Updated October 23rd, 2019 at 16:39 IST
झारखंड विधानसभा चुनाव से पहले विपक्ष को बड़ा झटका, कुणाल षडंगी समेत छह MLA बीजेपी में हुए शामिल
झारखंड विधानसभा चुनाव की घोषणा से पहले ही विपक्ष को बड़ा झटका लगा है। कांग्रेस सहित विपक्ष के पांच विधायकों ने बीजेपी का दामन थाम लिया है।
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झारखंड विधानसभा चुनाव की घोषणा से पहले ही विपक्ष को बड़ा झटका लगा है। कांग्रेस सहित विपक्ष के पांच विधायकों ने बीजेपी का दामन थाम लिया है। जिन्हें मुख्यमंत्री रघुवर दास ने पार्टी की सदस्यता दिलाई है। कांग्रेस और जेएमएम विधायकों के अलावा कई पूर्व अधिकारी और निर्दलिय विधायक भी बीजेपी में शामिल हो गए हैं।
पूर्व प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष सह विधायक सुखदेव भगत और मनोज यादव बीजेपी में शामिल हुए हैं। इसके अलावा जेएमएम के कुणाल षांडगी, चमरा लिंडा और जेपी पटेल ने भी बीजेपी का दामन थाम लिया है। वहीं जवान संघर्ष मोर्चा के अध्यक्ष भानु प्रताप ने अपने पार्टी का बीजेपी में विलय कर दिया है।
जानकारी के अनुसार झारखंड के पूर्व पुलिस महानिदेशक दिनेश कुमार पांडे, पूर्व वरिष्ठ प्रशासनिक अधिकारी सुचित्रा सिन्हा, कांग्रेस के वरिष्ठ नेता एवं पूर्व पुलिस अधिकारी अरुण उरांव, कांग्रेस के एक अन्य वरिष्ठ नेता बजरंगी यादव और आरपी सिन्हा भी भाजपा में शामिल हुए।
इस दौरान मुख्यमंत्री रघुवर दास ने दावा किया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह के नेतृत्व से प्रभावित होकर विभिन्न दलों के लोग भाजपा की ओर आकर्षित हो रहे हैं।
वहीं जेएमएम का दामन छोड़ बीजेपी में शामिल हुए कुणाल षाडंगी ने कहा कि यह मेरे लिए राजनीतिक घर वापसी है, भाजपा ने मेरे पिता और परिवार को राजनीतिक पहचान दी। बहरागोड़ा के लोगों ने मुझे चुना , JMM में हेमंत सोरेन ने मौका दिया । आज जनभावना भाजपा के साथ है और हमारी प्रतिबद्धता बहरागोड़ा के प्रति है। आज समाज के अंतिम व्यक्ती के जीवन में भी बदलाव आया है।
इधर कांग्रेस छोड़कर भाजपा का दामन थामने के बाद सुखदेव भगत ने कहा, राष्ट्रवाद में विकास समाहित, भाजपा का शुक्रिया, मुझे परिवार में शामिल किया, मेरी स्थिति नई नवेली दुल्हन की तरह, मैं भाजपा परिवार के संस्कार को मानूंगा। कांग्रेस मेरा अतीत है उनपर टिप्पणी करना राजनीतिक मर्यादा के प्रतिकूल, भाजपा के विश्वास पर खरा उतरेंगे।
राज्य की वर्तमान 81 सदस्यीय विधानसभा में झारखंड मुक्ति मोर्चा के 19 और कांग्रेस के 9 विधायक थे। लेकिन बुधवार को हुए इस घटनाक्रम के बाद इनकी संख्या घटकर क्रमशः 17 और 7 रह गई है।
बता दें कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष और विधायक सुखदेवा भगत मौजूदा प्रदेश अध्यक्ष रामेश्वर उरांव से नाराज और उन्हें लगता है कि उरांव के दांव के कारण लोकसभा चुनाव में उनकी हार हुई। वहीं कांग्रेस के टिकट से चतरा सीट से लोकसभा चुनाव चुनाव लड़ने वाले मनोज यादव बीजेपी से हार गए थे। ऐसे में सुखदेव भगत समेत मनोज यादव के भाजपा में शामिल होने से कांग्रेस को भारी नुकसान का सामना करना पड़ेगा।
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Published October 23rd, 2019 at 16:12 IST
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