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Updated March 11th, 2019 at 14:38 IST

अलगाववादियों पर NIA का शिकंजा: टेरर फंडिंग मामले में मीरवाइज और गिलानी से होगी पूछताछ

हुर्रियत कॉन्फ्रेंस के चेयरमैन मीरवाइज उमर फारूक और सैयद अली शाह गिलानी के बेटे नसीम गिलानी आज NIA कोर्ट से सामने पेश होंगे।

Reported by: Ayush Sinha
| Image:self
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कश्मीर के अलगाववादियों पर शिकंजा और सख्त होता जा रहा है। हुर्रियत कॉन्फ्रेंस के चेयरमैन मीरवाइज उमर फारूक और सैयद अली शाह गिलानी के बेटे नसीम गिलानी आज NIA कोर्ट से सामने पेश होंगे।

NIA ने शनिवार को मुख्यालय में पेश होने के लिए नोटिस जारी किया था। 26 फरवरी को टेरर फंडिंग से जुड़े मामले में मीरवाइज समेत कई अलगाववादी नेताओं के यहां छापेमारी की गई थी। इस छापेमारी के दौरान टीम को कई दस्तावेज और इलेक्ट्रानिक गजेट्स मिले थे। हालांकि खबर ये भी है कि मीरवाइज़ उमर इस पूछताछ से गैरहाज़िर रह सकते हैं।

टेरर फंडिंग मामला 

  • 2017 में दर्ज किया गया मामला
  • 26 फरवरी को NIA ने की छापेमारी  
  • 60 सदस्यों की टीम ने की छापेमारी 
  • कार्रवाई के दौरान मिले महत्वपूर्ण कागजात
  • दस्तावेज, इलेक्ट्रॉनिक डिवाइसेज जब्त की गई 

बता दे कि ये मामला साल 2017 में दर्ज किया था। जिसके बाद 26 फरवरी को NIA की 60 सदस्यीय टिम ने छापेमारी की। छापेमारी की इस कार्रवाई के दौरान कई महत्वपूर्ण दस्तावेज और कागजात भी मिले। इस दौरान छापेमारी में मिले दस्तावेज, इलेक्ट्रॉनिक डिवाइसेज को जब्त किया गया।

इस दौरान एनआईए की टीम ने पुलिस और सीआरपीएफ के जवानों के साथ मीरवाइज, नसीम गिलानी और तहरीक-ए-हुर्रियत के अध्यक्ष अशरफ सहराई समेत कुछ अलगाववादी नेताओं के घरों पर तलाशी ली थी। तलाशी के दौरान कई दस्तावेज और इलेक्ट्रॉनिक गैजेट बरामद किए गए थे।

NIA के सामने पेश होंगे मीरवाइज और गिलानी 

हुर्रियत कॉन्फ्रेंस के चेयरमैन मीरवाइज उमर फारूक और सैयद अली शाह गिलानी के बेटे नसीम गिलानी से टेरर फंडिंग के मामले में पूछताछ होगी। NIA ने नोटिस जारी करके उन्हें पेश होने का निर्देश दिया था। ये नोटिस शनिवार को जारी किया गया था।

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मामले में जमात-उद-दावा (JuD) के पाकिस्तान स्थित प्रमुख हाफिज सईद का नाम है, जो एक आरोपी के रूप में प्रतिबंधित लश्कर-ए-तैयबा का मुखिया है। इसके अलावा गिलानी और मीरवाइज, हिजबुल के नेतृत्व वाले हुर्रियत प्रतिनिधि गुटों जैसे संगठन भी शामिल हैं। जैसे मुजाहिदीन और दुख्तारन-ए-मिलत।

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Published March 11th, 2019 at 14:29 IST

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