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Updated December 20th, 2018 at 15:18 IST

Republic Summit 2018 के मंच पर 2019 लोकसभा चुनाव को लेकर केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी और कमल हासन ने अर्नब गोस्वामी के साथ की चर्चा

​ हम बहुत लंबे समय तक एक देश के रूप में राजनीति और भावना पर मतदान कर चुके हैं- केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी

Reported by: Amit Bajpayee
| Image:self
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देश के सबसे हाई प्रोफाइल इवेंट रिपब्लिक समिट 2018 का आगाज हुआ. दो दिनों तक चलने वाले इस कार्यक्रम में देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी समेत तमाम दिग्गज शामिल हुए. समिट में बुधवार को  केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी और कमल हासन पहुंचे. उन्होंने  2019 लोकसभा चुनाव को लेकर अर्नब गोस्वामी  रिपब्लिक टीवी के एडिटर इन चीफ अर्नब गोस्वामी बात की. 

चर्चा के दौरान मुख्य पाइंट

स्मृति ईरानी ने रिपब्लिक टीवी के एक कार्यक्रम में मुंबई में कहा, ‘‘इस बात पर गौर करना बेहद दिलचस्प है कि जब हम भारत के बारे में बात करते हैं, उसी समय कई भारतीय हैं जिन्हें कहा जाता है कि देशभक्त होना अच्छी बात नहीं है.’’ 

 रिपब्लिक टीवी के एडिटर-इन-चीफ और एमडी अर्नब गोस्वामी ने जब स्मृति ईरानी से उनके एक बयान पर प्रतिक्रिया जाननी चाही तब उन्होंने यह टिप्पणी की. इस बयान में स्मृति ने कहा था कि वह देश से प्यार करती हैं और यह भगवा होना नहीं है

उन्होंने आगे कहा कि हम बहुत लंबे समय तक एक देश के रूप में राजनीति और भावना पर मतदान कर चुके हैं. जबकि हम भारत को बढ़ने के बारे में बात करते हैं, कई भारतीयों को बताया जाता है कि देशभक्ति के लिए यह अच्छा नहीं है. उन्हें लगता है कि राष्ट्रीय गान पर खड़े होने अच्छा नहीं हैं. 

उन्होंने आगे देश के सैनिकों के जज्बे की तारीफ करते हुए कहा मुझे नहीं लगता कि सीमा पर खड़ा सैनिक मेरी मान्यता चाहता है, वो वहां खड़ा है ताकि मैं अपने राष्ट्रीय गान को कहीं भी गा सकूं-

वहीं कमल हासन ने 2019 के चुनावों को लेकर बात करते हुए कहा कि 2019 की पटकथा विविधता, संरक्षण और सम्मान के बारे में होना चाहिए

उन्होंने आगे कहा कि मुझे इस बात की खुशी है कि 1984 सिख विरोधी दंगे में सज्जन कुमार को सजा हुई. कमल हासन ने कहा कि मुझे विश्वास है कि सभी असहमतिओं के बावजूद हमारा देश वो सपना है जिसे हमने साथ मिलकर बुना है.​​​​​​​

नक्सली समस्या पर बात करते हुए कमल हासन ने कहा कि किसी भी व्यक्ति राजनीतिक दल या नक्सलियों को देश को तोड़ने की अनुमति नहीं दी जा सकती है. यहां तक कि जब युद्ध उग्र हो रहा है, संवाद भी होना चाहिए.   

 

 

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Published December 19th, 2018 at 20:23 IST

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