Updated September 19th, 2018 at 17:00 IST
सर्जिकल स्ट्राइक के दौरान भारतीय सेना साथ ले गई थी तेंदुए का 'यूरिन', फिर यूं दिया पाकिस्तानियों को चकमा
सर्जिकल स्ट्राइक पूरी तरह से गोपनीय थी. देश के सिर्फ 4-5 लोगों और उन बहादुर सेना के जवानों और अधिकारियों को ही पता था ..
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भारत ने पाकिस्तान को सबक सिखाने के लिए PoK में सितंबर 2016 में सर्जिकल स्ट्राइक किया था. ये सर्जिकल स्ट्राइक पूरी तरह से गोपनीय थी. देश के सिर्फ 4-5 लोगों और उन बहादुर सेना के जवानों और अधिकारियों को ही पता था कि वो पाकिस्तान को सबक सिखाने के लिए जा रहे हैं. वहीं अब सर्जिकल स्ट्राइक के लगभग दो साल बाद उससे जुड़ी कुछ दिलचस्प बाते सामने आईं हैं. बता दें, लेफ्टिनेंट जनरल आर.आर निंभोरकर जो जम्मू-कश्मीर के पूर्व Corps Commander थे. उन्होंने सर्जिकल स्ट्राइक से जुड़ी एक दिलचस्प बात बताई है.
लेफ्टिनेंट जनरल आर.आर निंभोरकर कहते हैं कि जब हम PoK के भीतर घुसकर सर्जिकल स्ट्राइक करने के लिए जाने वाले थे तब ऐसी संभावनाएं थी कि हमारे रास्ते में गांव के कुत्ते आ सकते थे और ऑपरेशन में बाधा डाल सकते थे. मुझे मालूम था कि कुत्ते तेंदुए से डरते हैं. इसलिए हम अपने साथ तेंदुए के 'यूरिन' को ले गए थे. मजे की बात है कि उस चीज ने अपना काम बखूबी किया और कुत्तों ने हमारे पास आने की हिम्मत भी नहीं की.
गौरतलब है कि सर्जिकल स्ट्राइक भारतीय सेना के द्वारा 29 सितंबर 2016 को किया गया था. उरी हमले के 11 दिन बाद सर्जिकल स्ट्राइक को अंजाम दिया गया था. सर्जिकल स्ट्राइक के बाद लंदन में पीएम मोदी ने सर्जिकल हमलों का जिक्र करते हुए कहा था कि 'भारत आतंकवाद का निर्यात करने वालों को बर्दाश्त नहीं करेगा और उन्हें उसी भाषा में जवाब देगा ‘जो उन्हें समझ आती है.'
वहीं कुछ महीने पहले ही सर्जिकल स्ट्राइक का वीडियो भी सामने आ चुका है. उस वीडियो में साफतौर पर पाकिस्तान के आतंकियों पर भारतीय सेनाओं का हमला देखा जा सकता है. वीडियो सामने आने के बाद भारतीय सेना और सर्जिकल स्ट्राइक पर सवाल खड़े करने वाले नेताओं की बोलती भी बंद हो गई थी. पूरा देश उन नेताओं को कोसने में जुटा हुआ था जिन नेताओं ने सेना के द्वारा किए गए सर्जिकल स्ट्राइक पर सवाल उठाते हुए उसका वीडियो मांगा था.
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Published September 12th, 2018 at 17:11 IST
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