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मध्यप्रदेश: उपद्रव में बदल गया गणतंत्र दिवस समारोह, बच्चों ने रो- रोकर सुनाई आपबीती, शिवराज सिंह ने साधा सरकार पर निशाना
मध्य प्रदेश के राजगढ़ जिले के खुजनेर शहर में गणतंत्र दिवस के मौके पर दो गुटों का झड़प नहीं हो पाई. खबरों की मानें तो गणतंत्र दिवस पर आयोजित एक कार्यक्रम के दौरान कथित तौर पर बज रहे गीतों पर एक समूह का विरोध कर रहा था. शिवराज सिंह ने इस घटना की निंदा की है.
रिपोर्टों के अनुसार, लोगों के एक समूह ने आरोप लगाया है कि दूसरे समूह ने देशभक्ति के गाने बजाने पर आपत्ति जताई थी और देश विरोधी नारेबाजी शुरू कर दी थी। जबकि दूसरे समूह ने कहा है कि हिंसा मामूली विवाद के कारण शुरू हुई थी। चश्मदीद गवाह ने कथित तौर पर कहा कि पहले समूह ने देश विरोधी नारे लगाए थे और स्कूली बच्चों पर हमला किया था जिससे घटना स्थल में भगदड़ जैसी स्थिति पैदा हो गई थी।
पुलिस रिपोर्ट के अनुसार, गणतंत्र दिवस के अवसर पर, नगर परिषद द्वारा एक जश्न का आयोजन किया गया था, परिषद के अध्यक्ष पंकज शर्मा मुख्य अतिथि थे। राष्ट्रगान और राष्ट्रीय गीत के बाद देशभक्ति के गाने बजाए जा रहे थे। लोगों के एक समूह ने कथित तौर पर गाने पर आपत्ति जताई और विरोध में कुर्सियां फेंकना शुरू कर दिया ।
इस घटना को लेकर के बाद से ही बीजेपी ने सीधा राज्य की कांग्रेस सरकार को कठघरे में खड़े करते हुए कानून व्यवस्था पर सवाल उठाए हैं । पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज चौहान ने राज्य सरकार ने असामाजिक तत्व पर कड़ी कार्रवाई की मांग की है ।
शिवराज सिंह चौहान ने ट्विटर पर लिखते हुए कहा कि यह घटना वीभत्स है, प्रदेश में लगातार क़ानून व्यवस्था की स्थिति ख़राब हो रही है । असामाजिक तत्व सर उठा रहे हैं, अराजकता पैदा कर रहे हैं और सरकार चुप है । कांग्रेस के नेताओं को अगर राजनीति से समय मिल जाए तो थोड़ा काज-नीति पर भी ध्यान दें और दोषियों पर कड़ी कार्रवाई करें ।
यहीं नहीं उन्होंने ट्विटर पर एक ओर पोस्ट करते हुए घटना स्थल के दौरे पर जाने का ऐलान किया. उन्होंने लिखा कि बेटियों को पीड़ा पहुंचाने वालों को किसी भी कीमत पर माफ नहीं किया जा सकता है। मैं खुजनेर अपनी बेटियों से मिलने आ रहा हूँ। समाज के हर वर्ग का आह्वान करता हूँ कि अराजक तत्वों के विरुद्ध इस लड़ाई में आप भी साथ आइये। हम सब मिलकर बुराई के खिलाफ आवाज़ बुलंद करें।