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Updated September 11th, 2018 at 16:23 IST

44 साल की इस महिला ने पेश की अनोखी मिसाल

शुरु के दिनों में रजनी थोड़ा असहज महसूस करती थी, लेकिन अपने पति, सासू मां और बच्चों की मदद से उन्हें इन सभी चीजों से पार पाने में मदद मिली और अपना पूरा ध्यान पढ़ाई पर केंद्रित कर सकी. 

Reported by: Neeraj Chouhan
| Image:self
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पढ़ाई- लिखाई की कोई उम्र नहीं होती, आप जिस उम्र में चाहे, उस उम्र में पढ़ाई की तरफ लौट सकते है और शायद ऐसी मिसालों को सच या कहे कि जिंदा रखने में एक योगदान पंजाब के लुधियाना शहर की रहने वाले इस मां- बेटे का भी है, जिसने हाल में 10वीं कक्षा के बोर्ड परीक्षा की तैयारी कर रही है.  

उम्र की इस दहलीज पर ऐसे फैसले लेने वाले कम ही होते है, लेकिन रजनी बाला की कहानी कुछ अनूठी है.  44 साल की रजनी बाला ने 1989 में 9वीं कक्षा पास कर ली थी, लेकिन परिवारिक मजबूरियों के चलते वो अपनी पढ़ाई जारी नहीं रख सकी. इसके कुछ ही समय बाद उनकी शादी हो गई और वो अपने परिवारिक जीवन में व्यस्त हो गई.

"बेटे के साथ रोज स्कूल जाती हूं"

रजनी ने समाचार एजेंसी एनआई से बात करते हुए बताया "उनके पति पिछले कुछ सालों से उनको पढ़ाई पूरी करने के लिए दबाव डाल रहे थे.  मैं तीन बच्चों की मां हूं और उनकी पढ़ाई की जिम्मेदारी भी थी. हालांकि मैं एक अस्पताल में वार्ड बॉय का काम करती हूं और मैंने यह अहसास किया कि आज के समय में कम से कम दसवीं पास करना जरुरी है. जिसके बाद, मैंने अपने बेटे के साथ पढ़ाई करनी शुरु की, वो भी दसवीं की पढ़ाई कर रहा था. हम रोज साथ स्कूल जाते थे और पढ़ाई भी साथ करते थे. 

शुरु के दिनों में रजनी थोड़ा असहज महसूस करती थी, लेकिन अपने पति, सासू मां और बच्चों की मदद से उन्हें इन सभी चीजों से पार पाने में मदद मिली और अपना पूरा ध्यान पढ़ाई पर केंद्रित कर सकी. 

सासू मां खुद अनपढ़ थी, लेकिन मुझे प्रेरित किया

उन्होंने आगे कहा कि मेरी सासू माँ खुद अनपढ़ होने के बाबजूद भी मुझे पढ़ाई के लिए प्ररित करती रही. मेरे पति हमेशा मेरे साथ खड़े रहे, वो हर सुबह खुद जल्दी उठकर मुझे और मेरे बेटे को पूरी मेहनत के साथ पढ़ाते थे. यहां तक कि मेरी बेटी भी मेरी पढ़ाई में मदद करती थी. अब मैं अपनी ग्रेजुएशन पूरा करना चाहती हूं"

"पढ़ाई की कोई उम्र नहीं होती"

इसी बीच रजनी के पति राज कुमार सेठी का कहना था कि आज के समय के अनुसार हर आदमी को अपनी पढ़ाई पूरी करनी चाहिए, चाहे वो किसी उम्र की दहलीज पर हो.

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Published March 29th, 2018 at 11:03 IST

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