Advertisement

Updated August 3rd, 2019 at 18:23 IST

हरियाणा के हिसार से पकड़े गए तीन जासूस, सेना की गतिविधियों की बना रहे थे मोबाइल से क्लीपिंग

बता दें, सेना के मुताबिक तीनों सेना की गतिविधियों को सोशल मीडिया के जरिए पाकिस्तान भेज रहे थे।

Reported by: Neeraj Chouhan
| Image:self
Advertisement

हिसार छावनी से सेना के हाथ एक बड़ी कामयाबी लगी है, जहां मिलट्री इंटेलिजेंस और मिलिट्री पुलिस ने कैंट क्षेत्र में सेना की जासूसी के आरोप में यूपी के मुजफ्फरनगर के तीन युवकों को गिरफ्तार किया है। 

बता दें, सेना के मुताबिक तीनों सेना की गतिविधियों को सोशल मीडिया के जरिए पाकिस्तान भेज रहे थे। सेना ने आगे यह भी बताया कि उनको संदग्धिों की के पास से सेना की गतिविधियों की वीडियो क्लिपिंग मिली है। तीनों सेना की गतिविधियों को सोशल मीडिया के जरिए पाकिस्तान भेज रहे थे। इसके साथ ही संदग्धिों से मोबइल भी बरामद हुए हैं जिनमें वीडियो क्लिप्स व्हाट्सएप वॉइस और कुछ फोटोग्राफ्स मिले हैं। 

यह भी पढ़ें - पाक खुफिया एजेंसी आईएसआई के 6 जासूसों की गिरफ्तारी से अलर्ट पर सुरक्षाएजेंसियां

हरियाणा के हिसार में मिलट्री इंटेलिजेंस और मिलिट्री पुलिस ने कैंट क्षेत्र में सेना की जासूसी के आरोप में यूपी के मुजफ्फरनगर के तीन युवकों को गिरफ्तार किया है तीनों सेना की गतिविधियों को सोशल मीडिया के जरिए पाकिस्तान भेज रहे थे इनके पास से मोबाइल मिले हैं जिनमें वीडियो क्लिप्स व्हाट्सएप वॉइस और कुछ फोटोग्राफ्स मिले हैं।

पुलिस ने बताया कि शुरुआती जांच में यह खुलासा हुआ कि जुलाई में इनमें से एक संदिग्ध ने पाकिस्तान में व्हाट्सऐप कॉल भी किया था। उन्होंने बताया कि संदिग्ध की पहचान खालिद (22), मेहताब (28) और रगीब (34) के तौर पर हुई है। उन्होंने बताया कि तीनों उत्तर प्रदेश के रहने वाले हैं। पुलिस ने बताया कि मामले में आगे की जांच जारी है।

यह भी पढ़ें - ISRO जासूसी कांड में निर्दोष साबित हुए नंबी नारायणन, SC ने कहा- उन्हें बेवजह गिरफ्तार किया गया और मानसिक प्रताड़ना दी गई

हालांकि अब सेना ने इस संदिग्धों को हिसार पुलिस के हवाले कर दिया है। गौरतलब है कि तीनों आरोपी पिछले 1 सप्ताह से पहले एक कंपनी में लेबर के रूप में घुसे और अगले ही दिन से सेना के जवानों और कैंट क्षेत्र के अंदर की 'गतिविधियों को मोबाइल में कैद' करना शुरू कर दिया। वे पाकिस्तानी जासूसों के 'संपर्क' में थे और उन्हें 'सेना की सूचनाएं' भेज रहे थे। 

Advertisement

Published August 3rd, 2019 at 12:52 IST

आपकी आवाज. अब डायरेक्ट.

अपने विचार हमें भेजें, हम उन्हें प्रकाशित करेंगे। यह खंड मॉडरेट किया गया है।

Advertisement

न्यूज़रूम से लेटेस्ट

9 दिन पहलेे
10 दिन पहलेे
14 दिन पहलेे
Ravichandran Ashwin
4 घंटे पहलेे
Advertisement
Advertisement
Advertisement
Whatsapp logo