेष अराधना करने का महत्व है।
इस दिन का व्रत रखने से शिवजी अपने भक्तों को आशीर्वाद देते हैं और भक्तों की नौकरी और व्यवसाय में तरक्की होती है।
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Published March 4th, 2019 at 09:37 IST
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