Updated September 14th, 2021 at 18:08 IST
TMC के वरिष्ठ वकील किशोर दत्त ने पश्चिम बंगाल के महाधिवक्ता पद से इस्तीफा दिया, राज्यपाल ने किया स्वीकार
पश्चिम बंगाल के महाधिवक्ता किशोर दत्त ने ‘‘निजी वजहों’’ का हवाला देते हुए मंगलवार को पद से इस्तीफा दे दिया और राज्यपाल जगदीप धनखड़ ने तत्काल प्रभाव से इस्तीफा मंजूर कर लिया है।
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बंगाल चुनाव (West Bengal Election)के बाद हुई हिंसा पर चल रही सीबीआई (CBI) जांच के बीच पश्चिम बंगाल West Bengal) के महाधिवक्ता किशोर दत्त (Kishore Datta) ने मंगलवार को पद से इस्तीफा दे दिया। उन्होंने अपने इस फैसले के लिए 'निजी कारणों' का हवाला दिया। राज्यपाल जगदीप धनखड़ (West Bengal Jagdeep Dhankhar) ने तत्काल प्रभाव से उनका इस्तीफा मंजूर कर लिया है। राज भवन ने यह जानकारी दी।
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जगदीप धनखड़ ने ट्वीट किया, ‘‘संविधान के अनुच्छेद 165 के अनुसार पश्चिम बंगाल के महाधिवक्ता, वरिष्ठ वकील किशोर दत्ता का इस्तीफा तत्काल प्रभाव से स्वीकार कर लिया गया है।’’
बता दें कि फरवरी 2017 में प्रभार संभालने वाले दत्त पश्चिम बंगाल के चौथे महाधिवक्ता हैं जिन्होंने ममता बनर्जी (Mamta Banerjee)के शासन के दौरान पद से इस्तीफा दिया है।
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तृणमूल कांग्रेस (TMC) के 2011 में सत्ता में आने के बाद सबसे पहले अनिंद्य मित्रा ने महाधिवक्ता का पदभार ग्रहण किया था और बाद में इस्तीफा दे दिया था। उनके बाद इस पद पर आने वाले बिमल चटर्जी और जयंत मित्रा ने भी इस्तीफा दे दिया था।
बता दें कि किशोर दत्ता का नाम कई हाई-प्रोफाइल केसों में शामिल रहा। वो कलकत्ता हाईकोर्ट में ममता सरकार के खिलाफ दर्ज चुनाव बाद हिंसा के मामलों से जुड़े रहे थे। इसके अलावा नारदा घोटाले को लेकर चल रही जांच में वे बंगाल सरकार का पक्ष रख रहे थे।
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Published September 14th, 2021 at 18:08 IST
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