Advertisement

Updated March 4th, 2019 at 17:39 IST

राह-ए- मिलन गेट खोलने से पाक का इनकार, रावलकोट जाने वाले यात्री लौटे वापस

इस बस सेवा के शुरू करने का मकसद था कि दोनों देशों के लोगों को सीमा पार रहने वाले अपने रिश्तेदारों से मिलने का मौका देना।

Reported by: Ayush Sinha
| Image:self
Advertisement

पुलवामा हमले के बाद पाकिस्तान के घर में घुसकर भारतीय वायुसेना ने एयर स्ट्राइक के जरिए आतंकिस्तान के अड्डों को तबाह कर दिया। हवाई हमलों से बौखलाए पाकिस्तान ने पुंछ और रावलकोट बस सेवा पर रोक लगा दी है। तनावपूर्ण हालात के मद्देनज़र एक पाकिस्तान प्रशासन ने राह-ए- मिलन गेट खोलने से इनकार कर दिया है।

पाकिस्तानी सेना ने जीरो प्वाइंट गेट नहीं खोला, जिसके बाद बस में सवार लोगों को खासा परेशनियों का सामना करना पड़ा। दरअसल, राह-ए-मिलन भारत पाकिस्तान के बीच बस सेवा है। भारत पाकिस्तान के बीच रिश्ते सुधारने के लिए साप्ताहिक बस सेवा शुरु की गई थी।

क्या है राह-ए-मिलन?

  • भारत-पाकिस्तान के बीच बस सेवा 
  • रिश्ते सुधारने के लिए साप्ताहिक बस सेवा 
  • हर सोमवार को बस चलती है 
  • पुंछ से पाक के रावलकोट जाती है बस 
  • दोनों देश के लोगों को रिश्तेदारों से मिलने का मौका 
  • भारत-पाकिस्तान के बीच व्यापार को बढ़ावा देना 
  •  तनाव बढ़ने पर पहले भी कई बार बंद हुई 

इस बस सेवा के शुरू करने का मकसद था कि दोनों देशों के लोगों को सीमा पार रहने वाले अपने रिश्तेदारों से मिलने का मौका देना। साथ ही भारत पाकिस्तान के बीच व्यापार को बढ़ावा दिया जाए। मिली जानकारी के मुताबिक हर सोमवार को ये बस जम्मू कश्मीर के पुंछ से रावलकोट जाती है।

भारत पाकिस्तान के बीच तनाव बढ़ने पर पहले भी कई बार इस बंद किया गया था। जब भी राह ए मिलन बस सेवा बंद हुई, हर बार गलती पाकिस्तान की थी। इस बार भी हालात कुछ ऐसे ही हैं, पाकिस्तान की तरफ से सीमा पर बार-बार सीज़फायर का उल्लंघन किया जा रहा है। लाज़मी है दोस्ती का हाथ आगे करके पाक ने हमेशा से ही पीठ में छूरा घोंपने का काम किया है।

इसे भी पढ़ें - BCCI के अमिताभ चौधरी ने कहा, ''मैंने आईसीसी को कोई पत्र नहीं लिखा''

पाकिस्तान हर बार सामने से दोस्ती का हाथ बढ़ाता है और पीछे से पीठ में छुरा घोंपता है। यही पाकिस्तान की पहचान है। यही पाकिस्तान का असली चेहरा है। बता दें, 14 फरवरी को सेंट्रल रिजर्व पुलिस फोर्स के काफिले पर हुए हमले में 40 CRPF जवान शहीद होने के बाद बस सेवा को बंद कर दिया गया था।

Advertisement

Published March 4th, 2019 at 17:30 IST

आपकी आवाज. अब डायरेक्ट.

अपने विचार हमें भेजें, हम उन्हें प्रकाशित करेंगे। यह खंड मॉडरेट किया गया है।

Advertisement

न्यूज़रूम से लेटेस्ट

Advertisement
Advertisement
Advertisement
Whatsapp logo